रायपुर। छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी संघ ने विभिन्न मांगों को लेकर 22 अगस्त को काम बंद आंदोलन करने का निर्णय लिया है। इस दिन सारे अधिकारी-कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। फेडरेशन ने प्रदेश के कर्मचारियों एवं पेंशनरों को केंद्र के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता, डीए की बकाया राशि को जीपीएफ खाते में समायोजित करने, वेतन विसंगति सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर 22 अगस्त को सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय लिया है।
फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा ने रविवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि हमारी प्रदेश के कर्मचारियों एवं पेंशनरों के लिए केंद्र के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता, डीए की बकाया राशि को जीपीएफ खाते में समायोजित करने, वेतन विसंगति सहित 11 सूत्रीय मांग है जिसे लेकर यह आंदोलन किया जाएगा। इस प्रांतव्यापी आंदोलन को सफल बनाने के लिए जिला स्तरीय समीक्षा बैठक आहूत करने के लिए प्रांत अध्यक्षों, पदाधिकारियों को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। साथ ही समस्त जिला प्रभारियों से अपने प्रभार के जिले में 10 अगस्त तक समीक्षा बैठक अनिवार्य रूप से संपन्न करने के लिए कहा गया है।