छत्तीसगढ़ में छेरछेरा पर राजधानी की मठपारा की सड़कों पर आज अलग नजारा देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हाथ में झोला लिए गली-गली दान मांगते नजर आए। सीएम बघेल ने करीब आधे घंटे तक गलियों में घूम-घूम कर सभी से दान लिया। सीएम बघेल को देखकर मठपारा के निवासी घरों से निकलकर बाहर आए और उनके झोले में अनाज, सब्जी आदि दान स्वरूप डाली। दान देने वालों में छोटे-छोटे बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग बड़े उत्साह से शामिल हुए।इस दौरान मुख्यमंत्री ने भी वहां मौजूद बच्चों को दान स्वरूप राशि भेंट की।
सीएम बघेल ने छेरछेरा पर्व के अवसर पर दूधाधारी मठ पहुंचकर भगवान के दर्शन किए और पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के लिए सुख समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर सीएम बघेल ने सभी को छेरछेरा की बधाई देते हुए कहा कि छेरछेरा का पर्व हमें बड़ा संदेश देता है क्योंकि इस दिन दान दिया जाता है और दान लिया भी जाता है। दान देना उदारता और दान लेना अहंकार को नष्ट करने का प्रतीक है। छेरछेरा में दान की राशि जनकल्याण में खर्च की जाती है।
उन्होंने कहा कि किसान खेत में फसल की पैदावार और सभी के लिए भोजन की व्यवस्था करते हैं।अन्नदाता किसान समेत सभी वर्ग अनाज को दान करते है। उन्होने कहा कि भगवान बालाजी की कृपा से इस साल बहुत अच्छी पैदावार हुई है, अब तक 85 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा जा चुका, और एक भी किसान की शिकायत नहीं आयी। सभी किसानों को तत्काल भुगतान भी हुआ। कार्यक्रम के पहले मुख्यमंत्री को धान से तौला भी गया।