रायपुर। छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के लिए प्रयुक्त की गयी आपत्तिजनक शब्दों की कड़ी निंदा की। सीएम देव ने मंगलवार को कहा कि खरगे की ओर से दिए गए बयान, कांग्रेस के डीएनए में जमी घोर-आदिवासी विरोधी मानसिकता को उजागर करता है। कांग्रेस बार-बार संविधानिक पदों और संवैधानिक संस्थानों का अपमान करती है, चाहे वह राष्ट्रपति हों, प्रधानमंत्री हों या उपराष्ट्रपति। सीएम देव ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को कांग्रेस के नेताओं के बयानों का जिम्मेदार ठहराया और सवाल किया कि क्या खड़गे जी अपने बयान के लिए लिखित माफी देंगे? देश की जनता इस अपमान को कभी स्वीकार नहीं करेगी और कांग्रेस को इसकी भारी राजनीतिक कीमत चुकानी पड़ेगी।
सीएम देव ने कहा कि खरगे जी ने राष्ट्रपति मुर्मु जी के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया है। यह दर्शाता है कि कांग्रेस पार्टी के डीएनए में आदिवासी विरोधी मानसिकता गहराई से समाई हुई है। इससे पहले भी कांग्रेस ने दलित समुदाय से आने वाले पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी का भी अपमान किया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में दलित विरोधी मानसिकता व्याप्त है। संविधान को हाथ में लेके चलने वाले राहुल गांधी के इशारे पर रिमोट कंट्रोल वाले अध्यक्ष खरगे जी इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं।
आज पूरा देश, हर नागरिक, आदिवासी समाज, दलित समाज और महिलाएं इस बयान की निंदा कर रहे हैं। खरगे जी ने राष्ट्रपति के नाम को अशोभनीय तरीके से बोलते हुए दावा किया कि ‘मुरमा जी को हमने राष्ट्रपति बनाया।’ उन्होंने ‘आदरणीय’ या ‘माननीय’ नहीं कहा, न ही ‘द्रौपदी मुर्मु’ जी कहा। इसी तरह पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी के नाम को अशोभनीय तरीके से संबोधित किया और कहा, हमने राष्ट्रपति बनाया, क्यों बनाया? हमारे लिए बनाया? हमारी संपत्ति छीनने के लिए बनाया? हमारे जंगल छीनने के लिए बनाया?