वरिष्ठ भाजपा नेता एवं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि 2024 में कांग्रेस राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की कोशिश कर रही है, और लोगों को नरेन्द्र मोदी एवं राहुल के बीच चुनाव करना है। शाह ने आज यहां मोदी सरकार के नौ वर्ष के शासन के पूरा होने पर आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए लोगो से पूछा कि 2024 में कौन प्रधानमंत्री होगा राहुल बाबा या नरेन्द्र मोदी। भीड़ से आवाज आई नरेन्द्र मोदी। विपक्ष की कल पटना में होने वाली बैठक से ठीक पहले शाह ने एक तरह से 2024 में मोदी एवं राहुल के बीच प्रधानमंत्री पद के लिए मुकाबले को खड़ा करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि नौ वर्षों में मोदी जी ने देश का सम्मान दुनिया में बढ़ाया और देश की अर्थव्यवस्था को दुनिया की 11वीं से पांचवीँ अर्थव्यवस्था बना दिया।
उन्होंने कहा कि नौ वर्षों में मोदी सरकार ने बहुत सारे परिवर्तन किए जबकि 10 वर्ष सत्ता में रही मनमोहन सरकार ने घपले घोटाले किए और भारी भ्रष्टाचार हुआ, जबकि नौ वर्षों के शासनकाल पर मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार के एक भी आरोप नही लगे। शाह ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में देश में आतंकवादी घटनाएं होती थी हमारे जवानों के लिर काट लिए जाते थे। पाकिस्तान को आदत पड़ चुकी थी उसने कश्मीर में पुलवामा और उरी में हमला किया जिसका मुंह तोड़ जवाब उसे मिला। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने कश्मीर से धारा 370 हटाया जिसे कांग्रेस सरकार 70 वर्षों से नही हटा सकी थी। छत्तीसगढ़ का जक्रि करते हुए उन्होने कहा कि वामपंथ उग्रवाद की कमर तोड़ दी गई है और बस्तर के महज कुछ इलाकों तक नक्सली सिमट गए है।
उन्होने अयोध्या में बन रहे राम मन्दिर का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस राम मन्दिर के निर्माण को लटका कर रखे हुई थी और लोगों को भ्रमा रही थी। मोदी जी सत्ता में आते ही एक दिन जाकर भूमि पूजन कर दिया। मन्दिर तेजी से बन रहा है। उन्होंने लोगों को राम मन्दिर में दर्शन के लिए तैयार रहने के अपील करते हुए कहा कि जनवरी में रामलला की प्रतिमा वहां स्थापित हो जायेंगी। शाह ने छत्तीसगढ़ का जिक्र करते हुए कहा कि यहां की बघेल सरकार घोटाले पर घोटाले कर रही है। यह वादाखिलाफी करने वाली सरकार है। इसने शराबबन्दी का वादा पूरा नही किया बल्कि उसकी होम डिलवरी शुरू करवा दी।
10 लाख नौकरियां देने का वादा किया था वह भी पूरा नही किया। बुजुर्ग माताओं को वृद्धावस्था पेंशन नही मिल रही है, साथ ही राज्य पर डेढ़ लाख करोड़ का कर्ज हो गया है। राज्य में बघेल सरकार का कार्यकाल में एक हजार किसानों ने आत्महत्या की और इस छोटे राज्य में पांच हजार बलात्कार की घटनाएं हुई। उन्होने कहा कि मोदी सरकार ने नौ वर्षों में राज्य को तीन लाख करोड़ रूपए दिए जबकि 10 वर्ष की मनमोहन सरकार में महज 74 हजार करोड़ रूपए ही मिले थे। उन्होने कहा कि मोदी सरकार द्वारा दी गई यह राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता इस सरकार से त्रस्त है और वह वह चुनाव की राह देख रही है। चुनाव में इस सरकार की कुर्सी पलटना तय है।