छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने झारखंड के विधायकों के राज्य में डेरा डालने पर भाजपा नेताओं के उठाए जा रहे सवालों पर उऩ्हे आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अगर भाजपा विधायकों की खऱीद फरोख्त में कामयाब हो जाती तो उन्हे फिर शर्म ही आती। सीएम बघेल ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम के लिए रवाना होने से पूर्व पहले यहां पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर में कहा कि राज्यपाल एवं भाजपा की भूमिका सवालों के घेरे में है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की राज्यपाल के पास चिट्ठी आई हैं तो उसे वह क्यों सार्वजनिक नही कर रहे हैं। अगर नही आई है तो यह भी सार्वजनिक रूप से बोले। उन्होंने कहा कि भाजपा झारखंड में खरीद फरोख्त के जरिए एक पूर्ण बहुमत की सरकार को अपदस्थ करना चाहती है पर उसे कामयाबी नही मिल पा रही है।
झारखंड के विधायकों के रायपुर पहुंचने और उनकी मेहमान-नवाजी पर भाजपा नेताओं के सवाल उठाने और इसे शर्मनाक बताने के आरोप पर उन्होने कहा कि अगर भाजपा को खरीद फरोख्त में कामयाबी मिल गई होती तो उन्हे शर्मनाक नही लगता। उन्होंने राज्य में भाजपा की बड़ी बैठक होने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि राजनीतिक दल है उन्हे पूरा हक बैठक करने का है। इसमें क्या हुआ यह तो बाद में पता चलेगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग केवल गाय और धर्म के आधार पर वोट मांगते है और साम्प्रदायिक माहौल खराब करते है और लोगो की भावनाओं का शोषण करते हैं लेकिन जो मुद्दे उठाते है उस पर सत्ता में आऩे पर काम नही करते। सीएम बघेल ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम फिर शुरू करने के बारे में कहा कि विधायकों, जनप्रतिनिधियों, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम लोगो की ओर से लगातार इसकी मांग हो रही थी।इस कारण आज फिर से रायगढ़ से इसकी शुरूआत हो रही हैं।