छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों के लगाए प्रेशर बम में बृहस्पतिवार को धमाका होने से एक महिला पुलिस आरक्षक घायल हो गयी। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना आज दोपहर करीब एक बजे हुई जब केरलापाल पुलिस थाने की सीमा के तहत नए बने गोगुंडा शिविर से जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और जिला बल का संयुक्त दल अभियान पर निकला था। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान जिला बल की आरक्षक मुचाकी दुर्गा गलती से प्रेशर बम के संपर्क में आ गईं, जिससे उसमें विस्फोट हो गया। इससे उनके बाएं पैर में चोट लग गई।
अधिकारी ने बताया कि उनका प्राथमिक उपचार करने के बाद, उन्हें रायपुर ले जाया जा रहा है। उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। माओवादी अक्सर बस्तर इलाके के अंदरूनी इलाकों में गस्त के दौरान सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए जंगल में सड़क और कच्चे रास्तों पर बारूदी सुरंग लगाते हैं। बस्तर इलाके में सुकमा समेत सात ज़िले हैं। इस इलाके में पहले भी आम लोग माओवादियों के बिछाए ऐसे जाल का शिकार हो चुके हैं। इस साल नौ जून को, सुकमा ज़िले में एक पत्थर की खदान में नक्सलियों द्वारा लगाए गए बारूदी सुरंग में विस्फोट होने से सहायक पुलिस अधीक्षक (कोंटा क्षेत्र) आकाश राव गिरेपुंजे की मौत हो गई और दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।





