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सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर एक से पंद्रह नवंबर तक भारत पर्व मनाया जाएगा, पटना में बोले अमित शाह

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में देश में एक से 15 नवंबर तक ‘भारत पर्व 2025’ मनाया जाएगा। यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने यह भी घोषणा की कि सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर अब से हर साल 31 अक्टूबर को गुजरात के एकता नगर में भव्य परेड का आयोजन किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 15 नवंबर को आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर भव्य समारोह आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर भोजन और ललित कलाओं में विविधता सहित जनजातीय संस्कृति का प्रदर्शन किया जाएगा।

उन्होंने कहा, ”’लौह पुरुष’ एवं अखंड भारत के निर्माता सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती 31 अक्टूबर को एकता नगर स्थित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर मनाई जाएगी, जो ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को प्रतिबिंबित करेगी।” शाह ने कहा, ”इस वर्ष ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के भव्य आयोजन की योजना बनाई गई है, जिसमें कई विशेष कार्यक्रम शामिल होंगे। हर साल 26 जनवरी को नयी दिल्ली में आयोजित होने वाली गणतंत्र दिवस परेड की तर्ज पर हर साल 31 अक्टूबर को एकता नगर में एक भव्य परेड का आयोजन किया जाएगा।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को सुबह सात बजकर 55 मिनट से शुरू होने वाली पहली परेड में हिस्सा लेंगे।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे, जिसके बाद राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह मनाया जाएगा। शाह ने कहा कि परेड में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के साथ-साथ विभिन्न राज्य पुलिस बलों के जवान भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भारत की समृद्धि और संस्कृति की विविधता को प्रदर्शित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह का विशेष महत्व है क्योंकि राष्ट्र सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती मना रहा है। शाह ने कांग्रेस पर 41 वर्षों तक सरदार पटेल को भारत रत्न पुरस्कार न देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ”महात्मा गांधी के साथ मिलकर सरदार पटेल ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम की रीढ़ मजबूत की। राष्ट्र की नींव बनाने में उनका योगदान बहुत बड़ा है। फिर भी कांग्रेस ने इसमें कोई कोर कसर नहीं छोड़ी कि देश सरदार पटेल को भुला दे और पार्टी ने उनके नाम पर कोई प्रतिमा या स्मारक नहीं बनवाया।

उन्होंने कहा कि दूसरी ओर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का निर्माण किया, जो आभियांत्रिकी की भव्य मिसाल है। शाह ने कहा कि हर साल 15,000 पर्यटक ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ देखने आते हैं और अब तक देश-विदेश से 2.5 करोड़ से अधिक लोग इस प्रतिमा को देखने आ चुके हैं। उन्होंने कहा, ”पटेल का जीवन किसानों को समर्पित था और इसलिए भारत के लौह पुरुष की प्रतिमा के लिए लोहा किसानों से ही एकत्र किया गया। शाह ने कहा कि इस वर्ष स्कूलों और कॉलेजों में ‘रन फॉर यूनिटी’ कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

‘ट्रबल इंजन’ सरकार में बेटियां बेबस, मोदी को महिलाओं से वोट मांगने का नैतिक अधिकार नहीं: कांग्रेस

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कांग्रेस ने बिहार में महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं का हवाला देते हुए बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि ‘ट्रबल इंजन’ सरकार में बेटियां बेबस हैं और ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को महिलाओं से वोट मांगने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह दावा भी किया कि बिहार की जनता बदलाव का मन बना चुकी है और वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को सत्ता से उखाड़ फेंकने वाली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में वोट पाने के लिए छठी मैया का अपमान कर रहे हैं।

