छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में एक महिला नक्सली समेत दो इनामी नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया तथा सुरक्षाबलों ने दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुकमा जिले में आठ-आठ लाख रुपये के इनामी दो नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है तथा बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों ने दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। सुकमा जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कलमू प्रकाश उर्फ सन्नु (28) एवं नक्सली पेड़कम रीता (30) नामक दो नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने बताया कि नक्सली कलमू दक्षिण बस्तर डिविजन में डिविजनल कमेटी सदस्य के रूप में सक्रिय था जबकि पेड़कम रीता दक्षिण बस्तर पीएलजीए बटालियन नंबर एक में सक्रिय थी।
उन्होंने बताया कि दोनों पर आठ-आठ लाख रूपए का इनाम है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने पूना नर्कोम अभियान (नई सुबह, नई शुरुआत) से प्रभावित होकर तथा माओवादी नेताओं के भेदभावपूर्ण व्यवहार से तंग आकर हिंसा का मार्ग छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि नक्सली कलमू के खिलाफ 2017 में बुरकापाल के जंगल में सड़क निर्माण कार्य के दौरान पुलिस दल पर हमला समेत कई घटनाओं में शामिल होने का आरोप है। बुरकापाल हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 25 जवान शहीद हो गए थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रीता माओवादियों के पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) बटालियन नंबर एक में सक्रिय थी। रीता के पति नागेश माओवादी कमांडर के रूप में सक्रिय था, उसने हाल ही में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था।
रीता सुरक्षा बलों एवं नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की कई घटनाओं में शामिल थी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अन्य घटना में सुरक्षाबलों ने बीजापुर जिले में दो नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि जिले में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत बृहस्पतिवार को मोदकपाल थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने नक्सली कुरसम रामचन्द्रम (40) को तथा शुक्रवार को मंगू तेलम (28) को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कुरसम के खिलाफ मोदकपाल थाना में चार तथा मंगू के खिलाफ एक स्थाई वारंट लंबित है। दोनों के खिलाफ कई नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है।