छत्तीसगढ के वन मंत्री केदार कश्यप के निर्देशानुसार राज्य आर्द्रभूमि प्राधिकरण द्वारा आर्द्रभूमि संरक्षण के लिए आर्द्रभूमि मित्र बनाने का अभियान शुरू किया गया है, जिसकी जानकारी विभाग ने शुक्रवार को मीडिया को दी। आर्द्रभूमि मित्र स्थानीय आर्द्रभूमियों के संरक्षण में समुदाय की सक्रिय भागीदारी सुनश्चिति करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। आर्द्रभूमि मित्र बनने के लिए इच्छुक व्यक्ति क्यूआर कोड स्कैन करके नर्धिारित फॉर्म में आवश्यक जानकारी भरकर अपने निकटतम आर्द्रभूमि क्षेत्र से जुड़ सकते हैं। पंजीकृत आर्द्रभूमि मित्रों को आर्द्रभूमि संरक्षण से संबंधित जानकारी, प्रशक्षिण एवं जन-जागरूकता कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर मिलेगा।
साथ ही वे आर्द्रभूमि क्षेत्र में होने वाले परिवर्तनों की पहचान, अवैध गतिविधियों की सूचना देने तथा स्थानीय समुदाय तक आवश्यक जानकारी पहुँचाने में सहयोग करेंगे। उल्लेखनीय है कि इस अभियान की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि पूरे राज्य में अब तक 500 से अधिक आर्द्रभूमि मित्र पंजीकृत किए जा चुके हैं। यह संख्या न केवल जन-जागरूकता के बढ़ते स्तर को दर्शाती है, बल्कि आर्द्रभूमि संरक्षण के प्रति नागरिकों की जम्मिेदारी की भावना को भी मजबूत करती है। आर्द्रभूमि मत्रि स्थानीय स्तर पर आर्द्रभूमि के स्वास्थ्य, संरक्षण गतिविधियों में भागीदारी तथा वैज्ञानिक जानकारी के प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। कोरबा जिले में लगभग 200 आर्द्रभूमि मित्र अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय रूप से संरक्षण कार्यों में सहयोग कर रहे हैं।
राज्य में जागरूक और समर्पित आर्द्रभूमि मित्रों का मजबूत नेटवर्क विकसित किया गया है, जो विभाग और आम जनता के बीच एक प्रभावी सेतु का कार्य कर रहा है। इनके सहयोग से आर्द्रभूमि के जैव-विविधता मूल्य, पारिस्थितिक महत्व और सतत उपयोग की अवधारणाओं का व्यापक प्रसार हो रहा है। आर्द्रभूमि मित्र अभियान ने समुदाय की भागीदारी को बढ़ावा देते हुए राज्य की दीर्घकालिक संरक्षण योजनाओं को मजबूत आधार प्रदान किया है। यह पहल न केवल छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक संपदा की रक्षा कर रही है, बल्कि जनता और प्रशासन को आर्द्रभूमि संरक्षण से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।