मुजफ्फरपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने दावा किया कि छठ पूजा कांग्रेस और राजद नेताओं के लिए ‘नाटक’ है लेकिन बिहार के लोग इस ‘अपमान’ को वर्षों तक नहीं भूलेंगे और न ही उन्हें माफ करेंगे। रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”प्रधानमंत्री बिहार की धरती से अपनी चुनावी भाषणों में राज्य की महिलाओं से वोट देने की अपील कर रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि बिहार में ‘ट्रबल इंजन’ की सरकार में राज्य की बेटियां पूरी तरह से बेबस हैं। महिलाओं के खिलाफ़ यौन हिंसा सहित अपराध चरम पर हैं।” उन्होंने दावा किया कि हर दिन के बीतने के साथ-साथ महिलाओं के खिलाफ़ यौन अपराध का ग्राफ बढ़ता गया और सरकार की संवेदनशीलता घटती गई। रमेश ने कहा, ”इसका चरम इसी साल मई महीने में देखने को मिला – हैवानियत की शिकार 11 वर्षीय दलित बच्ची को गंभीर अवस्था में इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज लाया गया। लेकिन आठ घंटे तक उसे अस्पताल में बेड नहीं दिया गया, और उसने एम्बुलेंस में ही दम तोड़ दिया।

उन्होंने दावा किया, ”प्रधानमंत्री आते हैं, अपने चुनावी भाषणों में ढेरों झूठे वादे करते हैं, कुछ पल जनता का मनोरंजन करते हैं और चले जाते हैं। महिलाओं के खिलाफ़ हो रहे अत्याचार पर उनके मुंह से एक शब्द नहीं निकलता और निकलेगा भी कैसे, जब उनकी ही सरकार के मंत्रियों पर जघन्य आरोप लगे हों।” रमेश ने कहा कि 2018 में मुजफ्फरपुर में बालिका गृह कांड जैसा जघन्य और मानवता को झकझोर देने वाला मामला सामने आया था, जहां 34 से अधिक नाबालिग बच्चियों के साथ लंबे समय तक यौन शोषण हुआ। उनका कहना है, ”जांच में उस समय की मंत्री मंजू वर्मा के पति पर आरोप लगे, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफ़ा दिया। फिर भी 2020 में उन्हें टिकट दिया गया और अब उसी क्षेत्र से उनके पुत्र को उम्मीदवार बनाया गया है।

उनके अनुसार, इसी महीने बेगूसराय के चेरिया बरियारपुर में पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के आवास परिसर के पीछे स्थित पोखर से 13 वर्षीय बच्ची की अर्धनग्न लाश मिली तथा शुरुआती जांच से संकेत मिलते हैं कि नाबालिग के साथ यौन हिंसा के बाद उसकी हत्या की गई। कांग्रेस नेता ने कहा, ”ऐसी अनेक घटनाओं के बाद, क्या बिहार की धरती पर महिलाओं से प्रधानमंत्री को वोट मांगने का कोई नैतिक अधिकार बचता है?” रमेश ने दावा किया, ”राज्य की जनता इस बार बदलाव के लिए मन बना चुकी है। इस सरकार को अपने वोट के जरिए उखाड़ फेंकने का संकल्प वह ले चुकी है।

सुप्रीम कोर्ट ने न्यायिक अधिकारी से जुड़े ‘हिट-एंड-रन’ मामले की सुनवाई पंजाब से दिल्ली स्थानांतरित की

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उच्चतम न्यायालय ने एक परिवीक्षाधीन न्यायिक अधिकारी से जुड़े कथित ‘हिट एंड रन’ मामले को पंजाब की एक अदालत से यहां रोहिणी की निचली अदालत में स्थानांतरित करने की बृहस्पतिवार को अनुमति दे दी। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची की पीठ ने मृतक के परिवार द्वारा मुकदमे में पक्षपात का आरोप लगाए जाने के बाद मामले को स्थानांतरित कर दिया। मृतक के परिजन का कहना है कि आरोपी एक न्यायिक अधिकारी है जिससे मुकदमे में पक्षपात हो रहा है। सुनवाई के दौरान न्यायिक अधिकारी की ओर से पेश वकील ने कहा कि यदि मुकदमे को पंजाब से दिल्ली की अदालत में स्थानांतरित किया जाता है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है।

