वरिष्ठ उपचुनाव आयुक्त धर्मेंद्र शर्मा के नेतृत्व में भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के प्रतिनिधिमंडल ने आगामी छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया और निर्वाचक नामावली में अधिक से अधिक पंजीकरण समेत कई निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि निर्वाचन आयोग के दल ने दो दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान राजधानी रायपुर के सर्किट हाउस में राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों तथा जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक की। उन्होंने बताया कि बैठक में सभी 33 जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक (एसपी) शामिल हुए।
अधिकारियों ने बताया कि निर्वाचन आयोग के दल ने राज्य के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों के द्वारा उनके जिले में की जा रही निर्वाचन संबंधी तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने बताया कि प्रत्येक जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने निर्वाचन की तैयारियों के संबंध में संयुक्त प्रस्तुतीकरण दिया, जिसकी समीक्षा आयोग के पदाधिकारियों ने की। उन्होंने निर्वाचन की तैयारियों में विशेष रूप से निर्वाचक नामावली में अधिक से अधिक पंजीकरण, मतदाता सूची का शुद्धिकरण और निर्वाचक नामावली का हर कार्य गंभीरता पूर्वक करने के निर्देश दिए।
अधिकारियों ने बताया कि मतदान केंद्र में मूलभूत सुविधाओं और अन्य आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता की भी विस्तृत समीक्षा की गई। उन्होंने सभी मतदान केंद्रों में मूलभूत आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। राज्य में शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी निर्वाचन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सुरक्षा बलों के विषय में भी समीक्षा की गई। उन्होंने बताया कि आठ जून को 18 जिलों के जिलाधिकारियों और नौ जून को 15 जिलों के जिलाधिकारियों के कार्यों की समीक्षा की गई। छत्तीसगढ़ में इस वर्ष के अंत तक नई सरकार का गठन होना है। राज्य के 90 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ कांग्रेस के 71, भाजपा के 14, छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जे) के तीन और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के दो विधायक हैं।