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दुर्ग में धीरेंद्र शास्त्री के काफिले की गाड़ियां आपस में टकराईं

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छत्तीसगढ़ के दुर्ग में बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के काफिले का एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह घटना कथा स्थल पहुंचने से पूर्व हुई, जब अचानक एक भक्त के काफिले के बीच पहुंचने के कारण अचानक ब्रेक लगाना पड़ा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अचानक ब्रेक लगने से काफिले में शामिल बाबा का डिफेंडर वाहन और उसके पीछे चल रही दो कारें आपस में टकरा गईं। दुर्घटना में वाहनों को आंशिक क्षति पहुंची है।

राहत की बात यह रही कि इस हादसे में बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर सहित किसी को भी ज्यादा चोट नहीं आई। घटना के बाद मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों और प्रशासनिक अमले ने स्थिति को तुरंत संभाल लिया और यातायात को सामान्य कराया गया। बताया जा रहा है कि बाबा धीरेंद्र शास्त्री दुर्ग में आयोजित कथा कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। घटना के बावजूद कार्यक्रम को लेकर कोई बड़ा व्यवधान नहीं पड़ा।

तमनार लाठीचार्ज मामले में सच्चाई जानने रायगढ़ पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज

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रायगढ़। छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज आज अपने विधायकों की टीम के साथ रायगढ़ पहुंचे। उनके दौरे का मुख्य उद्देश्य तमनार क्षेत्र में ग्रामीणों पर हुए कथित पुलिस लाठीचार्ज की वास्तविक स्थिति की जानकारी लेना और पीड़ितों की आवाज़ को सरकार तक पहुंचाना रहा। रायगढ़ पहुंचते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान तमनार की घटना को लेकर कार्यकर्ताओं और स्थानीय ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिला। दीपक बैज ने कार्यकर्ताओं एवं ग्रामीणों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं और आपबीती सुनी।

मीडिया से चर्चा करते हुए दीपक बैज ने तमनार लाठीचार्ज की घटना को सरकार की विफलता और संवेदनहीनता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि जब ग्रामीण अपनी जायज मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हों और जवाब में उन पर लाठीचार्ज किया जाए, तो यह लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। प्रदेश अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी पीड़ित ग्रामीणों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस हर स्तर पर संघर्ष करेगी और सरकार पर दबाव बनाएगी।

ग्रामीणों से चर्चा के बाद जो भी नर्णिय सामने आएंगे, उन्हें पार्टी आगे बढ़ाएगी और उनके अधिकारों की लड़ाई पूरी ताकत से लड़ेगी। दीपक बैज ने कहा कि तमनार की घटना अब केवल एक स्थानीय मामला नहीं रही, बल्कि यह ग्रामीणों के अधिकार, सम्मान और अभिव्यक्ति की आज़ादी से जुड़ा गंभीर मुद्दा बन चुकी है। अब यह देखना होगा कि कांग्रेस के इस दौरे के बाद राज्य सरकार क्या कदम उठाती है और क्या पीड़ित ग्रामीणों को न्याय मिल पाता है।

रायपुर-महासमुंद में ईडी ने नौ ठिकानों पर मारे छापे, सियासी बयानबाजी तेज

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छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को राज्य की राजधानी रायपुर और महासमुंद जिले में एक साथ कार्रवाई करते हुए नौ ठिकानों पर छापे मारे। ईडी की इस कार्रवाई के बाद प्रदेश की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। ईडी की छापेमारी को लेकर राज्य सरकार के मंत्री टंकराम वर्मा ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। वर्मा के अनुसार मामले की निगरानी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी कर रहे हैं और शेष लंबित रिपोर्ट भी मंगाई जा रही हैं, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जमीन से जुड़े भ्रष्टाचार को रोकने के उद्देश्य से विधानसभा में विधेयक लाया गया है।

