रायपुर। छत्तीसगढ़ की जेलों की मौजूदा क्षमता 14,383 की तुलना में 18 हजार से अधिक कैदी बंद हैं। राज्य के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में यह जानकारी दी। राज्य के गृह विभाग भी संभाल रहे शर्मा ने भाजपा विधायक संपत अग्रवाल के सवाल के लिखित जवाब में बताया, इस वर्ष 31 जनवरी तक राज्य के केंद्रीय, जिला और उप जेलों में 14,383 की क्षमता के मुकाबले 18,442 कैदी बंद थे। उन्होंने बताया कि राज्य में पांच केंद्रीय जेल, 20 जिला जेल और आठ उप जेल हैं। इन 33 जेलों में से, सभी पांच केंद्रीय जेलों, 14 जिला जेलों और पांच उप जेलों सहित 24 जेलों में क्षमता से अधिक कैदी हैं। अन्य नौ जेलों में क्षमता से कम कैदी हैं।
शर्मा ने बताया, रायपुर की केंद्रीय जेल में 1,586 की क्षमता के मुकाबले 3,076 कैदी हैं, जबकि दुर्ग की केंद्रीय जेल में 2006 की क्षमता के मुकाबले 2031 कैदी हैं। उन्होंने बताया, बिलासपुर की केंद्रीय जेल में 2,870 कैदी हैं, हालांकि इसमें केवल 2,290 को रखने की सुविधा है। जगदलपुर (बस्तर) के केंद्रीय जेल में 1,462 कैदी और अंबिकापुर (सरगुजा) के जेल में 2,013 कैदी हैं। जबकि क्षमता क्रमशः 1451 और 1320 है। अपने जवाब में गृह मंत्री ने बताया कि नौ जेलों में बैरक के निर्माण के लिए 1195 लाख रुपये मंजूर किए गए थे। इनमें अंबिकापुर और जगदलपुर स्थित केंद्रीय जेल, राजनांदगांव, कबीरधाम, सूरजपुर, जशपुर, गरियाबंद स्थित जिला जेल और मनेंद्रगढ़ तथा नारायणपुर में स्थित उप जेल शामिल हैं।