अभिषेक उपाध्याय। छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बल को अब तक की सबसे बड़ी सफलता मिली है जो ये बता रही है कि हालात किस तरह से बदल रहे हैं। बारसूर थाना क्षेत्र के दंतेवाड़ा व नारायणपुर जिले के पास स्थित जंगल व पहाड़ी में हुए मुठभेड़ में पुलिस ने अब तक 36 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। इस मुठभेड़ में 25-25 लाख रुपये के इनामी नक्सलियों के मारे जाने की बात पता चली है।
मुठभेड़ स्थल से अब तक 14 नक्सलियों के शव सहित एके-47, एसएलआर जैसे स्वचालित बंदूकें व भारी मात्रा में विस्फोटक पुलिस को मिले हैं। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि मुठभेड़ में कई बड़े कैडर के इनामी नक्सली भी मारे गए हैं। इस बीच सरकार लगातार नक्सलवाद के खात्मे की कोशिशों में जुटी हुई है। नई दिल्ली के विज्ञान भवन में नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की महत्वपूर्ण बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनकी टीम के साहसिक प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नक्सल उन्मूलन के लिए उठाए गए प्रभावी कदमों को सराहते हुए मुख्यमंत्री और उनकी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि नक्सल मोर्चे पर छत्तीसगढ़ सरकार बेहतर कार्य कर रही है, जिससे नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों को अभूतपूर्व सफलता मिल रही है।
बैठक के दौरान गृह मंत्री शाह ने विशेष रूप से हाल ही में हुए नक्सली मुठभेड़ का उल्लेख किया, जिसमें छत्तीसगढ़ पुलिस ने 31 नक्सलियों को ढेर किया था। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की पुलिस, डीआरजी और बस्तर बटालियन के जवानों ने बेहतरीन तालमेल और खुफिया जानकारी के साथ इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। यह नक्सल उन्मूलन अभियान राज्य सरकार की रणनीति, खुफिया तंत्र और केंद्रीय बलों के सहयोग का बेहतरीन उदाहरण है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में उल्लेखनीय प्रगति की है। पिछले नौ महीनों में 194 से अधिक माओवादी मारे गए हैं, 800 से ज्यादा नक्सलियों की गिरफ्तारियां हुई हैं और 738 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है और मुख्यमंत्री साय व उनकी टीम सराहना के योग्य है। है, जिससे वहां के लोग मुख्यधारा में लौट रहे हैं।