वहीं दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने ईडी की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियां केवल सीमित स्तर पर कार्रवाई कर रही हैं और बड़े आरोपित जांच के दायरे से बाहर हैं। बैज ने कहा कि भारतमाला मुआवजा और शराब घोटाले से जुड़े मामलों में प्रभावशाली लोगों के नाम सामने आ रहे हैं लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने ईडी की कार्रवाई को औपचारिकता बताते हुए नष्पिक्ष जांच की मांग की। ईडी के अनुसार, आज सुबह रायपुर में हरमीत खनूजा तथा महासमुंद में कारोबारी जसबीर सिंह बग्गा के आवास सहित अन्य ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया गया। इस दौरान एजेंसी की सात अलग-अलग टीमों ने दस्तावेजों और डिजिटल साक्ष्यों की गहन जांच की। कार्रवाई के दौरान सुरक्षा के मद्देनज़र संबंधित स्थानों पर पुलिस बल तैनात रहा। फिलहाल ईडी की जांच जारी है और आने वाले दिनों में इस मामले में और खुलासा होने की संभावना जतायी गयी है।

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में 1200 किलोग्राम गांजा जब्त, तीन गिरफ्तार

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छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले की पुलिस ने लगभग छह करोड़ रुपये कीमत का तकरीबन 1200 किलोग्राम गांजा जब्त कर इस बाबत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के बसंतपुर थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक ट्रक से 1198.460 किलो गांजा बरामद किया और इस इस मामले में उत्तर प्रदेश निवासी अमरीश कुमार (23), अम्बरीश कुमार पटेल (33) और मनीष कुमार (20) को गिरफ्तार कर लिया।

उन्होंने बताया कि जब्त गांजा की अनुमानित कीमत लगभग छह करोड़ रुपये है। अधिकारियों ने बताया कि बीती रात पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ सीमा पर धनवार गांव के करीब एक ट्रक से गांजे की तस्करी की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने वाहनों की तलाशी ली तो एक ट्रक में नारियल की भूसी के पीछे 40 बोरी गांजा बरामद हुआ। उन्होंने बताया कि गांजा तस्करी करने के आरोप में गिरफ्तार तीनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। तस्करों ने जानकारी दी कि वे गांजे को ओडिशा से राजस्थान लेकर जा रहे थे।

बागेश्वर धाम विवाद पर साय का पलटवार, संतों का अपमान जनता बर्दाश्त नहीं करेगी

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर सियासत गरमा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा उन्हें भाजपा का एजेंट बताए जाने पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शनिवार को कड़ी आपत्ति जताई। मुख्यमंत्री ने आज राजधानी में कहा कि भारत ऋषि-मुनियों और संत परंपरा का देश है, जहां सदियों से साधु-संतों का सम्मान किया जाता रहा है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर को किसी राजनीतिक दल का एजेंट कहना न केवल एक संत का अपमान है, बल्कि सनातन धर्म की परंपरा पर भी प्रहार है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयानों पर अंतिम फैसला जनता स्वयं करेगी।

उल्लेखनीय है कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों भिलाई में आयोजित पांच दिवसीय हनुमंत कथा में भाग लेने छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। उनके आगमन के साथ ही धर्मांतरण, अंधविश्वास और धार्मिक आयोजनों को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने कथावाचकों पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाते हुए उन्हें पाखंडी करार दिया था। इस बयान पर पलटवार करते हुए पं. धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा था कि यदि हिंदू समाज को एकजुट करना अंधविश्वास है, तो ऐसे विचार रखने वालों को देश छोड़ देना चाहिए।

