ग़ाज़ियाबाद से बीजेपी के क़द्दावर नेता और चार बार सांसद रहे डॉक्टर रमेश चंद्र तोमर को लोकसभा चुनाव में कोई भूमिका नहीं दिये जाने से उनके समर्थक ख़ासे नाराज़ हैं। राजपूत समाज की नाराज़गी के बीच डॉक्टर तोमर जैसे वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी आग में घी का काम कर रही है। राजपूत समाज के नेताओं का कहना है कि पश्चिम से किसी भी ठाकुर नेता को टिकट नहीं देना और डॉक्टर रमेश चंद्र तोमर जैसे वरिष्ठ नेता की बार – बार अनदेखी अपमानजनक है।
लाँकि गुरु जी के नाम से इलाक़े में विख्यात पूर्व सांसद लगातार बीजेपी का प्रचार कर रहे हैं। पीएम मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए वोट माँग रहे हैं। लेकिन उनके समर्थकों में भारी निराशा है। जानकारों का कहना है कि जनरल वी के सिंह का टिकट काटना और रमेश चंद्र तोमर की अनदेखी का असर ग़ाज़ियाबाद सीट पर भी पड़ सकता है। पूर्व सांसद के समर्थकों का कहना है कि जनरल की जगह डॉक्टर रमेश चंद्र तोमर को टिकट देना चाहिए था।
जानकारों का कहना है कि अगर ग़ाज़ियाबाद में बीजेपी के जीत का अंतर कम हुआ और धौलाना में पार्टी फिर पीछे रही तो यह बीजेपी की आगे की रणनीति के लिहाज़ से चेतावनी होगा। ग़ौरतलब है डॉक्टर तोमर वर्ष 2014 में बीच चुनाव में कांग्रेस का टिकट छोड़कर नरेंद्र मोदी के साथ मंच पर आ गये थे। मोदी ने ख़ुद गले लगाकर उनका स्वागत किया था। लेकिन उसके बाद से उनका राजनीतिक वनवास ख़त्म नहीं हुआ है। इसके पहले वे बीजेपी से ही चार बार सांसद रह चुके हैं।