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छत्तीसगढ़ नगर निकाय चुनाव: भाजपा की शानदार जीत, महापौर के सभी 10 पदों पर जमाया कब्जा

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छत्तीसगढ़ में विधानसभा तथा लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को शिकस्त देने के बाद नगर निकाय चुनावों में भी भारतीय जनता पार्टी ने सूपड़ा साफ करते हुए महापौर के सभी 10 पदों पर जीत हासिल की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि सत्ताधारी दल भाजपा ने सभी 10 नगर निगमों में महापौर पद तथा 35 नगर पालिका परिषदों और 81 नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है। राज्य के 10 नगर निगमों, 49 नगर पालिका परिषदों और 114 नगर पंचायतों में हुए आम चुनावों के लिए शनिवार को मतगणना जारी है।

अधिकारियों ने बताया कि आठ नगर पालिका परिषदों और 22 नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद पर विपक्षी दल कांग्रेस ने जीत दर्ज की जबकि आम आदमी पार्टी (आप) ने एक नगर पालिका परिषद और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने एक नगर पंचायत में अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है। अधिकारियों ने बताया कि पांच नगर पालिका परिषदों और 10 नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपना कब्जा जमाया। उन्होंने बताया कि रुझानों के अनुसार भाजपा अधिकांश वार्डों में जीत चुकी है या आगे है। नगर निकाय चुनावों में भाजपा के प्रदर्शन की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इसे ऐतिहासिक दिन करार दिया और कहा कि यह छत्तीसगढ़ के राजनीतिक इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित होगा।

साय ने यहां संवाददाताओं से कहा, ”आज का दिन भाजपा और छत्तीसगढ़ सरकार के लिए ऐतिहासिक है। यह छत्तीसगढ़ के राजनीतिक इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित होगा क्योंकि भाजपा ने नगर निकाय चुनावों में ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।” उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता और मतदाताओं ने भाजपा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री की गारंटी और राज्य सरकार के विकास कार्यों में विश्वास जताया है, जिसके लिए वह उनका आभार व्यक्त करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, ”कांग्रेस वादे तो करती है लेकिन बाद में उन्हें पूरा नहीं करती, लेकिन भाजपा अपने वादे पूरे करेगी।” उन्होंने कहा, ”कांग्रेस ने महापौर पद का अप्रत्यक्ष चुनाव (पिछली बार 2019-2020 में) कराकर लोकतंत्र की हत्या की है।

कांग्रेस उम्मीदवार जो अप्रत्यक्ष चुनाव (कांग्रेस नेता ऐजाज ढेबर का जिक्र करते हुए) के जरिए (रायपुर के) महापौर बने थे, इस बार रायपुर के एक वार्ड से पार्षद का चुनाव हार गए हैं।” साय ने कहा कि रायगढ़ नगर निगम में पार्टी ने महापौर पद के लिए चाय बेचने वाले जीववर्धन चौहान को मैदान में उतारा था और उन्होंने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। पिछले (2019-2020) नगर निकाय चुनावों में राज्य में तत्कालीन सत्तारूढ़ कांग्रेस ने इन सभी 10 नगर निगमों में महापौर पदों पर कब्जा किया था। पिछली बार महापौर पदों और नगर पालिका परिषदों तथा नगर पंचायतों के अध्यक्षों का चुनाव अप्रत्यक्ष तरीके से हुआ था, जिसके अनुसार जनता ने सीधे पार्षदों को चुना था और फिर चुने हुए पार्षदों ने अपने बीच से नगर निगमों के महापौर और अन्य नगर निकायों के अध्यक्षों का चुनाव किया था। इस अप्रत्यक्ष विधि प्रणाली को 2019 में तत्कालीन भूपेश बघेल सरकार ने शुरू किया था। हालांकि, इस बार साय सरकार ने प्रत्यक्ष चुनाव की पिछली प्रणाली को बहाल कर दिया, जिसके अनुसार लोगों ने नगर निकायों के महापौर और अध्यक्षों को चुनने के लिए सीधे मतदान किया।

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में आईईडी विस्फोट में सीआरपीएफ जवान घायल

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छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए एक ‘इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस’ (आईईडी) में विस्फोट होने से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कोबरा इकाई का एक जवान घायल हो गया। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि यह विस्फोट शुक्रवार शाम को हुआ जब कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेज़ोल्यूट एक्शन) की 202वीं बटालियन की एक टीम अपने नम्बी शिविर से गश्त के लिए निकली थी। उन्होंने बताया कि जब गश्ती दल जंगल की घेराबंदी कर रहा था तो कांस्टेबल अरुण कुमार यादव का पैर गलती से आईईडी पर पड़ गया, जिससे विस्फोट हो गया।

अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद घायल जवान यादव को बीजापुर लाया गया तथा बाद में उसे बेहतर इलाज के लिए रायपुर भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि जवान की हालत सामान्य है तथा वह खतरे से बाहर है। बीजापुर सहित सात जिलों वाले बस्तर क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों में गश्त के दौरान सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए नक्सली अक्सर सड़कों और जंगल में कच्ची पगडंडियों पर बारूदी सुरंग लगाते हैं। इस क्षेत्र में पहले भी नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी बम की चपेट में आने से सुरक्षाबल के जवानों और आम नागरिकों को नुकसान पहुंचा है। इससे पहले दंतेवाड़ा जिले में 11 फरवरी को प्रेशर बम की चपेट में आने से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का जवान घायल हो गया था।

बीजापुर जिले में चार फरवरी को इसी तरह के विस्फोट में दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे। इससे पहले 17 जनवरी को नारायणपुर जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए बारूदी सुरंग विस्फोट में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवान घायल हो गए थे तथा 16 जनवरी को बीजापुर में नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर बम में विस्फोट होने से सीआरपीएफ कोबरा के दो कमांडो घायल हो गए थे।

महाकुंभ पहुंचे छत्तीसगढ़ के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, सभी नेताओं के साथ संगम में लगाई डुबकी

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छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों, विधायकों और सांसदों ने प्रयागराज के महाकुंभ में संगम में डुबकी लगाई। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया, ”रायपुर से आज सुबह विमान से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज पहुंचने के बाद राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह और छत्तीसगढ़ के अन्य जनप्रतिनिधि अरेल घाट पहुंचे। वहां से वे मोटर बोट पर सवार होकर त्रिवेणी संगम गए और स्नान किया।” साय ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”आज तीर्थराज प्रयाग के त्रिवेणी संगम में तीन करोड़ छत्तीसगढ़वासियों के सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए डुबकी लगाई एवं स्नान का पुण्य लाभ प्राप्त किया।

महाकुम्भ सनातन धर्म की दिव्यता और आध्यात्मिक ऊर्जा का महापर्व है, यहां आस्था अमृत बनकर आत्मा को ब्रह्म से जोड़ती है।” साय ने लिखा है, ”तीर्थराज प्रयाग के त्रिवेणी संगम में पुण्य स्नान के पश्चात मैंने सपत्नीक विधि-विधानपूर्वक मां गंगा की पूजा-अर्चना की तथा समस्त प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि और आरोग्य की मंगल कामना की।” इससे पहले रायपुर विमानतल पर संवाददाताओं से बातचीत में साय ने कहा, ”आज छत्तीसगढ़ सरकार, मंत्रिमंडल, विधानसभा अध्यक्ष, राज्यपाल, सांसद और विधायक सभी महाकुंभ में पवित्र स्नान करने और इस पवित्र अवसर का हिस्सा बनने के लिए प्रयागराज जा रहे हैं।” मुख्यमंत्री ने कहा,”इसके लिए मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष को उनके आमंत्रण के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने कुंभ में अपना मंडप बनाया है, जहां राज्य के श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त भोजन और आवास की व्यवस्था है। साय ने कहा, ”वहां जाना हमारे लिए सौभाग्य की बात है और हम मां गंगा से छत्तीसगढ़ की समृद्धि की कामना करेंगे।” राज्य के अधिकारियों द्वारा साझा की गई तस्वीरों में मुख्यमंत्री साय, उनकी पत्नी, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह तथा उनकी पत्नी संगम पर डुबकी लगाते नजर आए। मुख्यमंत्री के साथ गए राज्य के नेताओं में कांग्रेस के कुछ विधायक भी शामिल हैं।

छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव में दोपहर 12 बजे तक 35 प्रतिशत मतदान

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छत्तीसगढ़ में मंगलवार को रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर नगर निगमों सहित 173 नगरीय निकायों के लिए मतदान जारी है जिसमें दोपहर 12 बजे तक लगभग 35 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया है। राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने यहां बताया कि आज सुबह आठ बजे 10 नगर निगमों, 49 नगर पालिका परिषदों और 114 नगर निगमों में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हुआ। अधिकारियों ने बताया, ”दोपहर 12 बजे तक लगभग 35 प्रतिशत मतदान हुआ है। मतदान शाम पांच बजे समाप्त हो जाएगा।” उन्होंने कहा कि सुकमा और दुर्ग नगरीय निकायों के पांच वार्डों के उपचुनाव के लिए भी मतदान जारी है।

