भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार उन पर तथा उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं लेकिन साढ़े चार वर्षों के शासनकाल में एक भी आरोप प्रमाणित करने में विफल रहे है। डा.सिंह ने प्रेस कान्फ्रेंस में यह दावा करते हुए कहा कि बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भ्रष्टाचार पर की गई टिप्पणियों पर सवाल उठाए है, जबकि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य मॆं हुए अदालत में पेश किए गए आरोप पत्र में 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले का खुलासा किया है। आरोप पत्र में ईडी ने बहुत सारी डिटेल दी है जोकि काफी चौकाने वाली है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर मुख्यमंत्री बघेल द्वारा दिए गए बयानों पर भी पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री जब छत्तीसगढ़ आए तो उन्होंने झुनझुना भी नहीं दिया, जबकि प्रधानमंत्री जी ने 7600 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण शिलान्यास एवं शुभारंभ जिस कार्यक्रम में किया उसमें बघेल भी मौजूद थे। सच तो यह हैं कि झुनझुना तो कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पर अविश्वास जताते हुए टीएस सिंहदेव को चार महीनों के लिए दिया हैं। डा.सिंह ने धान खरीद को लेकर दिए गए मुख्यमंत्री के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि शायद मुख्यमंत्री को ज्ञात नहीं है कि केंद्र सरकार प्रदेश से चावल खरीदती है धान नहीं। और मुख्यमंत्री धान के आंकड़े बताकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं।
दरअसल धान का 67 प्रतिशत चावल बनता है बाकी भूसा निकलता है। जबकि प्रदेश का लगभग पूरा चावल केंद्र सरकार खरीदती है। मुख्यमंत्री बघेल के डा.सिंह की संपत्ति को लेकर दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि शायद मुख्यमंत्री भूल जाते हैं कि पहले ही कांग्रेस जब मेरी संपत्ति के मामले में उच्च न्यायालय गई तो न्यायालय ने कड़े शब्दों के साथ इसे तथ्यहीन, निराधार और राजनीति से प्रेरित मुद्दा बताकर खारिज कर दिया और इसके बावजूद मुख्यमंत्री लगातार यहीं आरोप दोहराते रहते हैं।