Home Blog

छत्तीसगढ़ सरकार ने लिया किसानों के हितों में बड़ा फैसला

0

रायपुर। छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में सोमवार को कैबिनेट की बैठक में मंत्रिमंडल ने किसानों के हित में एक बड़ा फैसला लेते हुए कृषक उन्नति योजना के प्रचलित निर्देशों को संशोधित करते हुए इसके दायरे को और वस्तिृत कर दिया है। अब इस योजना का लाभ खरीफ 2025 में धान उत्पादक किसानों के साथ-साथ पंजीकृत धान फसल के स्थान पर अब दलहन, तिलहन, मक्का आदि की फसल लगाने वाले किसानों को भी मिलेगा। खरीफ 2024 में पंजीकृत कृषक जिन्होंने धान की फसल लगाई थी और समर्थन मूल्य पर धान बेचा था, उनके द्वारा खरीफ 2025 में धान फसल के स्थान पर दलहन, तिलहन, मक्का आदि फसल की खेती की जाती है तो उन्हें भी अब कृषक उन्नति योजना के तहत आदान सहायता राशि प्रदान की जाएगी।

मंत्रिमंडल ने छत्तीसगढ सरकार के अधिकारी-कर्मचारियों के हित में एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए भविष्य में सेवानिवृत्ति के समय पेंशन भुगतान संबंधी दायित्वों के बेहतर वित्तीय प्रबंधन के लिए छत्तीसगढ़ पेंशन फंड के गठन तथा इसके प्रबंधन एवं विनियमन संबंधी विधेयक-2025 के प्रारूप का अनुमोदन किया। मंत्रिमंडल ने राज्य के दीर्घकालिक आर्थिक विकास एवं राजकोषीय स्थिरता सुनश्चिति करने के लिए छत्तीसगढ़ ग्रोथ एंड स्टेबिलिटी फंड के गठन तथा इसके प्रबंधन एवं विनियमन संबंधी विधेयक-2025 के प्रारूप का अनुमोदन किया गया। इससे राज्य के राजस्व में असामान्य वृद्धि/कमी का समुचित प्रबंधन एवं आर्थिक मंदी के समय वित्तीय सुरक्षा प्राप्त होगी।

मंत्रिमंडल ने राज्य में लॉजिस्टिक सेक्टर के समग्र विकास के लिए छत्तीसगढ राज्य लॉजिस्टिक पॉलिसी-2025 के प्रारूप का अनुमोदन किया। इस पॉलिसी से छत्तीसगढ़ राज्य लॉजिस्टिक हब के रूप में विकसित होगा तथा निर्यात अधोसंरचना को मजबूती मिलेगी। राज्य की भौगोलिक स्थिति का लाभ लेते हुए लॉजिस्टिक सेक्टर तथा ई-कॉमर्स की राष्ट्रीय एवं बहुराष्ट्रीय कम्पनियों को लॉजिस्टिक हब की स्थापना के लिए निवेश के लिए आकर्षित किया जाएगा। राज्य की भंडारण क्षमता में वृद्धि होगी, जिससे प्रदेश के उद्योगों, व्यापारियों और किसानों को सस्ती भंडारण सुविधा मिलेगी। प्रदेश में लॉजिस्टिक में लगने वाले लागत कम होने से व्यापार, निवेश एवं आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इस नीति के माध्यम से ड्राई पोर्ट/इन्लैंण्ड कंटेनर डिपो की स्थापना को प्रोत्साहित करने से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों तथा स्थानीय उत्पादकों को निर्यात बाजारों तक पहुंचने का अवसर मिलेगा।

