छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर राज्य के सभी 33 जिलों के 42 स्थानों पर मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना की शुरूआत की। जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में वाणिज्यिक वृक्षारोपण को बढ़ावा देकर किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए शुरू की गई है।
उन्होंने बताया कि बघेल ने विधानसभा परिसर स्थित अपने कार्यालय से योजना की ऑनलाइन शुरूआत की। बघेल ने कहा कि यह योजना छत्तीसगढ़ में वनों के संरक्षण-संवर्धन तथा हरियाली के प्रसार के लिए एक महत्वपूर्ण योजना साबित होगी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ‘मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना’ वाणिज्यिक वृक्षारोपण करने वाले लोगों के लिए आर्थिक दृष्टि से, पर्यावरण और मिट्टी के स्वास्थ्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण योजना साबित होगी।
उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि बस्तर और सरगुजा के लोगों ने, जहां राज्य में सर्वाधिक वन हैं, इस योजना में गहरी रुचि दिखाई है। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि दुर्ग और रायपुर संभाग में लोगों को इस योजना के लाभों से अवगत कराया जाए जिससे वहां भी वृक्षारोपण को बढ़ावा मिले। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना में सभी वर्ग के इच्छुक किसानों की भूमि पर वाणिज्यिक वृक्षारोपण होगा। इस योजना के तहत 33 जिलों के 23 हजार 600 किसानों द्वारा 36 हजार 230 एकड़ में वृक्षारोपण किया जाएगा। योजना से किसानों को सालाना प्रति एकड़ 15 से 50 हजार रूपए तक की आय होगी।