छत्तीसगढ़ के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार महिलाओं और नाबालिग लड़कियों से बलात्कार की घटनाओं पर अंकुश लगाने में विफल रही है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के नेतृत्व में पार्टी के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन को इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपकर कांग्रेस सरकार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। भाजपा ने अपने ज्ञापन में कहा है कि कांग्रेस सरकार राज्य के प्राकृतिक संसाधनों की लूट और भ्रष्टाचार में लिप्त है तथा उसे राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था की कोई चिंता नहीं है।
पार्टी ने ज्ञापन में आरोप लगाया है कि शासन की शह के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हैं ही, स्वयं कांग्रेस के नेतागण भी सत्ता के मद में जघन्य अपराध आदि करने से परहेज नहीं कर रहे हैं। भाजपा ने इस ज्ञापन में लिखा है कि एक कांग्रेस नेता पर शिक्षक दिवस के दिन जशपुर जिले में एक शिक्षिका से दुष्कर्म करने का आरोप है जबकि जुलाई में सुकमा जिले के एक सरकारी आवासीय विद्यालय में पांच वर्षीय बालिका के साथ बलात्कार की घटना हुई थी। उसने दावा किया है कि कांग्रेस शासन के दौरान राज्य में बलात्कार के छह हजार से अधिक मामले सामने आए हैं।
ज्ञापन में भाजपा ने राज्यपाल से अक्षम और भ्रष्ट कांग्रेस सरकार के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह किया है। संवाददाताओं से बातचीत के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध पर राज्यपाल के समक्ष चिंता जताई है तथा उनसे राज्य सरकार से इस संबंध में जवाब मांगने का अनुरोध किया है। उधर, भाजपा पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य में अपराध की घटनाओं में कमी आई है। उन्होंने कहा कि भाजपा को छत्तीसगढ़ के बजाय हिंसा प्रभावित मणिपुर के राज्यपाल से मिलना चाहिए।
राज्यपाल से भाजपा प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर बघेल ने संवाददाताओं से कहा, पिछली (भाजपा) सरकार और भाजपा शासित राज्यों के दौरान अपराध दर की तुलना में राज्य में अपराध की घटनाओं में गिरावट आई है। बघेल ने कहा, उन्हें (भाजपा) जाकर छत्तीसगढ़ की पूर्व राज्यपाल अनुसुइया उइके से मिलना चाहिए जो मणिपुर की मौजूदा राज्यपाल हैं। मणिपुर पिछले चार महीनों से जल रहा है।