राज्य के प्रचुर वन संसाधन, वनोपज एवं वनौषधि उत्पाद के निर्यात के लिए इको सस्टिम तैयार होगा। यह पॉलिसी राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित करेगी साथ ही राज्य को लॉजिस्टिक एवं निर्यात क्षेत्र में एक अग्रणी भूमिका में स्थापित करेगी। मंत्रिमंडल ने एक और महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए राज्य के कुछ कानूनों के प्रावधानों का गैर-अपराधीकरण करने के लिए छत्तीसगढ़ जन विश्वास (प्रावधानों का संशोधन) विधेयक-2025 के प्रारूप का अनुमोदन किया गया। जन विश्वास विधेयक से व्यवसाय व जीवनयापन में सहजता बढ़ेगी। अनावश्यक न्यायालयीन प्रकरणों और उनमें होने वाले व्यय में कमी आएगी। मंत्रिमंडल ने प्रदेश के विभिन्न विभागों/निगम/मण्डल/कम्पनी/बोर्ड के पूर्व निर्मित एवं जर्जर भवनों तथा इनके स्वामित्व की अनुपयोगी शासकीय भूमि के व्यवस्थित विकास और सदुपयोग के लिए रिडेव्हलपमेंट योजना तहत सात योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की है। इसमें शांति नगर रायपुर, बीटीआई शंकर नगर रायपुर, कैलाश नगर राजनांदगांव, चांदनी चौक फेस-2 जगदलपुर, सिविल लाइन कांकेर, क्लब पारा महासमुंद, कटघोरा कोरबा शामिल हैं। मंत्रिमंडल ने वाणिज्यिक कर (पंजीयन) विभाग के अंतर्गत उच्च श्रेणी पंजीयन लिपिक/रिकार्ड कीपर से तृतीय श्रेणी कार्यपालिक, उप पंजीयक के पद पर पदोन्नति के लिए विहित पांच वर्ष की न्यूनतम अर्हकारी सेवा को केवल एक बार के लिए न्यूनतम अर्हकारी सेवा दो वर्ष नर्धिारित करने का निर्णय लिया गया।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज का मोबाइल फोन चोरी

0

रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन से बैठक के बीच प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज का मोबाइल चोरी हो गया। जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना उस समय हुई जब रविवार को रायपुर के राजीव भवन में नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) की कार्यकारिणी की बैठक के दौरान श्री बैज कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे, उसी बीच उनका मोबाइल अचानक से गायब हो गया। यह बैठक आगामी दिनों में आयोजित होने वाली कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की रैली की तैयारियों को लेकर बुलाई गई थी।

बैठक में प्रदेशभर से एनएसयूआई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे। इस दौरान पार्टी संगठन की मजबूती, कार्यकर्ताओं को सक्रिय रखने और युवाओं को कांग्रेस से जोड़ने के लिए विभिन्न योजनाओं पर चर्चा की जा रही थी। साथ ही कार्यकर्ताओं के मोबाइल में रिचार्ज कराए जा रहे थे ताकि वे रैली में अधिक से अधिक भीड़ जुटा सकें। एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं का कहना है कि बैठक समाप्त होने के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बैज के साथ सभी कार्यकर्ता बाहर निकलने लगे थे। आशंका है कि इसी बीच कोई उनका मोबाइल निकाल हो। महत्वपूर्ण यह है कि जहां बैठक हो रही थी, वहां कोई कैमरा नहीं लगा हुआ था। घटना की सूचना मिलने पर कुछ पुलिस के जवान भी मौके पर पहुंचे।

वहीं, खम्हारडीह थाना टीआई मनोज साहू का कहना है कि थाने में मोबाइल चोरी होने की कोई सूचना नहीं है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कांग्रेस को नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस कार्यालय में बैठक उनके अपने लोगों के बीच हो रही थी, तो मोबाइल कैसे गायब हुआ, इसका जवाब देना उन्हें खुद देना चाहिए। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी की अंदरूनी बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का मोबाइल गायब होना बड़ी बात है। जब अंदर वे इस तरह की गड़बड़ कर रहे हैं, तो जरा सोचिए बाहर और कैसी-कैसी गड़बड़ करते होंगे। कांग्रेसियों को संस्कार रखना होगा। श्री शर्मा ने प्रदेश कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि राधिका खेड़ा के साथ जो कुछ यहां हुआ था, वह वाकिये काफी बड़ा विषय था। इसकी शिकायत भी खुद उन्होंने की थी, लेकिन कांग्रेस आज भी प्रदेश कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगाने से बचते हैं। ऐसे में सवाल जरूर उठता है कि आखिर इसके पीछे क्या कारण है। उन्होंने कहा कि विष्णुदेव की सरकार भविष्य में नया क़ानून लेकर आएगी, जिसके तहत सभी जगह सीसीटीवी कैमरा लगाना अनिवार्य होगा।

केन्द्रीय मंत्री दुबे से मिले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, जानें क्या हुईं बातें