अभी तक किसी भी मतदान केंद्र से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है तथा मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है। राज्य के नगरीय निकायों में हो रहे इस चुनाव में 10 हजार से अधिक उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जहां मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के बीच है। हालांकि, बड़ी संख्या में निर्दलीय और बागी उम्मीदवार राष्ट्रीय दलों के उम्मीदवारों के लिए बड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं। उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 44,90,360 मतदाता करेंगे, जिनमें 22,08,625 पुरुष, 22,81,226 महिलाएं और 509 तृतीय लिंग के मतदाता शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि मतदान के लिए कुल 5,970 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 1,531 को संवेदनशील और 132 को अति संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। वहीं उपचुनाव के लिए 20 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

मतदान ईवीएम के जरिए हो रहा है। उन्होंने बताया कि ईवीएम में तकनीकी खराबी के कारण कुछ मतदान केंद्रों में मतदान बाधित होने की खबरें हैं। रायपुर नगर निगम में महापौर पद के लिए भाजपा की मीनल चौबे और कांग्रेस की दीप्ति दुबे के बीच मुकाबला हो रहा है। दीप्ति दुबे पूर्व महापौर प्रमोद दुबे की पत्नी हैं। वहीं राजनांदगांव नगर निगम में महापौर पद के लिए भाजपा ने पूर्व सांसद मधुसूदन यादव को तथा कांग्रेस ने निखिल द्विवेदी को चुनाव मैदान में उतारा है। अंबिकापुर नगर निगम में महापौर पद के लिए कांग्रेस के डॉक्टर अजय तिर्की और भाजपा की मंजूषा भगत के बीच मुकाबला है। मतगणना 15 फरवरी को होगी।

छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्री और पार्टी के सांसद, विधायक 13 फरवरी को करेंगे महाकुंभ स्नान

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छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों समेत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद व विधायक 13 फरवरी को प्रयागराज में महाकुंभ में स्नान करेंगे। साय ने यहां संवाददाताओं से कहा, “13 तारीख को मंत्रिमंडल के सभी सदस्य और पार्टी के विधायक महाकुंभ जा रहे हैं क्योंकि 144 वर्ष बाद ऐसा शुभ मुहूर्त आया है। हम सभी लोग पुण्य के भागी बनना चाहते हैं।” छत्तीसगढ़ विधानसभा के अधिकारियों ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने मुख्यमंत्री साय सहित मंत्रिमंडल के सदस्यों, नेता प्रतिपक्ष और सभी विधायकों तथा सांसदों (लोकसभा व राज्यसभा) को 13 फरवरी को प्रयागराज में महाकुंभ में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।

अधिकारियों ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष सिंह ने पत्र लिखकर कहा कि गंगा, यमुना और सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर आयोजित धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सहभागिता करते हुए सनातन लोकतांत्रिक परंपराओं का अनुभव करने का अवसर प्राप्त होगा। सिंह ने पत्र में लिखा कि इस महाकुंभ में उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने भी छत्तीसगढ़ विधानसभा के सभी सदस्यों को आमंत्रित किया है। दोनों राज्यों के विधायकों और जनप्रतिनिधियों की सहभागिता से यह आयोजन सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से और भी ऐतिहासिक होगा। रमन सिंह ने लिखा कि महाकुंभ न केवल आस्था का संगम है बल्कि यह सनातन संस्कृति एवं लोकतांत्रिक मूल्यों का जीवंत प्रतीक भी है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के जनप्रतिनिधियों की इसमें सहभागिता राज्य की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक एकता को और अधिक सुदृढ़ करेगी।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चरण दास महंत ने कहा कि उन्हें विधानसभा अध्यक्ष के कुंभ जाने से संबंधित आमंत्रण की जानकारी मिली है। लेकिन वह व्यक्तिगत कार्यों की वजह से इसमें शामिल नहीं हो सकेंगे। महंत ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा, “विधानसभा अध्यक्ष के आमंत्रण की जानकारी मिली है। कुछ व्यक्तिगत कार्यों की वजह से मैं इसमें शामिल नहीं हो पाउंगा, लेकिन पार्टी (कांग्रेस) के विधायकों को इसमें शामिल होने से मना नहीं किया गया है। विधायक चाहें तब वह इसमें शामिल हो सकते हैं।

