कांकेर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांकेर जिले के चारामा में आयोजित कार्यक्रम में 50 करोड़ 62 लाख रूपये के 166 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। सीएम बघेल ने इस अवसर पर भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष स्व.मनोज मण्डावी को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके साथ बिताये पलों को याद किया। उन्होंने कहा कि स्व.श्री मण्डावी जब मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य नवनिर्वाचित हुए, तबसे हमारा साथ रहा, उनसे अंतिम बार 07 अक्टूबर को नाथिया नवागांव में स्थापित लघु धान्य प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन उत्पाद इकाई के लोकार्पण अवसर पर मुलाकात हुई थी। कार्यक्रम में दो मिनट का मौन रखकर स्वर्गीय मण्डावी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
उन्होंने कहा कि मंडावी को बस्तर एवं आदिवासियों के संबंध में गहरी समझ थी। वे शिक्षा, स्वास्थ्य और किसानों की आय में वृद्धि पर ध्यान देते थे। अपनी बात को वे पूरी दृढ़ता के साथ रखते थे तथा अपने क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा चिंतित रहते थे। भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान उनके द्वारा भानुप्रतापपुर तहसील के ग्राम भानबेड़ा के कार्यक्रम में डोंगरकट्टा गांव के किसानों की समस्या बताई गई थी, इस गांव के 150 से अधिक किसानों का राजस्व रिकार्ड जप्त हुआ था, जिसे वापस नहीं किया गया था, जिसके कारण ग्रामीणों को शासकीय योजनाओं का भी लाभ नहीं मिल पा रहा था। सीएम बघेल ने कहा कि स्व. मण्डावी की कमी की भरपाई नहीं हो सकती, वे हमेशा हमारी स्मृति में जीवित रहेंगे। भानुप्रतापपुर क्षेत्रवासियों के दिलों में वे हमेशा राज करेंगे, उनके योगदान को कोई मिटा नहीं सकता। वे क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा तत्पर रहे, उनका असमय जाना उनके परिवार सहित हम सबके लिए अपूरणीय क्षति है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने मण्डावी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे अपने क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा चिंतित रहते थे। उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता, उन्होंने जो सपना देखा था, उन कार्यों का आज मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया गया है। महंत ने कहा कि व्यक्ति के जाने के बाद उनके काम एवं योगदान को याद किया जाता है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा के पूर्व सांसद पीएल पुनिया ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।