छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिले के धरमपुरा स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय वद्यिालय में गुरुवार की रात विषाक्त भोजन (फूड पॉइजनिंग) खाने से 40 किशोर छात्रों के बीमार होने की घटना से हड़कंप मच गया। विद्यालय के 40 बच्चों को अचानक उल्टी होने और तबीयत बिगड़ने के बाद महारानी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में इन बच्चों का इलाज जारी है, जबकि घटना के बाद प्रशासन और शिक्षा विभाग ने जांच शुरू कर दी है। घटना की शुरुआत गुरुवार रात को हुई, जब छठी से दसवीं कक्षा के लगभग 300 छात्रों ने रात का भोजन करने के बाद वश्रिाम किया। रात करीब 12 बजे के बाद कई बच्चों को उल्टियां होने लगीं, जिसके बाद उनके साथी छात्रों ने तत्काल इसकी सूचना वद्यिालय के अधीक्षक को दी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए चार एम्बुलेंसों को तत्काल वद्यिालय में बुलाया गया। गंभीर स्थिति में 25 बच्चों को रात में ही महारानी अस्पताल ले जाया गया, जबकि शुक्रवार की सुबह बाकी बच्चों को भी अस्पताल पहुंचाया गया। घटना की जानकारी मिलते ही विधायक किरण सिंह देव व अस्पताल पहुंचे।
वहीं सहायक आयुक्त गणेश सोरी की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में वद्यिालय के भोजन सामग्री की गुणवत्ता की जाँच की जा रही है और बच्चों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि फूड पॉइजनिंग के कारणों का पता लगाया जा सके। सोरी ने बताया कि फिलहाल 40 बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है और डॉक्टरों की टीम लगातार बच्चों की स्थिति पर नजर रखे हुए है। विद्यालय प्रशासन और जिला स्वास्थ्य विभाग ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक कदम उठाए हैं। इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता के मानकों का कड़ाई से पालन करने के नर्दिेश दिए गए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों की हालत में सुधार हो रहा है, लेकिन वे पूरी तरह से स्वस्थ होने तक अस्पताल में ही रहेंगे।इस घटना ने स्कूल के अन्य छात्रों और उनके अभिभावकों में भी चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा और उनके स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए सभी आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है।