रायपुर। छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। आप के सभी 53 उम्मीदवार भारी अंतर से चुनाव हार गए। आम आदमी पार्टी ने छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में दूसरी बार किस्मत आजमाई है। इस विधानसभा चुनाव में आप ने 53 सीटों पर चुनाव लड़ा और उसे 0.93 प्रतिशत वोट मिले। वहीं 2018 के चुनाव में आप ने 85 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे 0.87 फीसद मत प्राप्त हुए थे। 2018 में पार्टी के सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गयी थी। इस चुनाव में पार्टी के 53 उम्मीदवारों में से केवल पांच उम्मीदवारों को ही पांच हजार से अधिक वोट मिले हैं। इस चुनाव में कितने उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई, इसका आंकड़ा चुनाव आयोग द्वारा अभी तक साझा नहीं किया गया है।
आप की राज्य इकाई के प्रमुख कोमल हुपेंडी ने 15,255 वोट हासिल किए और भानुप्रतापपुर सीट से लगातार दूसरी बार हार का सामना करते हुए तीसरे स्थान पर रहे। पांच हजार से अधिक वोट पाने वाले अन्य चार उम्मीदवार संतराम सलाम (अंतागढ़), बालू राम भवानी (दंतेवाड़ा), खड़गराज सिंह (कवर्धा) और जसवीर सिंह (बिल्हा) हैं। 53 उम्मीदवारों में से नौ को नोटा :उपरोक्त में से कोई नहीं: से भी कम वोट मिले हैं। इन सीटों में चित्रकोट, जगदलपुर, बस्तर, केशकाल, साजा, आरंग, रामानुजगंज, लुंड्रा और कुनकुरी सीट शामिल है। विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार को लेकर राज्य में पार्टी के प्रवक्ता अम्यतम शुक्ला ने बुधवार को कहा, चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन बस्तर क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा, जिन पांच सीटों पर हमारी पार्टी के उम्मीदवारों को पांच हजार से अधिक वोट मिले हैं, उनमें से तीन (भानुप्रतापपुर, अंतागढ़ और दंतेवाड़ा) बस्तर क्षेत्र से हैं। शुक्ला ने कहा, नतीजे हमारी उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहे क्योंकि हम और बेहतर कर सकते थे। हम ऐसे प्रदर्शन के कारणों पर विचार करेंगे। उन्होंने कहा, नतीजे और भी आश्चर्यजनक थे क्योंकि सभी चुनाव सर्वेक्षणों और टिप्पणीकारों ने राज्य में कांग्रेस की जीत की भविष्यवाणी की थी। हम कुछ सीटों पर अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद कर रहे थे लेकिन ऐसा नहीं हो सका। शुक्ला ने कहा कि पार्टी अगली बार बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेगी। छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान केजरीवाल ने राज्य में सरकार बनने पर मुफ्त बिजली, महिलाओं के लिए मासिक सम्मान राशि और बेरोजगारों के लिए तीन हजार रूपये मासिक भत्ते सहित दस गारंटी देने का वादा किया था। भाजपा ने पांच साल के अंतराल के बाद छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा में 54 सीटें जीतकर शानदार वापसी की है। कांग्रेस 35 सीटों पर सिमट गई है तथा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने एक सीट जीती है।