लेकिन उन्होंने सुझाव दिया कि उनके लिए यह उचित होगा कि मुकदमे को उत्तर प्रदेश के नोएडा में स्थानांतरित किया जाए क्योंकि मृतक की रिश्तेदार दिल्ली में वकील हैं। हालांकि, पीठ ने मामले की सुनवाई अतिरिक्त मुख्य महानगर दंडाधिकारी की अदालत में स्थानांतरित कर दी। साथ ही, उसने एक अन्य मामले को भी स्थानांतरित कर दिया जिसमें मृतक की पत्नी ने मामले को पंजाब पुलिस से सीबीआई को हस्तांतरित करने का अनुरोध किया था। पीठ ने कहा कि यदि मामले में आगे जांच की जरूरत होगी तो दिल्ली पुलिस जांच करेगी।

शीर्ष अदालत ने मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण मामले को भी हिमाचल प्रदेश के कुल्लू से दिल्ली की एक अदालत में स्थानांतरित कर दिया। मृतक की पत्नी ने दावा किया है कि उसके पति की मृत्यु इस साल फरवरी में न्यायिक अधिकारी की कार से ‘हिट-एंड-रन’ दुर्घटना के कारण हुई थी। अधिकारी पंजाब के होशियारपुर जिले में प्रोबेशनर अधिकारी के रूप में तैनात थे। अदालत को बताया गया कि मामला पंजाब के फगवाड़ा की अदालत में न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष आरोप तय करने के चरण में है।

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 51 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण

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छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में 51 माओवादियों ने बुधवार को सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि राज्य शासन की व्यापक नक्सल उन्मूलन नीति और शांति, संवाद एवं विकास पर केंद्रित निरंतर प्रयासों के परिणामस्वरूप आज 51 माओवादियों ने हिंसा का मार्ग त्याग कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। उन्होंने बताया कि ‘पूना मारगेम : पुनर्वास से पुनर्जीवन’ योजना के अंतर्गत मुख्यधारा में लौटने वाले इन माओवादियों में नौ महिला और 42 पुरुष हैं, जिन पर कुल 66 लाख रुपए का इनाम घोषित था। अधिकारियों ने इन 51 माओवादियों में ‘पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए)’ बटालियन नंबर एक और कंपनी नंबर एक, दो और पांच के पांच सदस्य, एक एरिया कमेटी सदस्य (एसीएम), सात प्लाटून और एरिया कमेटी पार्टी सदस्य, तीन एलओएस सदस्य, एक मिलिशिया प्लाटून कमांडर और 14 मिलिशिया प्लाटून सदस्य शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि माओवादियों ने हिंसक और जनविरोधी विचारधारा को त्यागकर शांति एवं प्रगति के मार्ग को अपनाया है। अधिकारियों ने बताया कि आज आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों में माड़ संभाग में कंपनी नंबर के सदस्य बुधराम पोटाम उर्फ रंजीत (25), बटालियन नंबर एक की पार्टी सदस्य मनकी कोवासी (24), कंपनी नंबर दो की पार्टी सदस्य हुंगी सोढ़ी (27), कंपनी नंबर दो का पार्टी सदस्य रवीन्द्र पुनेम उर्फ आयतू (25) और पीएलजीए सदस्या देवे करटाम (25) के सर पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम है। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले माओवादी मंगू ओयाम उर्फ लालू (27) के सर पर पांच लाख रुपये का इनाम है।

अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा सात माओवादियों पर दो-दो लाख रुपये और सात माओवादियों के सर पर एक-एक लाख रुपये का इनाम है। उन्होंने बताया कि 2025 में बीजापुर जिले में 461 माओवादी मुख्यधारा में लौट आये हैं जबकि सुरक्षाबलों की कार्रवाई में 138 माओवादी मारे गये तथा 485 माओवादी गिरफ्तार किये गये। अधिकारियों ने बताया कि 2024 से अब तक बीजापुर जिले में 650 माओवादी मुख्यधारा में लौटे हैं जबकि जिले में सुरक्षाबलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ में 196 माओवादी मारे गये तथा 986 माओवादियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। उन्होंने बताया कि इन 51 माओवादियों के समाज में पुनर्वास और पुनर्समावेशन के लिए आवश्यक विधिक प्रक्रिया जारी है।

