रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने मवेशियों में होने वाले लंपी रोग की रोकथाम के लिए सीमाओं पर जांच शुरू कर दी है। राज्य में इस बीमारी का अभी तक एक भी मामला सामने नहीं आया है। जनसंपर्क अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि राज्य में पशुओं के लंपी चर्मरोग का अभी तक कोई भी मामला सामने नहीं आया है। उनके मुताबिक इस रोग की आशंका को देखते हुए पशु चिकित्सा विभाग का मैदानी अमला बीते एक महीने से सतर्क है तथा गांवों में भ्रमण कर पशु पालकों को इस रोग से पशुओं को बचाने का उपाय बता रहा है।
उन्होंने बताया कि पशुओं में लंपी चर्म रोग का मामला राजस्थान, गुजरात और अन्य राज्यों में सामने आते ही छत्तीसगढ़ में पशुओं को उससे बचाने के लिए संचालक (पशु चिकित्सा सेवाएं) ने पिछले माह दिशा निर्देश जारी कर अधिकारियों को विशेष सावधानी बरतने के लिए कहा था। अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के 18 जिलों की सीमाएं अन्य राज्यों से जुड़ी हुई है, ऐसे में बीमार पशुओं के आवागमन की संभावना को देखते हुए सीमावर्ती गांवों में चेक पोस्ट लगाकर निगरानी रखी जा रही है। उनका कहना था कि इन गांवों में पशु मेला को प्रतिबंधित करने के साथ ही बिचौलियों पर भी निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि सीमावर्ती गांवों में पशुओं को इस रोग के संक्रमण से बचाने के लिए टीकाकरण किया जा रहा है।