छत्तीसगढ़ के कांकेर से 22 किलोमीटर दूर स्थित मरकाटोला की महिलाओं ने वर्मी कंपोस्ट बेचकर एक लाख 40 हजार रुपए का मुनाफा कमाया है। वहां के नवदुर्गा स्वसहायता समूह और आदर्श स्वसहायता समूह की पांच-पांच महिलाओं ने मिलकर गांव के गौठान में 486 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट बनाकर बेचा है। गौठान और गोधन न्याय योजना के माध्यम से हो रही इस कमाई के लिए नवदुर्गा स्वसहायता समूह की फागेश्वरी साहू ने रविवार को कांकेर विधानसभा क्षेत्र के कोदागांव में भेंट-मुलाकात में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपने समूह की ओर से धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की ओर से यह पूछे जाने पर कि वर्मी कंपोस्ट से हुई कमाई का उसने क्या किया, फागेश्वरी ने बताया कि इन पैसों से उसने अपनी बेटी के लिए बाली खरीदी है। इस पर मुख्यमंत्री ने खुशी जाहिर करते हुए उसे बधाई दी। फागेश्वरी ने आगे बताया कि वर्मी कंपोस्ट से हुई आमदनी में से दोनों समूहों की पांच-पांच महिलाओं ने 14-14 हजार रुपए आपस में बांटे हैं। फागेश्वरी ने मुख्यमंत्री को बताया कि उसके समूह ने अभी कुछ दिनों पहले गौठान की जमीन पर खट्टा भाजी, बरबट्टी, लौकी, करेला और भिंडी की खेती शुरू की है।
इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आप लोगों ने बहुत सही समय पर बाड़ी लगाई है। दूसरी बाड़ियों की सब्जियां जब बाजार में आना बंद हो जाएंगी तब आप लोगों की सब्जियां तैयार होंगी। इससे आप लोगों को इनका अच्छा दाम मिलेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि स्वसहायता समूहों की महिलाएं वर्मी कंपोस्ट के साथ ही अलग-अलग तरह की गतिविधियों से अच्छी कमाई कर सकती हैं। उन्होंने फागेश्वरी और उसके समूह को सुझाव दिया कि वे दाल मिल, तेल मिल और सुगंधित धान से चावल निकालने की मशीन भी लगाएं। इससे उसके समूह की कमाई बढ़ेगी।