0

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से सोमवार को रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में केन्द्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चन्द्र दुबे ने सौजन्य भेंट की। सीएम साय और मंत्री दुबे ने राज्य में कोयला खनन एवं उत्पादन से जुड़े विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया। बैठक में राज्य में कोयला उत्पादन, खनन कार्यों की प्रगति, श्रमिकों से जुड़ी सुविधाओं एवं विकास कार्यों पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य में कोयला एवं ऊर्जा क्षेत्र में विकास की संभावनाओं को साकार करने में सहायता मिलेगी। उन्होंने इस दौरान सीएसआर मद की राशि का उपयोग अधिक से अधिक जनकल्याणकारी कार्यों में करने के संबंध में विशेष रूप से चर्चा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद, एसईसीएल के मुख्य महाप्रबंधक हरीश दुहन सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 100 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक एजुकेशन सिटी का होगा निर्माण

0

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में 100 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक ‘एजुकेशन सिटी’ का निर्माण किया जाएगा। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि बिलासपुर शहर को शिक्षा के आधुनिक केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में यह पहल की जा रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर बिलासपुर में एजुकेशन सिटी की अवधारणा विकसित की गई है। इस परियोजना के लिए बिलासपुर नगरपालिका निगम की लगभग 13 एकड़ जमीन का उपयोग प्रस्तावित है।

उन्होंने बताया कि बिलासपुर एजुकेशन सिटी में नालंदा परिसर की स्थापना की जाएगी, जहां पांच सौ छात्र-छात्राएं एक साथ बैठकर पुस्तकालय का लाभ ले सकेंगे। इसके साथ ही तीन बहुमंजिला इमारतों का निर्माण किया जाएगा, जिनमें कुल 48 हॉल सेटअप (एक सेटअप में एक हॉल, दो कक्ष और एक शौचालय) तैयार किए जाएंगे। इस व्यवस्था में एक साथ 4,800 विद्यार्थियों के कक्षा में बैठकर पढ़ाई करने की सुविधा रहेगी। अधिकारियों ने बताया कि छात्रों के शैक्षणिक और व्यक्तित्व विकास के लिए 700 सीटों वाले आधुनिक सभागार का निर्माण भी किया जाएगा। वहीं, बाहर से आने वाले लगभग एक हजार विद्यार्थियों के लिए छात्रावास का निर्माण भी किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि खेलकूद और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एजुकेशन सिटी में एस्ट्रोटर्फ खेल मैदान तथा गार्डन भी विकसित किए जाएंगे। साथ ही, वाहनों के लिए बहुस्तरीय पार्किंग की व्यवस्था होगी जिससे आने-जाने में कोई असुविधा न हो। अधिकारियों ने बताया कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना की अनुमानित लागत करीब 100 करोड़ रुपये होगी और इसके निर्माण कार्य की कार्य योजना नगरपालिका निगम बिलासपुर द्वारा तैयार कर ली गई है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा। उन्होंने बताया कि राज्य गठन के बाद बिलासपुर शहर ने शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति की है। बिलासपुर में साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) का मुख्यालय और रेलवे का डीआरएम कार्यालय भी स्थित है, जिससे यह शहर न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश में अपनी विशिष्ट पहचान बना रहा है। यहां एक केंद्रीय विश्वविद्यालय, दो विश्वविद्यालय, आठ महाविद्यालय, लोक सेवा आयोग, व्यापम और जेईई जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं की तैयारी करवाने वाले 100 से अधिक कोचिंग संस्थान संचालित हो रहे हैं, जिनमें राज्य के 50 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, ”छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षा को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में स्थान देती है। हमारी यह अटल प्रतिबद्धता है कि प्रदेश का प्रत्येक विद्यार्थी आधुनिक संसाधनों, उन्नत सुविधाओं और प्रेरक वातावरण में अपनी क्षमताओं को संवार सके और आत्मविश्वास के साथ अपने सपनों को साकार कर सके। बिलासपुर एजुकेशन सिटी का निर्माण इसी दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। यह न सिर्फ बिलासपुर को छत्तीसगढ़ का शिक्षा का केंद्र बनाएगा, बल्कि प्रदेश के हजारों युवाओं को उच्चस्तरीय सुविधाओं में अध्ययन और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का अवसर देगा।” उन्होंने कहा, ”मुझे विश्वास है कि यह परियोजना आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ के शैक्षणिक परिदृश्य को नयी ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी और हमारे युवाओं को उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर करेगी।