पं. धीरेन्द्र शास्त्री के इस बयान के बाद बघेल ने फिर तीखा हमला बोलते हुए कहा था कि धार्मिक आयोजनों की आड़ में छत्तीसगढ़ आकर धन संग्रह किया जाता है और व्यवहार में वे भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे वर्षों से हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं और कोई नया व्यक्ति उन्हें सनातन धर्म सिखाने नहीं आ सकता। दोनों पक्षों के बीच जारी तीखी बयानबाजी के बीच मुख्यमंत्री साय के बयान से यह साफ हो गया है कि यह मुद्दा अब धार्मिक से आगे बढ़कर राजनीतिक बहस का केंद्र बन चुका है, जिस पर जनता की राय अहम मानी जा रही है।

प्रेम प्रसंग में आहत युवक ने की आत्महत्या, भावुक वीडियो मिला

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रायगढ़। छत्तीसगढ के रायगढ़ शहर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र से शनिवार को एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जहां प्रेमिका की शादी किसी अन्य युवक से तय होने के बाद मानसिक रूप से टूटे एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पूर्व युवक द्वारा बनाया गया एक भावुक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें उसने अपने दर्द और मानसिक पीड़ा को व्यक्त किया है। शनिवार को प्राप्त जानकारी के अनुसार, नया गंज इलाके में रहने वाला 30 वर्षीय अभिषेक देवांगन पिछले कुछ समय से मानसिक तनाव से जूझ रहा था। बताया जा रहा है कि उसका कोतरा रोड क्षेत्र की एक युवती से लगभग ढाई वर्ष से प्रेम संबंध था।

दोनों के बीच नियमित रूप से मुलाकात होती थी और अभिषेक सामान्य जीवन व्यतीत कर रहा था। कुछ दिनों पूर्व हालांकि युवती द्वारा संबंध समाप्त करने और तीन दिन पहले उसकी शादी हो जाने के बाद अभिषेक गहरे अवसाद में चला गया। इसी मानसिक स्थिति के चलते गुरुवार रात उसने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले अभिषेक ने एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उसने अपने सच्चे प्रेम और टूटे मन की बात कही। वीडियो में उसके शब्दों से यह स्पष्ट होता है कि वह अंदरूनी रूप से अत्यंत परेशान और भावनात्मक रूप से टूट चुका था। घटना की जानकारी सबसे पहले अभिषेक के एक मित्र को हुई, जिसने तत्काल परिजनों को सूचित किया।

परिजन जब कमरे में पहुंचे तो अभिषेक फांसी के फंदे पर लटका मिला। उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर सिटी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। इस संबंध में थाना प्रभारी सुखनंदन पटेल ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। फिलहाल मर्ग कायम कर लिया गया है और सभी पहलुओं की गंभीरता से जांच की जा रही है।

पुलिस अधिकारी के पैर छूने व सरकारी विमान से धीरेंद्र शास्त्री के पहुंचने के वीडियो से विवाद

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छत्तीसगढ़ में कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री के शासकीय विमान से उतरने और एक पुलिस अधिकारी द्वारा उनके पैर छूने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर सार्वजनिक धन के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। हालांकि, भाजपा ने पुलिसकर्मी के इस आचरण का बचाव करते हुए इसे ”निजी आस्था” बताया और विपक्षी दल पर सनातन धर्म के विरुद्ध होने का आरोप लगाया। धीरेंद्र शास्त्री राज्य के मंत्री गुरु खुशवंत साहेब के साथ बृहस्पतिवार (25 दिसंबर) को दुर्ग जिले के भिलाई शहर में आयोजित एक धार्मिक प्रवचन में भाग लेने के लिए छत्तीसगढ़ पहुंचे थे।

सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित इस वीडियो में शास्त्री और मंत्री को विमान से उतरते देखा जा सकता है और वर्दीधारी पुलिस अधिकारी पहले मंत्री को सलाम करते, उसके बाद आगे बढ़कर शास्त्री के पैर छूने से पहले अपनी टोपी व जूते उतारते दिख रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस अधिकारी के आचरण और एक कथावाचक के लिए राज्य के विमान के इस्तेमाल पर सवाल उठने लगे। कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने इसकी आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि करदाताओं के रुपयों से एक कथावाचक के लिए सरकारी विमान का इस्तेमाल किया गया। कुछ लोगों ने इसे ‘वर्दी की नैतिकता का मजाक’ बताया। हालांकि, कुछ अन्य लोगों ने पुलिस अधिकारी का बचाव करते हुए कहा कि अधिकारी ने पहले मंत्री को सलाम कर अपने कर्तव्य का पालन किया और बाद में कथावाचक के पैर छूकर अपनी ”निजी आस्था” व्यक्त की।

