रायपुर। छत्तीसगढ़ में छह माह पहले हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से सत्ता हासिल करने के बाद से उत्साहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छवि और विष्णु देव साय सरकार द्वारा पूरे किए गए चुनावी वादों की लोकप्रियता के दम पर लोकसभा चुनाव में 11 में से 10 सीट पर जीत दर्ज की। इस चुनाव में कांग्रेस केवल एक सीट ही जीत सकी। निर्वाचन आयोग ने राज्य की सभी 11 सीट पर परिणामों की घोषणा कर दी है। राज्य में भाजपा ने रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, सरगुजा (एसटी), रायगढ़ (एसटी), कांकेर (एसटी), महासमुंद, बस्तर (एसटी) और जांजगीर-चांपा (एससी) में जीत हासिल की है। जबकि कांग्रेस को कोरबा में जीत मिली है। आयोग के अनुसार, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार भूपेश बघेल 44,411 मतों से चुनाव हार गए। उन्हें भाजपा के मौजूदा सांसद संतोष पांडेय के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा। आयोग के अनुसार, बस्तर (अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित)सीट से भाजपा उम्मीदवार महेश कश्यप ने कांग्रेस के तेजतर्रार नेता कवासी लखमा को 55,245 मतों के अंतर से पराजित कर दिया।
वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बस्तर सीट से कांग्रेस के दीपक बैज को जीत मिली थी। पार्टी ने इस बार के चुनाव में बैज को टिकट न देकर कोंटा क्षेत्र के विधायक कवासी लखमा को मैदान में उतारा था। इस सीट पर 36,758 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया। राज्य में भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्य सरकार में मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर सीट पर 5,75,285 मतों के बड़े अंतर से जीत हासिल की। उन्होंने कांग्रेस के विकास उपाध्याय को हराया। रायगढ़ (अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित) सीट से भाजपा उम्मीदवार राधेश्याम राठिया ने कांग्रेस की मेनका देवी सिंह को 2,40,391 मतों से पराजित किया है। भाजपा के चिंतामणि महाराज ने सरगुजा (अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित) निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस की शशि सिंह के खिलाफ 64,822 मतों के अंतर से जीत हासिल की। महाराज पिछले वर्ष विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे। वहीं जांजगीर-चांपा (अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित) सीट से भाजपा की कमलेश जांगड़े ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के शिवकुमार डहरिया को 60 हजार वोट के अंतर से हराया। दुर्ग क्षेत्र से सांसद और भाजपा नेता विजय बघेल ने कांग्रेस के राजेंद्र साहू को 4,38,226 मतों के अंतर से हराया।
वहीं महासमुंद सीट से भाजपा की पूर्व विधायक रूप कुमारी चौधरी ने कांग्रेस के पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू को 1,45,456 मतों से पराजित किया। भाजपा के भोजराज नाग ने कांकेर (एसटी) सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार बीरेश ठाकुर को 1,884 मतों से हराया। बिलासपुर लोकसभा सीट पर भाजपा के पूर्व विधायक तोखन साहू ने कांग्रेस उम्मीदवार और वर्तमान विधायक देवेंद्र यादव को 1,64,558 मतों से हराया। राज्य में कांग्रेस केवल कोरबा सीट जीतने में कामयाब रही। इस सीट पर मौजूदा सांसद ज्योत्सना महंत ने भाजपा नेता सरोज पांडेय को 43,283 मतों से हराया। ज्योत्सना विपक्षी दल के नेता चरणदास महंत की पत्नी हैं। भाजपा ने मत प्रतिशत के मामले में भी राज्य में अपनी स्थिति मजबूत की है। पार्टी को पिछले साल विधानसभा चुनाव में 46.27 प्रतिशत वोट मिले थे, जो लोकसभा चुनाव में बढ़कर 52.65 प्रतिशत हो गए। कांग्रेस का वोट शेयर, जो विधानसभा चुनाव में 42.23 प्रतिशत था इस चुनाव में घटकर 41.06 प्रतिशत रह गया। छत्तीसगढ़ के गठन के बाद 2004, 2009 और 2014 में हुए तीन लोकसभा चुनावों में भाजपा ने तीनों बार 11 में से 10 सीट जीतकर अच्छा प्रदर्शन किया था। 2019 में भाजपा ने नौ और कांग्रेस ने दो सीटें जीती थीं।