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 13 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

0

बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में कुल 22 लाख रुपए के इनामी 10 माओवादियों समेत 13 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया है। पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि जिले में आज 13 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वालों में नक्सलियों के ‘कंपनी नंबर दो’ की पार्टी सदस्य देवे मुचाकी ऊर्फ प्रमिला (21) के सिर पर आठ लाख रुपए, एरिया कमेटी सदस्य कोसा ओयाम ऊर्फ राजेन्द्र (29) के सिर पर पांच लाख रुपए, कोसी पोड़ियाम (27) के सिर पर दो लाख रुपए तथा सम्मी सेमला (23), छोटू परसीक (25), मोती ताती (24), सुनीता हेमला (23), मंजुला कुंजाम (27), सायबो पोड़ियम (18) और हुंगी उण्डम ऊर्फ राधा (21) के सिर पर एक-एक लाख रुपये का इनाम है।

अधिकारियों ने बताया कि जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण, बिजली, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा और अन्य बुनियादी सुविधाओं की पहुंच ने माओवादियों को प्रभावित किया है तथा संगठन के विचारों से उनका मोहभंग हो गया है और आंतरिक कलह से वे आजिज आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन की नई पुनर्वास नीति ने कई माओवादियों को नई उम्मीद दी है तथा उन्हें संगठन के भीतर शोषण और क्रूर व्यवहार से बाहर निकलने के लिए प्रेरित किया है। अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने वाले सभी नक्सलियों को 50-50 हजार रुपए का चेक प्रदान किया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में एक जनवरी 2025 से अब तक माओवादी घटना में शामिल 270 नक्सली गिरफ्तार हुए हैं तथा 241 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। जिले में अलग-अलग मुठभेड़ों में कुल 126 नक्सली मारे गए हैं।

छत्तीसगढ़ के राज्यपाल डेका और सीएम साय ने जगन्नाथ रथ यात्रा के मौके पर निभायी ”छेरापहरा” की रस्म

0

रायपुर। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रथ यात्रा पर्व के अवसर पर शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना कर ‘छेरापहरा’ की रस्म निभाई। सर्वश्री डेका और साय ने आज गायत्री नगर रायपुर स्थित जगन्नाथ मंदिर में आयोजित महाप्रभु श्री जगन्नाथ के रथ यात्रा महोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना कर ‘छेरापहरा’ की रस्म निभाई। गौरतलब है कि रथ यात्रा प्रारंभ करने से पूर्व भगवान की प्रतिमाओं को मंदिर से रथ तक लाया जाता है और मार्ग को सोने की झाड़ू से स्वच्छ किया जाता है। इसी परंपरा को ‘छेरापहरा’ कहा जाता है। इस बीच राज्य की प्रथम महिला रानी डेका काकोटी ने भी जगन्नाथ जी की विधि-विधान से पूजा अर्चना की। साय आज राजधानी रायपुर के गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर में आयोजित रथ यात्रा में शामिल हुए।

रायपुर के गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर में विशेष विधि-विधान के साथ महाप्रभु जगन्नाथ जी की रथ यात्रा निकाली गई। रथ यात्रा प्रारंभ करने से पूर्व भगवान की प्रतिमाओं को मंदिर से रथ तक लाया गया और मार्ग को सोने की झाड़ू से स्वच्छ किया गया। इस परंपरा को ‘छेरापहरा’ कहा जाता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों को रथ यात्रा की बधाई देते हुए कहा कि यह पर्व ओडिशा के लिए जितना बड़ा उत्सव है, उतना ही बड़ा उत्सव छत्तीसगढ़ के लिए भी है। उन्होंने कहा, भगवान जगन्नाथ किसानों के रक्षक हैं। उन्हीं की कृपा से वर्षा होती है, धान की बालियों में दूध भरता है और किसानों के घरों में समृद्धि आती है। मैं भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं कि इस वर्ष भी छत्तीसगढ़ में भरपूर फसल हो।

