संस्कृति और सभ्यता की धरोहर हैं हमारी परम्पराएं, इनका पोस्टमार्टम नहीं होना चाहिए : आचार्य शांतनु जी महाराज

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कंचौसी (कानपुर देहात)। कंचौसी बाजार के दर्शन सिंह स्मृति महाविद्यालय में चल रही श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ का छठा दिन आस्था और भक्ति से सराबोर रहा। झमाझम बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं की भीड़ डटी रही और वातावरण भक्तिरस से गूंजता रहा। कथा व्यास आचार्य शांतनु महाराज ने कहा कि भागवत कथा आत्मा और परमात्मा के मिलन का दिव्य मार्ग है। इसके सुनने से मनुष्य का कर्म और धर्म दोनों बदल जाते हैं। आचार्य शांतनु महाराज ने समाज में बदलते आयोजनों पर चिंता जताते हुए कहा कि आजकल परम्पराओं का मजाक उड़ाया जा रहा है। हमारी परम्पराएं संस्कृति और सभ्यता की धरोहर हैं, इनका पोस्टमार्टम नहीं होना चाहिए। उन्होंने श्रोताओं को प्रेरित किया कि वे अगली पीढ़ियों तक इन मूल्यों को पहुंचाएं।

जागरण में नृत्य नहीं, भक्ति हो

आचार्य शांतनु महाराज ने साफ कहा कि जागरण का उद्देश्य केवल साधना और भक्ति है, न कि मनोरंजन। राधा-कृष्ण के नाम पर मंचों पर नृत्य कराना संस्कृति के साथ खिलवाड़ है। जागरण में भजन और भक्ति का रस होना चाहिए, तभी वह सार्थक है।

सीएम योगी आदित्यनाथ का दिया उदाहरण

कथा को आज के परिप्रेक्ष्य से जोड़ते हुए आचार्य शांतनु महाराज ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि जब योगी जी दीपावली को वनवासियों और गरीबों के साथ मनाते हैं, तो यह भागवत का आदर्श है। निज सुख के लिए नहीं, बल्कि परमार्थ और लोककल्याण के लिए जीना ही सच्चा धर्म है।

राम और कृष्ण की लीलाओं का वर्णन

षष्ठम दिवस की कथा में आचार्य शांतनु महाराज ने भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण की लीलाओं का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि श्रीराम ने वनवास झेला और श्रीकृष्ण ने मथुरा से लेकर कुरुक्षेत्र तक धर्म की स्थापना की। इन अवतारों से मनुष्य को यह सीख मिलती है कि धर्म और सत्य के मार्ग पर डटे रहना ही जीवन का उद्देश्य है।

माता-पिता ही साक्षात देवता

कथा के अंत में आचार्य शांतनु महाराज ने कहा इस धरती पर माता-पिता ही सच्चे ईश्वर हैं। उनकी सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। जो इन्हें देवताओं के समान मानता है, वही वास्तव में सनातन संस्कृति का पालन करता है।

मंत्री, महापौर और दिल्ली से आए अतिथि

यह कथा अपनी माता कनकरानी और पिता दर्शन सिंह की स्मृति में भाजपा सांसद देवेंद्र सिंह भोले, उनकी पत्नी प्रेम शीला सिंह, विकास सिंह भोले (अध्यक्ष स्वामी विवेकानंद युवा समिति) और अमित सिंह आयोजित कर रहे हैं। आज इस अवसर पर प्रांत संघचालक भवानी भीख जी, कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, कानपुर नगर की महापौर प्रमिला पांडेय, पूर्व विधायक दिलीप सिंह उर्फ कल्लू यादव, पूर्व ब्लॉक प्रमुख राम स्वरूप कटियार, पूर्व जिला अध्यक्ष दिनेश राय, सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता संजीव दुबे, आचार्य अरुण पूरी महाराज, श्रीमती नीतू सिंह दीदी समेत सैकड़ों श्रद्धालु और गणमान्यजन मौजूद रहे।