कांग्रेस महासचिव एवं छत्तीसगढ़ की प्रभारी कुमारी शैलेजा ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह के बार बार छत्तीसगढ़ के दौरे से कांग्रेस को नही बल्कि मणिपुर को फर्क पड़ रहा है, जहां तीन महीने से अशान्ति मची हुई है। कुमारी शैलेजा ने आज यहां पत्रकारों के शाह के बार बार छत्तीसगढ़ के दौरे पर आने और भाजपा नेताओं के इससे कांग्रेस के घबराए होने के बयानों के बारे में पूछे जाने पर यह टिप्पणी की। उन्होने कहा कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में काम किया है और इसके आधार पर लोगो से वोट मांगेगी, गृह मंत्री के दौरों से कांग्रेस की संभावनाओं पर कोई फर्क नही पड़ने वाला।
उन्होंने कहा कि शाह के छत्तीसगढ़ के लगातार दौरों से मणिपुर को फर्क पड़ रहा है, वहां पर आग लगी है। वहां पर अमन चैन और समुदायों के विश्वास बहाल करने की उनकी अहम जिम्मेदारी है, लेकिन लगता हैं कि उनकी प्राथमिकता में मणिपुर नही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ एक शान्त प्रदेश है, यहां सुख चैन एवं शान्ति है। उन्होंने कहा कि भाजपा की रीति नीति ही है कि लोगों को धर्म जाति के नाम पर लड़ाओं और इसकी कोशिश हर उस जगह करती है जहां उसे इससे चुनावी लाभ की कोई उम्मीद दिखे।
कुमारी शैलेजा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के बाद कर्नाटक में मिली शिकस्त के बाद भाजपा घबराई हुई है। सत्ता धीरे धीरे इनके हाथ से जाना शुरू हो गई है। उन्होने कहा कि राज्य में कांग्रेस की चुनावी तैयारियां तेजी से चल रही है। राज्य चुनाव समिति का गठन हो गया है, और जल्द ही इसकी बैठक में मापदण्ड आदि तय करने का काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वह राज्य में अब चुनाव तक ज्यादा समय देंगी और पार्टीजनों से सीधे मुलाकात करेंगी। यह सिलसिला शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि उनसे मिलने वालों में टिकट के दावेदार भी होते है, तो कुछ मौजूदा विधायकों के अच्छे एवं खराब कामों को भी बताते है। यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि टिकटों के बंटवारे में युवाओं को भी महत्व दिया जाएगा।