छत्तीसगढ़ सरकार ने बांध परियोजना के प्रभावित गांवों के मुआवजे, विकास फंड में किया भ्रष्टाचार, केशव मौर्य का भूपेश बघेल पर हमला

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उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने छत्तीसगढ़ सरकार पर आरोप लगाया कि उसने सोनभद्र जिले में एक बांध परियोजना से प्रभावित गांवों में मुआवजे और विकास कार्यों के लिए दी गई राशि में भ्रष्टाचार किया है। भाजपा नेता मौर्य ने कहा कि वह इस मामले की जांच कराएंगे और यदि भ्रष्टाचार पाया गया तो वह लखनऊ में इस संबंध में मामला दर्ज कराएंगे। वह भाजपा की परिवर्तन यात्रा के तहत छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के राजपुर शहर में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित कर रहे थे। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भूपेश बघेल सरकार पर निशाना साधते हुए मौर्य ने कहा, उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बांध के कारण (प्रभावित क्षेत्रों के वास्ते) छत्तीसगढ़ सरकार को 70 करोड़ रुपये दिए थे। इस राशि में से नौ करोड़ रुपये मुआवजे के लिए थे और शेष 61 करोड़ रुपये स्कूल, अस्पताल, सड़क, जल निकासी और बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए थे। उन्होंने कहा, मुझे पता चला है कि उसने (छत्तीसगढ़ सरकार ने) कुल धन का आधा हिस्सा निकाल लिया। मैं आपको आश्वस्त कर रहा हूं कि मैं मामले की जांच कराऊंगा और यदि यह बात सामने आई कि हमने उत्तर प्रदेश से जो पैसा भेजा था उसका ठीक तरीके से उपयोग नहीं किया गया तो मैं लखनऊ में मुकदमा दर्ज कराऊंगा। भ्रष्टाचार में शामिल पाए जाने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा और उन्हें उत्तर प्रदेश ले जाया जाएगा। हम गरीबों का शोषण बर्दाश्त नहीं करेंगे।

मौर्य छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले की सीमा से लगे उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में बन रहे अमवार बांध का जिक्र कर रहे थे। बलरामपुर के कुछ गांव उसके डूब क्षेत्र में आ रहे हैं। उपमुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना (गोबर खरीद योजना) को लेकर बघेल सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, मैंने देखा कि उत्तर प्रदेश में गोबर खरीद योजना (छत्तीसगढ़ की) के विज्ञापन हैं। लेकिन जब मैं छत्तीसगढ़ में पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं से इसके बारे में पूछता हूं, तो वे मुझे बताते हैं कि गोठान समितियों में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हैं जो जनता के पैसे से अपनी जेब भर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि उत्तर प्रदेश में गुंडाराज खत्म हो सकता है तो छत्तीसगढ़ में ऐसा क्यों नहीं हो सकता? मौर्य ने बलरामपुर और सामरी विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की दूसरी परिवर्तन यात्रा में भाग लिया। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने परिवर्तन यात्रा के इस दूसरे चरण को हरी झंडी दिखाई थी। यात्रा 15 सितंबर को जशपुर जिले से शुरू हुई थी। पहले चरण की यात्रा 12 सितंबर को दंतेवाड़ा से शुरू हुई थी।

दोनों यात्राएं 87 विधानसभा क्षेत्रों (कुल 90 में से) में 2,989 किमी की दूरी तय करने के बाद एक ही दिन बिलासपुर में समाप्त होंगी। भाजपा नेताओं ने बताया कि 28 सितंबर को समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शामिल होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि बीजापुर, सुकमा और अंतागढ़ निर्वाचन क्षेत्रों (सभी माओवाद प्रभावित) को यात्रा कार्यक्रम में शामिल नहीं किया गया है, लेकिन जब यात्रा आसपास के निर्वाचन क्षेत्रों से गुजरेगी तो इन निर्वाचन क्षेत्रों से संबंधित लोग यात्रा में शामिल होंगे। भाजपा नेताओं ने बताया कि केंद्र और छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पार्टी नेता यात्राओं में भाग लेंगे। पंद्रह वर्ष तक सत्ता में रहने के बाद 2018 के विधानसभा चुनावों में भाजपा कांग्रेस से हार गई थी। कांग्रेस ने 68 सीट तथा भाजपा ने 15 सीट जीती थी। भाजपा ने पिछले महीने 21 सीट के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। चुनाव आयोग ने अभी तक इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए कार्यक्रम की घोषणा नहीं की है।

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