उन्होंने कहा कि भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा से मेरी विनती है कि वे हम सभी पर अपनी कृपा बनाए रखें और हमें शांति, समृद्धि एवं खुशहाली की ओर अग्रसर करें। राजधानी रायपुर के गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर में पुरी की रथ यात्रा की तर्ज पर यह पुरानी परंपरा निभाई जाती है। साय ने छेरापहरा की रस्म पूरी करते हुए सोने की झाड़ू से मार्ग बुहारकर रथ यात्रा का शुभारंभ किया। इसके उपरांत उन्होंने भगवान जगन्नाथ की प्रतिमा को रथ तक ले जाकर विराजित किया। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक पुरंदर मिश्रा, विधायक धरमलाल कौशिक, अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में दो महिला नक्सलियों को मार गिराया

0

नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में दो महिला नक्सली को मार गिराया। पुलिस अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में दो महिला नक्सलियों को मार गिराया। उन्होंने बताया कि माओवादियों के माड़ डिवीजन के नक्सलियों के होने की सूचना पर नारायणपुर और कोंडागांव जिले के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और एसटीएफ के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान में रवाना किया गया था।

अधिकारियों ने बताया कि बुधवार शाम को जब सुरक्षाबल के जवान क्षेत्र में थे तब नक्सलियों के साथ मुठभेड़ शुरू हुई। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में दो महिला नक्सलियों को मार गिराया। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों ने घटनास्थल से नक्सलियों के शव, एक इंसास राइफल, एक .315 राइफल, मेडिकल का सामान और नक्सलियों से संबंधित अन्य सामान बरामद किया है। अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है। इस संबंध में अधिक जानकारी प्राप्त की जा रही है।

छत्तीसगढ़ में महिला और उसके दो बच्चों की हत्या, प्रेमी गिरफ्तार

0

जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर में महिला और उसके दो बच्चों की हत्या करने के आरोप में पुलिस ने महिला के कथित प्रेमी को पड़ोसी राज्य झारखंड के रांची से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जब आरोपी को जशपुर लाया जा रहा था तब जानकारी मिली कि उसने पहले ही जहर खा लिया है, इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। जशपुर जिले के पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया कि जिले के तपकरा थाना क्षेत्र में सुभद्रा ठाकुर :36: और उसकी 14 वर्षीय बेटी तथा छह वर्षीय बेटे की हत्या के आरोप में पुलिस ने प्रमोद गिद्धी :26: को गिरफ्तार कर लिया है। सिंह ने बताया कि 23 जून को पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति शराब के नशे में कह रहा है कि उसने एक महिला और उसके दो बच्चों को मारकर साजबहार गांव के करीब उतियाल नदी के किनारे रेत में दबा दिया है।

उन्होंने बताया कि सूचना के बाद पुलिस दल को नदी के किनारे भेजा गया और शवों की तलाश की गई। बाद में पुलिस ने नदी के किनारे दो बच्चों के शव बरामद कर लिए तथा कुछ दूरी पर जंगल में महिला का शव बरामद किया गया। अधिकारी ने बताया पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा तथा मामले की छानबीन शुरू की। जांच के दौरान जानकारी मिली कि महिला अपने पति से अलग रह रही थी तथा उसका प्रमोद के साथ प्रेम संबंध था। पुलिस ने जब प्रमोद की तलाश शुरू की तब उसके रांची में होने की जानकारी मिली। बाद में पुलिस दल ने उसे रांची से गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि प्रमोद से पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि उसका और महिला का प्रेम संबंध था। कुछ समय बाद प्रमोद महिला के चरित्र को लेकर शक करने लगा और उनका विवाद बढ़ता गया। अधिकारी ने बताया कि प्रमोद ने 22 तारीख की रात में महिला को नदी के करीब मिलने बुलाया और बेल्ट से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।

बाद में उसने दोनों बच्चों को भी वहां बुलाकर उनकी हत्या कर दी। हत्या के बाद प्रमोद बच्चों के शवों को नदी के किनारे तथा महिला के शव को जंगल में छुपाकर फरार हो गया। उन्होंने बताया कि जब पुलिस प्रमोद को लेकर जशपुर आ रही थी तब उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। पुलिस ने जब प्रमोद से पूछताछ की तब उसने पुलिस को बताया कि उसने पहले ही जहर खा लिया है। इसके बाद पुलिस ने प्रमोद को अस्पताल में भर्ती कराया। अधिकारी ने बताया कि आरोपी प्रमोद के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।