उन्होंने इसे कर्तव्य और भक्ति का संतुलन बताया। इस बीच, कांग्रेस ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस की छत्तीसगढ़ इकाई के मीडिया विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने शनिवार को कहा कि कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री को लाने के लिए शासकीय विमान भेजना राज्य के खजाने का दुरुपयोग है। शुक्ला ने सवाल किया कि सरकार ने किस संवैधानिक हैसियत के आधार पर धीरेंद्र शास्त्री के लिए विमान की व्यवस्था की। उन्होंने इस पर सरकार से स्पष्टीकरण की मांग की और आरोप लगाया कि यह ”राज्य के खजाने पर डकैती” के समान है। कांग्रेस नेता ने कहा, ”धीरेंद्र शास्त्री हिंदू समाज या सनातन धर्म के धर्मगुरु नहीं हैं। वह कथावाचक हो सकते हैं, लेकिन न तो वह किसी मान्यता प्राप्त पीठ के पीठाधीश्वर हैं और न ही धर्माचार्य।” उन्होंने आरोप लगाया कि शास्त्री का आचार-विचार, व्यवहार देश की गंगा जमुनी संस्कृति के खिलाफ है।

भगवान हनुमान का उल्लेख करते हुए शुक्ला ने कहा कि हनुमान जी प्रेम, सहिष्णुता, वीरता और क्षमा के प्रतीक हैं। यदि हनुमान जी के नाम पर कथा कहने वाले स्वयं सहिष्णुता नहीं सीख पाए, तो वे श्रोताओं को उनके चरित्र की सही व्याख्या कैसे कर पाएंगे। इस बीच, रायपुर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कथावाचक को प्रणाम करने वाले पुलिस अधिकारी के खिलाफ फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की गई है। संबंधित अधिकारी माना बस्ती थाने में प्रभारी के पद पर तैनात हैं। वहीं, भाजपा की ओर से इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के मुख्य प्रवक्ता एवं राजनांदगांव से सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि किसी पुलिस अधिकारी द्वारा किसी धार्मिक गुरु को प्रणाम करने पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि यदि कोई पुलिस अधिकारी अपनी निजी आस्था के कारण किसी गुरु को प्रणाम करता है, तो कांग्रेस को इस पर आपत्ति क्यों है। राज्य के विमान के इस्तेमाल पर पांडेय ने कहा कि कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि उसके शासनकाल में किस तरह कुछ तांत्रिकों को हेलीकॉप्टर और विमान इस्तेमाल करने की अनुमति दी गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस हमेशा सनातन धर्म का विरोध करती रही है, स्टालिन और प्रियंक खरगे सहित उसके नेताओं ने सनातन धर्म की तुलना ”मच्छरों, डेंगू और बीमारी” से करके उसका अपमान किया है। उन्होंने कहा कि ‘सनातन’ का विरोध कांग्रेस पार्टी के खून में है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ‘गाय धर्म एवं विज्ञान’ ग्रंथ का किया विमोचन