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में माओवादियों ने की सरपंच पद के प्रत्याशी की हत्या

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छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में माओवादियों ने सरपंच पद के प्रत्याशी की गला रेतकर हत्या कर दी। पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। राज्य में पंचायत चुनाव 17, 20 और 23 फरवरी को तीन चरणों में होंगे। अधिकारियों ने बताया कि घटना बृहस्पतिवार रात को अरनपुर गांव की है जहां माओवादियों ने सरपंच पद के प्रत्याशी जोगा बारसे (45) के घर पर धावा बोल दिया और कुल्हाड़ी से दरवाजे को तोड़कर घर में दाखिल हो गए। उन्होंने बताया कि इसके बाद माओवादियों ने परिवार के सामने ही कुल्हाड़ी और अन्य हथियारों से बारसे की गला रेतकर हत्या कर दी।

अधिकारियों ने बताया कि राज्य में होने जा रहे पंचायत चुनाव का माओवादियों ने बहिष्कार किया है और लोगों को चुनाव नहीं लड़ने की धमकी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि बताया जा रहा है कि पंचायत चुनाव में बारसे के प्रत्याशी बनने के बाद से माओवादी उनसे नाखुश थे। बारसे क्षेत्र के कद्दावर आदिवासी नेताओं में थे और लगातार चुनाव जीत रहे थे। जानकारी के अनुसार पहले वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी में थे लेकिन कुछ वर्ष पहले उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ले ली थी। अधिकारियों ने बताया कि हमलावरों की तलाश के लिए सुरक्षाबलों ने इलाके में अभियान शुरू कर दिया है। इससे पहले माओवादियों ने जिले में चार फरवरी को 30 वर्षीय एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी।

माओवादियों ने उस पर पुलिस का मुखबिर होने का आरोप लगाया था। वहीं तीन फरवरी की रात माओवादियों ने पड़ोसी जिले बीजापुर में दो लोगों की हत्या कर दी थी। इनमें से एक उनका पूर्व सहयोगी था। पिछले माह 26 जनवरी को माओवादियों ने बीजापुर के भैरमगढ़ इलाके में 41 वर्षीय एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। उस पर प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के बारे में सूचना देने का आरोप लगाया गया था। इसके अतिरिक्त 16 जनवरी को माओवादियों ने बीजापुर के मिरतुर इलाके में पुलिस मुखबिर होने के संदेह में 48 वर्षीय एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। पुलिस के अनुसार दंतेवाड़ा सहित सात जिलों वाले बस्तर क्षेत्र में माओवादी हिंसा की अलग-अलग घटनाओं में पिछले साल 68 नागरिक मारे गए। राज्य में इस माह नगरीय और पंचायत निकायों के चुनाव होने जा रहे हैं जिसके तहत 10 नगर निगमों, 49 नगर पालिका परिषदों और 114 नगर पंचायतों सहित 173 नगरीय निकायों के चुनाव 11 फरवरी को एक चरण में होंगे, जबकि पंचायत चुनाव 17, 20 और 23 फरवरी को तीन चरणों में होंगे।

छत्तीसगढ़ में हादसा: में ट्रैक्टर के पलटने से तीन स्कूली छात्रों की मौत, एक घायल

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छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में ट्रैक्टर के अनियंत्रित होकर पलटने से उसमें सवार तीन स्कूली छात्रों की मौत हो गई तथा एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को जिले के कुरूद क्षेत्र के अंतर्गत चर्रा गांव के करीब ट्रैक्टर के अनियंत्रित होकर पलटने से उसमें सवार मोंगरा गांव निवासी प्रीतम चंद्राकर (16), मयंक ध्रुव (16) और चर्रा गांव निवासी होनेंद्र साहू (14) की मौत हो गई तथा बानगर गांव निवासी अर्जुन यादव घायल हो गया। उन्होंने बताया कि चारों लड़के स्कूल न जाकर प्रीतम के ट्रैक्टर में सवार होकर कुरूद गांव की ओर गए थे।

ट्रैक्टर प्रीतम चला रहा था। पुलिस ने कहा कि वापसी के दौरान जब वह चर्रा गांव के करीब पहुंचे तब एक तालाब के करीब ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया। इस घटना में ट्रैक्टर में दबकर तीन लड़कों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई तथा अर्जुन गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीण वहां पहुंचे तथा उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस दल घटनास्थल पर पहुंचा तथा शवों और घायल को अस्पताल भेजा। घायल अर्जुन की हालत गंभीर है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है तथा मामले की जांच की जा रही है।