छत्तीसगढ़ सरकार डेढ़ वर्ष में सभी मोर्चों पर विफल रही है : पायलट

0

रायपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने मंगलवार को विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि पिछले डेढ़ साल में यह सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है। कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पायलट ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सात जुलाई को रायपुर में किसान-जवान-संविधान जनसभा को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भी औद्योगीकरण और निवेश में विश्वास करती है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मंशा सिर्फ चुनिंदा लोगों को खदान और खनिज देने की है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। कांग्रेस नेता पायलट ने कहा कि राज्य की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान राज्य में संचालित 17 कल्याणकारी योजनाओं को भाजपा ने बंद कर दिया, जिससे कांग्रेस को इसका श्रेय न मिल सके।

उन्होंने कहा कि सरकार ने सिर्फ डेढ़ साल में 37 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज लिया है। पायलट ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है। उन्होंने कहा कि राज्य में एसपी और कलेक्टर कार्यालय जला दिए गए (बलौदाबाजार में), जबकि हत्या, बलात्कार, लूट, डकैती की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस हिरासत में लोग मर रहे हैं, यहां महिलाएं और बच्चे सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रही है। पायलट ने कहा, ”कांग्रेस हमेशा निवेश और उद्योग के पक्ष में रही है।

सरकारी क्षेत्र के अलावा, निजी क्षेत्र में संसाधन होने चाहिए तथा शिक्षित युवक-युवतियों को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाने चाहिए। कांग्रेस ने केंद्र रहते हुए और राज्य सरकार में ऐसी कई नीतियां बनाईं, लेकिन यह (भाजपा) सरकार छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों के जल, जंगल और जमीन को कुछ चुनिंदा लोगों को दे रही है। अब वे बिना किसी हिचकिचाहट के इसे खुलेआम कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी उद्योग के पक्ष में है, लेकिन प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए, पारदर्शिता होनी चाहिए, सभी को समान अवसर मिलना चाहिए। भाजपा पर ध्रुवीकरण का सहारा लेने का आरोप लगाते हुए पायलट ने कहा, ”भाजपा की हमेशा से नीति रही है कि जब सब कुछ विफल हो जाता है, तो वे सांप्रदायिक राजनीति करते हैं।

पायलट ने भाजपा सरकार पर किसानों की कई मांगों की अनदेखी करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि भाजपा की ‘डबल इंजन’ सरकार (केंद्र और राज्य में भाजपा सरकार) किसानों को उर्वरकों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि राज्य को तीन लाख मीट्रिक टन डीएपी उर्वरक की आवश्यकता है, लेकिन सरकार अब तक समितियों को 80 हजार मीट्रिक टन डीएपी पहुंचा पाई है। सरकारी स्कूल और शिक्षकों के ‘युक्तियुक्तकरण’ के राज्य सरकार के कदम पर पायलट ने कहा, ”भाजपा ने (अपने घोषणापत्र में) एक लाख सरकारी नौकरियों का वादा किया था, लेकिन शिक्षकों के 30 हजार रिक्त नौकरियों को भरने के बजाय वे युक्तियुक्तकरण के नाम पर विद्यालयों को बंद कर रहे हैं। युक्तिकरण एक रोजगार विरोधी, शिक्षा विरोधी कदम है।” उन्होंने दावा किया कि ‘युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया’ से राज्य में 45 हजार से अधिक शिक्षकों के पद समाप्त हो जाएंगे और इसके परिणामस्वरूप 10,463 सरकारी स्कूल बंद हो गए हैं। पायलट ने कहा कि भाजपा सरकार अपनी विफलता छिपाने के लिए कांग्रेस नेताओं को परेशान कर रही है, लेकिन कांग्रेस इसके खिलाफ मजबूती से लड़ेगी।

मार्च 2026 भारत की आजादी के बाद सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में से एक होगा: शाह

