बस्तर से रायपुर पढ़ने आए आदिवासी युवक की हत्या, कांग्रेस ने सरकार को घेरा

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रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बस्तर से पढ़ने आए 21 वर्षीय आदिवासी युवक की दो लोगों ने कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी। पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के संबंध में एक नाबालिग लड़के समेत दो लोगों को पकड़ा गया है। उन्होंने बताया कि मंगल मुरिया की पीट-पीटकर हत्या करने के आरोप में पुलिस ने सावन डोंगरे और एक नाबालिग लड़के को पकड़ा है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 24 जून की रात सावन डोंगरे नाबालिग लड़के के साथ मोटरसाइकिल में शहर के कालीबाड़ी इलाके में घूम रहा था। जब वह क्षेत्र में थे तब मुरिया ने उससे लिफ्ट मांगी। इस दौरान मुरिया और दोनों आरोपियों के मध्य विवाद हो गया। उन्होंने बताया कि विवाद के बाद दोनों आरोपी मुरिया को लेकर बीएसयूपी कॉलोनी भाटागांव चले गए और उन्होंने मुरिया से जमकर मार पीट की और उससे एटीएम कार्ड, पासबुक, पैन कार्ड, मोबाइल फोन छीन लिया।

उन्होंने बताया कि जब आरोपियों ने मुरिया से एटीएम का पिन मांगा तो उसने देने से इंकार कर दिया। इसके बाद दोनों ने मुरिया के साथ और मारपीट की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने जब पुलिस वाहन को देखा तब वह वहां से भाग गए। बाद में पुलिस ने मुरिया को अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान दूसरे दिन उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि मुरिया की मौत के बाद पुलिस ने 29 जून को मामला दर्ज किया और 30 जून को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि राज्य के बस्तर जिले के लोहंडीगुड़ा थाना क्षेत्र का निवासी मुरिया रायपुर के एक निजी विश्वविद्यालय में पढ़ रहा था और माना कैंप इलाके में रह रहा था। उन्होंने बताया कि पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। घटना के बाद राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सत्ताधारी दल भाजपा पर निशाना साधा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में एक आदिवासी छात्र की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आदिवासी समुदाय से आते हैं। बैज ने कहा, ”बेहद दुर्भाग्यजनक है कि आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में आदिवासी सुरक्षित नहीं है।

बस्तर का आदिवासी अब रायपुर में भी सुरक्षित नहीं है। आदिवासी बच्चे को पीट-पीट कर मार डाला जा रहा है। बस्तर के लोहंडीगुड़ा में रहने वाला 21 साल के मंगल का कसूर क्या था?” उन्होंने सरकार पर सवाल उठाया और कहा, ”क्या यही है कानून का राज जहां पर रास्ता पूछने पर एक कॉलेज के छात्र को मार डाला गया। उस बच्चे के आदिवासी मां-बाप ने अपने बच्चे को पढ़ाने का सपना देखा था। उन्हें क्या पता था छत्तीसगढ़ में कानून का नहीं जंगल राज चल रहा है। उसका बच्चा पढ़ लिख कर अपना कैरियर नहीं बना पायेगा, भाजपा के राज में उसकी लाश घर वापस आयेगी। पुलिस निष्क्रिय और निकम्मी बन गयी है।” बैज के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता देवलाल ठाकुर और भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम ने कहा कि यहां हर एक व्यक्ति की जान अनमोल है। प्रदेश की भाजपा सरकार आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करेगी। ठाकुर ने कांग्रेस पर इस विषय पर राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि इस मामले में अपराधी कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।