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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य गौ संरक्षण एवं संवर्धन समिति द्वारा आयोजित गौ विज्ञान परीक्षा-2025 के लिए तैयार किए गए संदर्भ ग्रंथ गाय धर्म एवं विज्ञान के नवीनतम संस्करण का विमोचन किया। मुख्यमंत्री साय ने ग्रंथ को गौ वज्ञिान के विद्यार्थियों और समाज के लिए उपयोगी बताते हुए समिति के प्रयासों की सराहना की और इसे ज्ञानवर्धन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया। इस अवसर पर ग्रंथ के संपादक सुबोध राठी ने बताया कि पुस्तक में गौ की उत्पत्ति से जुड़े पौराणिक तथ्यों के साथ-साथ गाय के दूध, दही, घी, गोबर और गोमूत्र पर हुए विभिन्न वैज्ञानिक शोधों को प्रमाणों सहित बच्चों के अध्ययन के लिए सरल एवं व्यवस्थित रूप में संकलित किया गया है। इसके साथ ही गौ-आधारित कृषि, पंचगव्य उत्पादों का वैज्ञानिक वश्लिेषण तथा गौ के पर्यावरणीय महत्व को भी विस्तार से प्रस्तुत किया गया है।

छत्तीसगढ़ में सर्दी का असर बरकरार, शीतलहर की संभावना

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छत्तीसगढ़ में ठंड का प्रभाव लगातार बना हुआ है एवं शीतलहर की संभावना है। भारत मौसम वज्ञिान विभाग (आईएमडी) के अनुसार राज्य के कुछ क्षेत्रों में शीतलहर की स्थिति देखी गई है। मौसम विभाग ने आज आगामी तीन दिनों के दौरान प्रदेश के न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस तक गिरावट की संभावना जताई है। उत्तर-मध्य छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में शीतलहर का असर बना रह सकता है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार दुर्ग जिले के एक-दो स्थानों पर शीतलहर दर्ज की गई। प्रदेश में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 31.2 डिग्री सेल्सियस दुर्ग में रिकॉर्ड किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस अंबिकापुर में दर्ज हुआ, जो प्रदेश में सबसे कम रहा। राजधानी रायपुर में बुधवार को अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से थोड़ा अधिक रहा।

वहीं न्यूनतम तापमान 12.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो औसत से कम दर्ज किया गया। दिन के समय हल्के बादल छाए रहे, जबकि शाम के समय ठंडक महसूस की गई। हवा की औसत गति लगभग 2 किलोमीटर प्रति घंटा रही। मौसम विभाग के अनुसार 25 दिसंबर को रायपुर शहर में सुबह के समय कुहासा छाए रहने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान करीब 28 डिग्री और न्यूनतम तापमान लगभग 12 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। प्रदेश में फिलहाल मौसम शुष्क बना हुआ है और कहीं भी वर्षा दर्ज नहीं की गई है। मौसम विभाग ने बताया कि अगले एक से दो दिनों तक भी प्रदेश में बारिश की कोई संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने नागरिकों से ठंड को देखते हुए सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां अपनाने की अपील की है।

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में ड्यूटी पर तैनात आरक्षक ने की आत्महत्या, जांच जारी

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Shadow of man with pistol gun turned on his head wants to commit suicide. light and shadow

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के कैंप कोड़नार में ड्यूटी पर तैनात एक आरक्षक ने गुरुवार सुबह अपनी राइफल से गोली मार ली। घटना की सूचना मिलते ही जवान को अस्पताल ले जाया गया लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। पुलिस अधीक्षक नारायणपुर के कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक आज कैंप कोड़नार में ड्यूटी पर तैनात आरक्षक पिंगल जुरी ने सुबह अपनी सेवा राइफल से खुद को गोली मार ली। गोली लगने से उनके सिर पर गंभीर चोट आई और अत्यधिक रक्तस्राव हो गया।

साथियों द्वारा तत्काल घायल आरक्षक को जिला अस्पताल नारायणपुर ले जाने की व्यवस्था की गई लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई। घटना की पुष्टि करते हुए पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। प्राथमिक तौर पर आत्महत्या का कारण आरक्षक की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बताई जा रही हैं। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि हालांकि यह नष्किर्ष प्रारंभिक जांच पर आधारित है और सभी पहलुओं की विधिवत जांच की जा रही है।