छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को कथित ‘लव जिहाद’ को लेकर विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘इनकी बेटियां करें तब लव और दूसरों की करें तब जिहाद।’ बघेल ने बिलासपुर जिले के अकलतरी गांव में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान भाजपा पर आरोप लगाया कि पार्टी बेमेतरा के बिरनपुर गांव में हुई हिंसा की घटना को लेकर राजनीतिक रोटी सेंकने की कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा, भाजपा ने न घटना की जांच की जरूरत समझी, न रिपोर्ट का इंतजार किया, सीधा दूसरे दिन बंद का आह्वान किया। ऐसी स्थिति पैदा की गई जैसे छत्तीसगढ़ में पता नहीं क्या हो गया है। दो बच्चों के बीच झगड़े में मौत हुई। किसी की मौत दुखद है। इसे उचित नहीं ठहराया जा सकता। लेकिन, इसकी आड़ में राजनीतिक रोटी सेंकने की कोशिश हो रही है।
उन्होंने कथित ‘लव जिहाद’ को लेकर विपक्षी दल के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, ‘वे लव जिहाद की बात करते हैं। भाजपा के बड़े नेताओं की बात करें तब सबकी बेटियों ने किसके साथ शादी की है…मुसलमानों से। वह लव जिहाद नहीं है? (पार्टी के) छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े नेता की बेटी पता नहीं कहां है…वह लव जिहाद नहीं है। इनकी बेटियां करें तब लव, दूसरे की करें तब जिहाद।’ बघेल ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा, ”आपने उनको रोकने के लिए क्या कोशिश की। आपको केवल राजनीतिक रोटी सेंकना है। अपने दामाद को मंत्री बनाकर रखते हैं, सांसद बनाकर रखते हैं और दूसरे के लिए दूसरा कानून।’ बेमेतरा शहर से 60 किलोमीटर दूर स्थित बिरनपुर गांव में आठ अप्रैल को स्कूली बच्चों के बीच लड़ाई के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी। इस झड़प में स्थानीय निवासी भुनेश्वर साहू (22) की मौत हो गई थी और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
बिरनपुर गांव में सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ हिंदू संगठनों ने सोमवार को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया था। वहीं, पुलिसकर्मियों ने मंगलवार को बिरनपुर गांव से करीब पांच किलोमीटर दूर कोरवाय गांव से रहीम मोहम्मद (55) और उसके बेटे इदुल मोहम्मद (34) के शव बरामद किए। दोनों बिरनपुर गांव के निवासी थे। बिरनपुर गांव के निवासियों के अनुसार इस वर्ष जनवरी माह में साहू परिवार की दो युवतियों की मुस्लिम युवकों से शादी के बाद गांव में तनाव का माहौल था। बिलासपुर में संवाददाताओं से मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव में हिंसा की घटना के बाद साहू समाज के पदाधिकारी उनसे मिले थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने घटना की कमिश्नर से जांच कराने, मृत युवक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने तथा दस लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।