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में पांच महिला नक्सली समेत छह नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

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छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में पांच महिला नक्सली समेत छह नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले में चल रहे लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान से प्रभावित होकर पांच महिला नक्सली समेत छह नक्सलियों हुंगा उर्फ हरेन्द्र कुमार माड़वी (30), आयते मुचाकी (38), शांति उर्फ जिम्मे कोर्राम (28), हुंगी सोड़ी (29), हिड़मे मरकाम (30) और जोगी सोड़ी (35) ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली मलांगेर एरिया कमेटी के बुरगुम पंचायत में सक्रिय थे। नक्सलियों के खिलाफ सड़क खोदने, नक्सली बैनर, पोस्टर लगाने तथा अन्य घटनाओं में शामिल होने का आरोप है।

अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य शासन की पुनर्वास नीति के तहत 25 हजार रूपये की सहायता राशि के साथ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मिलने वाली अन्य सुविधाएं जैसे 10 हजार रुपये की मासिक आर्थिक सहायता, तीन वर्ष तक निःशुल्क आवास तथा भोजन, कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण, कृषि भूमि आदि मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 212 इनामी सहित कुल 900 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।

छत्तीसगढ़ में लौह अयस्क की खदान में बारूदी सुरंग विस्फोट में मजदूर घायल

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छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में एक लौह अयस्क की खदान में प्रेशर बम के जरिये किये गए विस्फोट की चपेट में आने से एक मजदूर घायल हो गया। पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के छोटेडोंगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आमदई स्थित निजी कंपनी के लौह अयस्क की खदान में प्रेशर बम (बारूदी सुरंग) में हुए विस्फोट की चपेट में आकर मजदूर घायल हो गया है।

उन्होंने बताया कि आज खदान के ‘जीरो पाइंट’ इलाके में जब मजदूर काम कर रहे थे तब एक मजदूर का पैर नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर बम के ऊपर चला गया। इससे बम में विस्फोट हो गया। अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद वहां मौजूद अन्य मजदूरों और अधिकारियों ने घायल मजदूर को छोंटेडोंगर अस्पताल पहुंचाया जहां उसका इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि घटना के बाद क्षेत्र में सुरक्षाबल के जवानों को भेजा गया है। इलाके में गश्त जारी है।

छत्तीसगढ़ में रिकॉर्ड 149.25 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद

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छत्तीसगढ़ में इस खरीफ वर्ष में समर्थन मूल्य पर रिकॉर्ड 149.25 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में राज्य शासन द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के तहत इस खरीफ सत्र में रिकॉर्ड 149.25 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है। इसमें मोटा धान 81.98 लाख मीट्रिक टन, पतला धान 10.75 लाख मीट्रिक टन और सरना धान 56.52 लाख मीट्रिक टन शामिल है। धान की खरीदी के यह आंकड़े राज्य के गठन के बाद से सर्वाधिक हैं।

उन्होंने बताया कि राज्य में धान खरीदी 14 नवंबर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक की गई। राज्य के पंजीकृत 25 लाख 49 हजार 592 किसानों ने धान विक्रय किया। धान खरीदी के एवज में किसानों को बैंक से जोड़ने की व्यवस्था के तहत 31 हजार 89 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। महासमुंद जिला सर्वाधिक 11.04 लाख मीट्रिक टन धान खरीद कर राज्य में पहले स्थान पर है। वहीं बेमेतरा जिले में 9.38 लाख मीट्रिक टन और बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में 8.56 लाख मीट्रिक टन धान की रखीदी हुई है। राज्य में सबसे कम दंतेवाड़ा जिले में तीन लाख 34 हजार 315 क्विंटल धान की खरीदी हुई है। राज्य के खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि धान खरीदी के साथ ही कस्टम मीलिंग के लिए तेजी के साथ धान का उठाव किया जा रहा है।

अभी तक 123 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान के उठाव के लिए आदेश जारी किए गए हैं, जिसके विरूद्ध 103 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान का उठाव हो चुका है। पंजीकृत 4102 राइस मिलों के जरिये धान का निरंतर उठाव किया जा रहा है। पिछले वर्ष में 144.92 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ तथा 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीदी करने का वादा किया है।