छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में कुल 32 लाख रूपए के सात इनामी नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली उत्तर बस्तर डिवीजन के रावघाट, परतापुर एरिया कमेटी तथा गढ़चिरौली डिवीजन में सक्रिय थे। इनमें से तीन नक्सलियों के सिर पर आठ—आठ लाख रुपए, एक नक्सली के सिर पर पांच लाख रुपए तथा तीन नक्सलियों के सिर पर एक—एक लाख रुपए का इनाम घोषित था।
उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों के सामने उत्तर बस्तर डिवीजन कमेटी सदस्य ममता उर्फ शांता उर्फ ममतक्का (60), मिलिट्री कंपनी नंबर 10 का सदस्य दिनेश मट्टामी (20), मिलिट्री कंपनी नंबर पांच का सदस्य आयतु राम पोटाई (27), परतापुर एरिया कमेटी सदस्या जमुना उर्फ नीरा नेताम (50), परतापुर एलजीएस सदस्या इतवारीन पद्दा (25) पानीडोबीर/रावघाट एलओएस सदस्य संजय नरेटी (23) और पानीडोबीर एलओएस सदस्य सगनु राम आंचला (24) ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सली ममता, दिनेश और आयतु राम पोटाई के सर पर आठ—आठ लाख रुपए का इनाम है जबकि महिला नक्सली जमुना के सिर पर पांच लाख रुपए का इनाम है।
उन्होंने बताया कि नक्सली इतवारीन, संजय नरेटी और सगुन राम के सिर पर एक—एक लाख रुपए का इनाम है। अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर तथा नक्सलियों के खोखली विचारधारा से तंग आकर आत्मसमर्पण करने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ पुलिस दल पर हमला समेत क्षेत्र में कई नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है। अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत 25-25 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि प्रदान की गयी है। उन्हें नियमों के तहत अन्य सुविधाएं भी दी जाएगी।





