आदिवासी आरक्षण को लेकर मचे घमासान के बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फिर दोहराया कि संविधान में जो भी आरक्षण संबंधी प्रावधान हैं,उसके अनरूप सभी को आरक्षण मिलेंगा। भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत दौरे पर निकले सीएम बघेल ने कहा कि इस मसले पर विधानसभा का विशेष सत्र एक और दो दिसम्बर को आहूत किया गया हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती रमन सरकार के बगैर पूरी तैयारी के लागू किए गए आरक्षण पर रोक लगी, अगर इसे पूरी तैयारी से लागू किया गया होता तो आज यह स्थिति नही पैदा होती।
उन्होंने कहा कि हम लगातार रूरल इंडस्ट्रियल पार्क आदि योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण उद्योग को मजबूत कर रहे हैं। इस साल धान खरीदी एक नवम्बर से शुरू हो गई है। इस बार अरहर, उडद और मूंग की भी खरीदी की जाएगी। उन्होंने पैरादान की अपील करते हुए कहा कि धरती के लिए और पशुधन के लिए यह बहुत अच्छा है। सीएम बघेल ने शिवनाथ नदी के संरक्षण पर एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि हमारा मानना है कि नदी बारहमासी हो, इसके लिए उनके पुनर्जीवन पर काम हो रहा है। नदी का प्रवाह बना रहना चाहिए। नरवा योजना से तेजी से रिचार्ज हो रहा है। इकोसस्टिम पूरी तरह से ठीक होगा।
उन्होंने कहा कि जनजातियों के लिए लाई गई योजनाओं से लोगों को संतोष मिला है। अब बिल्कुल छोटे कस्बों में भी बाइक शो रूम खुल गए। बाइक है तो सड़क चाहिए। अब सड़क का विरोध नहीं होता। उन्होंने कहा कि लोगों का नजरिया बदला है। लोगों को रोजगार मिला है। दंतेवाड़ा में डैनेक्स की फैक्ट्री हैं 1500 लोग काम कर रहे हैं। कटेकल्याण में मुझे बताया गया कि महुवा लोग नेट में संकलित करती हैं। वो इंग्लैंड जाना चाहती हैं कि वहां के लोग इसका क्या करते हैं। उनका आत्मविश्वास का स्तर कितना बढ़िया है। सीएम बघेल ने कहा कि लोग आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल मांगते हैं। बैंक मांगते हैं। योजनाएं इतनी हैं कि डीबीटी से अलग अलग योजनाओं से पैसा आ जाता है और कई बार लोग चकित भी हो जाते हैं। इससे नक्सलवाद कमजोर हुआ है।