छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र कल से शुरू हो रहा हैं।इसके इस बार काफी हंगामेदार रहने के आसार है। आठ दिवसीय यह सत्र कल से शुरू होकर 27 जुलाई तक चलेगा। आठ दिवसीय इस सत्र में कुल छह बैठके होंगी। इसमें चालू वित्त वर्ष का प्रथम अनुपूरक बजट जहां पेश किया जाएगा। वहीं अन्य शासकीय एवं विधाई कार्य निष्पादित किए जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री टीएस, सिंहदेव के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भेजे इस्तीफे एवं उसके साथ चार पेज के पत्र में इस्तीफे के बताए गए कारणों को लेकर विपक्ष को सरकार को घेरने का एक बड़ा मुद्दा मिल गया है। मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने सत्र के पहले दिन से ही आक्रामक रूख अख्तियार करने के संकेत दिए है। सिंहदेव के पत्र में उल्लेख किए कुछ मामले में सरकार को बचाव का रूख अपनाना पड़ सकता है।
सत्ता पक्ष के विधायक दल की बैठक दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री आवास पर हो चुकी है, और उसने भी विपक्ष के हमलों को कमजोर करने की पूरी रणनीति बनाई है। मुख्यमंत्री बघेल स्वयं भेंट मुलाकात कार्यक्रम को बस्तर एवं सरगुजा क्षेत्र में मिले भारी समर्थन से उत्साहित है। उनके द्वारा इस सत्र में कुछ अहम घोषणाएं भी की जा सकती है। सत्ता पक्ष के लिए एक और राहत की बात है कि सिंहदेव सत्र में उपस्थित नहीं रहेंगे। वह इस दौरान गुजरात में रहेंगे जहां का उन्हे चुनाव पर्यवेक्षक बनाया गया है।