0

रायपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश 31 मार्च 2026 को जब नक्सलवाद से मुक्त होगा तब वह क्षण आजादी के बाद का सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में से एक होगा। शाह ने कहा, ”जब नक्सलवाद के खात्मे का इतिहास लिखा जायेगा, उसमें सुरक्षा बलों के जवानों का त्याग, बलिदान और परिश्रम स्वर्णिम अक्षरों से अंकित होगा।” अधिकारियों ने बताया कि शाह छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन नवा रायपुर में सुरक्षाबलों के उन कमांडरों और जवानों से बातचीत कर रहे थे जो हाल में नक्सल विरोधी अभियानों में शामिल हुए थे। ‘संकल्प-बल के कमांडरों और कमांडो के साथ बातचीत’ नामक इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

सुरक्षाकर्मियों को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री शाह ने कहा, ”मोदी जी के नेतृत्व में जब 31 मार्च 2026 को देश नक्सलवाद से मुक्त होगा, वह क्षण आजादी के बाद के सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में से एक होगा। जब नक्सलवाद के खात्मे का इतिहास लिखा जायेगा, उसमें सुरक्षा बलों के जवानों का त्याग, बलिदान और परिश्रम स्वर्णिम अक्षरों से अंकित होगा।” उन्होंने जवानों को संबोधित करते हुए कहा, ”आज मैं यहां उपस्थित केंद्रीय सुरक्षा बलों, कोबरा टीम, छत्तीसगढ़ पुलिस बल और डीआरजी के साहस, शौर्य, बलिदान और समर्पण को नमन करता हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि सुरक्षा बल के जवान अपने शौर्य और परिश्रम से ही नक्सलियों के साथ मुठभेड़ को सफल बनाते हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों ने जिस शौर्य, धैर्य और समर्पण के साथ माओवादियों के बनाये अड्डों को तहस-नहस किया है, उसने विश्व के सभी सुरक्षा बलों को आश्चर्यचकित कर दिया है। उन्होंने कहा, ”मुझे मालूम है कि सेना के जवान जो ठान लेते हैं वो उसे पूरा करके रहते हैं। सुरक्षा बलों के इसी भरोसे से मैं देश में 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे का ऐलान करता हूं।” शाह ने कहा, ”नक्सलवाद गरीब आदिवासी क्षेत्र के लिए बड़ी विभीषिका रही है, जिससे पिछले 35 साल में लगभग 40 हजार लोगों की मौत हुई है या फिर वे अपाहिज होकर जीवन व्यतीत कर रहे हैं। नक्सलवादी हिंसा ने गरीब आदिवासी तक खाना, बिजली, शिक्षा, घर, शौचालय और पेयजल जैसे मूलभूत सुविधाओं को नहीं पहुंचने दिया और उद्योग को तो भूल ही जाइए।

इतने लंबे वर्षों तक इतना बड़ा क्षेत्र गुलामी के कालखंड में जीने को मजबूर रहा। इसका मूल कारण नक्सलवाद है।” उन्होंने कहा, ”मैं इस बात से खुश हूं कि आज जिस क्षेत्र से नक्सलवाद खत्म कर दिया जाता हैं वहां हमारी सरकार अनाज, स्वास्थ्य सुविधा, शिक्षा, बिजली, घर, शौचालय और पेयजल पहुंचाकर लोगों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ रही है।” शाह ने कहा, ”जब बच्चा हाथ में बंदूक की जगह पेंसिल पकड़कर क, ख, ग लिखता है तो न सिर्फ एक क्षेत्र का बल्कि पूरे देश का भविष्य संवरता है। यह क्षण जल्द ही आने वाला है।” अधिकारियों ने बताया कि शाह ने आज छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में ‘लियोर ओयना’ – नक्सलियों द्वारा आदिवासियों के भीषण संहार और बस्तर को बचाने के प्रयासों पर लिखित पुस्तक का लोकार्पण भी किया। उन्होंने कहा, ”नक्सलियों ने जिन मासूम, निहत्थे लोगों को अपनी हिंसा का शिकार बनाया है, उनकी पीड़ा समझने में यह पुस्तक सहायक होने वाली है। यह पुस्तक मानवाधिकार के नाम पर नक्सलियों से संवेदना दिखाने वालों के आंखों के आगे से पर्दा हटाने और उन्हें बेनकाब करने में भी उपयोगी सिद्ध होगी।” इस दौरान वह सुरक्षाकर्मी भी मौजूद थे, जिन्होंने पिछले माह नक्सल विरोधी अभियान में भाकपा (माओवादी) के महासचिव नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू (70) को मुठभेड़ में मार गिराया था।