छत्तीसगढ़ की बिलासपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के विधायक देवेंद्र यादव को टिकट देने के विरोध में पार्टी के एक स्थानीय नेता ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। स्थानीय नेता ने इस सीट से खुद के लिए टिकट की मांग की है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी से मंगलवार को बिलासपुर लोकसभा सीट से देवेंद्र सिंह यादव को उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा के बाद बिलासपुर में स्थानीय नेता ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। देवेंद्र यादव दुर्ग जिले के भिलाई नगर से दूसरी बार कांग्रेस के विधायक चुने गए हैं। बिलासपुर में पार्टी के नेता उन्हें बाहरी प्रत्याशी बता रहे हैं और उनका विरोध कर रहे हैं। यादव को बिलासपुर से प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा के दूसरे दिन बुधवार की सुबह 10 बजे जिले के बोदरी नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष जगदीश कौशिक :40: कांग्रेस के जिला कार्यालय कांग्रेस भवन के सामने आमरण अनशन पर बैठ गए। तेज धूप में अनशन के लिए एक दरी पर लेटे कौशिक से जब पूछा गया कि उनकी मांग क्या है तब उन्होंने अपने सिर के ऊपर दीवार पर लगे एक पर्चे की तरफ इशारा किया।
पर्चे में लिखा है, आमरण अनशन।बिलासपुर लोकसभा सीट से मुझे प्रत्याशी क्यों नहीं बनाया गया। मेरी तपस्या में क्या कमी रही? पार्टी हाईकमान (स्टेट/सेंट्रल) समाधान करें। न्याय दो। न्याय का हक मिलने तक।” जब उनसे पूछा गया कि वह कब तक अनशन करेंगे तब उन्होंने कहा, ”जब तक हाईकमान मुझे न्याय नहीं दे देती। उम्मीद है पार्टी मेरे साथ न्याय करेगी।” जिला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण) के अध्यक्ष विजय केशरवानी ने बताया कि जगदीश कौशिक वर्तमान में कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं। वे वर्ष 2009 से 2014 तक बोदरी नगर पंचायत के अध्यक्ष रहे हैं। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। केशरवानी ने बताया कि कौशिक के अनशन पर बैठने की खबर मिलने पर कोटा से विधायक अटल श्रीवास्तव, शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय पाण्डेय समेत अन्य नेताओं ने उनसे अनशन तोड़ने का आग्रह किया था लेकिन वे अनशन जारी रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि कौशिक को मनाने का प्रयास जारी है। कांग्रेस ने बिलासपुर सीट से यादव को चुनाव मैदान में उतारा है।
भाजपा और कांग्रेस दोनों ने सभी 11 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। यादव का मुकाबला भाजपा के तोखन साहू से है। राज्य की 11 लोकसभा सीटों के लिए तीन चरणों में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और सात मई को मतदान होगा तथा वोटों की गिनती चार जून को होगी। राज्य में नक्सल प्रभावित बस्तर (एसटी) लोकसभा क्षेत्र में 19 अप्रैल को आम चुनाव के पहले चरण में मतदान होगा, जबकि तीन अन्य निर्वाचन क्षेत्रों महासमुंद, राजनांदगांव और कांकेर (एसटी) में 26 अप्रैल को मतदान होगा। शेष सात सीटों रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, रायगढ़ (एसटी), कोरबा, जांजगीर-चांपा (एससी) और सरगुजा (एसटी) में सात मई को अंतिम चरण में मतदान होगा। भाजपा ने तीन बार 2004, 2009 और 2014 में 11 में से 10 लोकसभा सीटें जीती थीं। 2019 में भाजपा ने 11 में से नौ सीटें जीती थी।
Thank you for your sharing. I am worried that I lack creative ideas. It is your article that makes me full of hope. Thank you. But, I have a question, can you help me?
Can you be more specific about the content of your article? After reading it, I still have some doubts. Hope you can help me.
Can you be more specific about the content of your article? After reading it, I still have some doubts. Hope you can help me.