छत्तीसगढ़ में पहले चरण में बस्तर लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को होने वाले मतदान से पहले बुधवार शाम चुनाव प्रचार समाप्त हो गया। राज्य में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी कांग्रेस के बीच है। भ्रष्टाचार, गरीबी और इन राजनीतिक दलों के चुनावी वादे चुनाव प्रचार में हावी रहे। राज्य में मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि राज्य की एक मात्र बस्तर सीट के लिए आज शाम प्रचार समाप्त हो गया। राज्य में पहले चरण के लिए भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रचार किया। इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी सभाएं कीं। मोदी और सिंह ने पहले चरण के लिए बस्तर लोकसभा क्षेत्र में एक-एक रैली को संबोधित किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी क्षेत्र में एक रैली कर अपनी पार्टी के पक्ष में प्रचार किया। इस दौरान पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज मौजूद रहे।
राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा ने कांग्रेस पर अपने शासन के दौरान भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप लगाया। पार्टी नेताओं ने इस दौरान अनुच्छेद 370 की समाप्ति और राम मंदिर निर्माण समेत 10 वर्ष में भाजपा सरकार के दौरान किए गए कार्यों को अपने भाषण में गिनाया। कांग्रेस ने भाजपा पर अमीरों के हित में काम करने का आरोप लगाया। पार्टी ने इस दौरान महालक्ष्मी योजना, 30 लाख सरकारी पदों पर भर्ती और किसानों का ऋण माफी जैसे वादों को जनता के सामने रखा। राज्य की 11 लोकसभा सीट पर तीन चरणों में चुनाव होंगे। नक्सल प्रभावित बस्तर निर्वाचन क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा के बीच शुक्रवार को मतदान होगा। राजनांदगांव, कांकेर (एसटी) और महासमुंद लोकसभा क्षेत्रों में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा। राज्य की सात लोकसभा सीट –रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा (अनुसूचित जाति आरक्षित), कोरबा, सरगुजा (एसटी) और रायगढ़ (एसटी) पर सात मई को वोट डाले जाएंगे। निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि बस्तर सीट पर कुल 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इस संसदीय क्षेत्र में 14,72,207 मतदाता हैं जिनमें 7,71,679 महिला, 7,00,476 पुरुष और 52 तृतीय लिंगी हैं।
उन्होंने बताया कि क्षेत्र में दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 12,703 और सेवा मतदाताओं की संख्या 1603 है। अधिकारियों ने बताया कि निर्वाचन क्षेत्र में 1961 मतदान केंद्र बनाए गए हैं और माओवादी खतरे को देखते हुए उनमें से 230 से अधिक मतदान केंद्रों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। उन्होंने बताया, ”बस्तर लोकसभा सीट के अंतर्गत कोंडागांव, नारायणपुर, चित्रकोट, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा विधानसभा क्षेत्रों के मतदान केंद्रों पर मतदान का समय सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक है। इसके अलावा, बस्तर विधानसभा क्षेत्र में मतदान सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक होगा।” बस्तर लोकसभा क्षेत्र के लिए सत्ताधारी दल भाजपा ने एक नए चेहरे महेश कश्यप को मैदान में उतारा है, जो पूर्व में विश्व हिंदू परिषद के सदस्य रह चुके हैं। वहीं कांग्रेस ने अपने मौजूदा सांसद दीपक बैज, जो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं, का टिकट काटकर कोंटा क्षेत्र के विधायक सांसद कवासी लखमा को टिकट दिया है।
छह बार के विधायक लखमा ने पिछली भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया था। अधिकारियों ने बताया कि बस्तर लोकसभा सीट के संवेदनशील स्थानों में 156 मतदान केंद्रों के लिए मतदान कर्मियों को लाने-ले जाने के लिए हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है और यह कार्यवाही मंगलवार को शुरू की गई थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने नौ सीट और कांग्रेस ने दो सीट जीती थीं। कांग्रेस ने जिन दो सीटों पर जीत हासिल की थी उनमें से एक बस्तर लोकसभा क्षेत्र में भी शामिल है।