छत्तीसगढ़ के कोयला लेवी ‘घोटाले’ मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए गए चार लोगों में नौकरशाह सौम्या चौरसिया के एक ”करीबी विश्वासपात्र”, दो खनन अधिकारी और एक कथित ठग शामिल हैं। एक आधिकारिक बयान में शनिवार को यह जानकारी दी गई है। बयान में कहा गया है कि ईडी ने चारों को धनशोधन रोधी कानून के तहत गिरफ्तार किया था और रायपुर में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत ने उन्हें 30 जनवरी तक एजेंसी की हिरासत में भेज दिया। एजेंसी ने इस मामले में 13 जनवरी को छत्तीसगढ़, दिल्ली और पुणे में नए सिरे से छापेमारी की थी और इन चारों को गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में दीपेश टांक है, जो सौम्या चौरसिया का ”करीबी विश्वासपात्र” है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यालय में उप सचिव सौम्या चौरसिया इस मामले में आरोपी हैं।
धन शोधन का मामला आयकर विभाग की उस शिकायत के बाद सामने आया, जिसे जून 2022 में कर अधिकारियों द्वारा छापेमारी के बाद दर्ज किया गया था। इस मामले में पिछले साल चौरसिया, राज्य के एक आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई और कुछ कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया था। एजेंसी के अनुसार, ईडी की जांच ”एक बड़े घोटाले से जुड़ी है, जिसमें वरिष्ठ नौकरशाहों, कारोबारियों, नेताओं और बिचौलियों के एक गिरोह द्वारा छत्तीसगढ़ में प्रत्येक टन कोयले पर 25 रुपये की अवैध उगाही की जा रही थी। इस सप्ताह गिरफ्तार किए गए लोगों में दो खनन अधिकारी संदीप कुमार नायक (सूरजपुर में तैनात) और शिव शंकर नाग (कोरबा में कार्यरत) भी शामिल हैं और एजेंसी ने आरोप लगाया कि उन्होंने जानबूझकर और स्वेच्छा से सूर्यकांत तिवारी (घोटाले के कथित मुख्य सरगना) के सिंडिकेट को जबरन वसूली करने और अपराध की आय हासिल करने में मदद की। गिरफ्तार किया गया चौथा व्यक्ति राजेश चौधरी है, जो कथित रूप से एक ठग है। ईडी ने कहा था, मामलों को निपटाने के लिए बिचौलिए के रूप में काम करने का दावा करके वह लोगों को धोखा दे रहा था।
ईडी ने बयान में कहा, ईडी की जांच में सामने आया है कि सुनील अग्रवाल (पिछले साल अक्टूबर में इस मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए एक आरोपी और वर्तमान में न्यायिक हिरासत में) के परिवार के सदस्य उसकी रिहाई के लिए भरसक प्रयास कर रहे थे। ईडी ने इस मामले में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें ये चार गिरफ्तारी भी शामिल हैं।