अधिकारियों का कहना है कि मुख्यधारा में लौटे सभी नक्सलियों ने संविधान पर आस्था व्यक्त करते हुए लोकतांत्रिक व्यवस्था में सम्मानजनक जीवन जीने का संकल्प लिया है। राज्य शासन द्वारा इन्हें पुनर्वास प्रोत्साहन के स्वरूप 50 हजार रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस पुनर्वास की प्रक्रिया में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), बस्तर फाईटर, एसटीएफ और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का विशेष योगदान रहा। बीजापुर जिले के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर जितेंद्र कुमार यादव ने कहा है कि सरकार की पुनर्वास नीति माओवादियों को आकर्षित कर रही है तथा मुख्यधारा में लौटने वाले माओवादियों के परिजन भी चाहते हैं कि वे सामान्य जीवन जिएं और समाज के साथ कदम से कदम मिलाकर चलें।’

यादव ने माओवादियों से अपील की है कि वे भ्रामक विचारधाराओं को त्यागें और निर्भय होकर समाज की मुख्यधारा में लौटें, जिससे क्षेत्र में स्थायी शांति और विकास स्थापित हो सके। उन्होंने कहा, ”पूना मारगेम-पुनर्वास से पुनर्जीवन’ योजना के अंतर्गत 51 माओवादियों का मुख्यधारा में लौटना बीजापुर जिले में बदलते सामाजिक परिवेश और जन विश्वास का प्रतीक है — जो यह दर्शाता है कि संवाद, पुनर्वास और विकास का मार्ग ही स्थायी शांति का मार्ग है। छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में नक्सलियों का आत्मसमर्पण जारी है। इससे पहले रविवार को राज्य के कांकेर जिले में 21 माओवादियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था जबकि 17 अक्टूबर को जगदलपुर में 153 हथियारों के साथ 210 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। राज्य में दो अक्टूबर को बस्तर क्षेत्र के बीजापुर जिले में 103 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था, जिनमें से 49 पर कुल 1.06 करोड़ रुपये से अधिक का इनाम था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि केंद्र सरकार ने 31 मार्च, 2026 तक देश से नक्सल समस्या की समाप्ति का संकल्प लिया है। उन्होंने हाल में अपने बस्तर प्रवास के दौरान नक्सलियों से हथियार छोड़ने की अपील की थी।

डीएमएफ घोटाले में एसीबी-ईओडब्ल्यू की बड़ी कार्रवाई: खनन कारोबार और ठेकों से जुड़ी वित्तीय लेन-देन की जांच

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छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित डीएमएफ (जिला खनिज न्यास) घोटाले के सिलसिले में एसीबी-ईओडब्ल्यू की टीम ने बुधवार तड़के राज्यभर में एक साथ बड़ी कार्रवाई की। इस दौरान रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव और कुरूद सहित कई जिलों में ठेकेदारों और सप्लायरों के ठिकानों पर दबिश दी गई। रायपुर से रवाना हुई विशेष टीम ने सुबह करीब 5:30 बजे राजनांदगांव के तीन प्रमुख ठिकानों-भारत माता चौक स्थित राधा कृष्ण एजेंसी के संचालक अग्रवाल परिवार का निवास, सत्यम विहार में यश नहाटा का घर, और कामठी लाइन स्थित ललित भंसाली के ठिकाने-पर एक साथ छापा मारा। करीब दस वाहनों के काफिले के साथ पहुंची ईओडब्ल्यू टीम ने दस्तावेज, मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जप्त कर गहन जांच शुरू की।

अपुष्ट सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई खनन कारोबार और ठेकों से जुड़े वित्तीय लेन-देन की जांच के तहत की जा रही है। टीम डीएमएफ फंड से हुए भुगतानों और अनुबंधों से जुड़े कागजातों की पड़ताल कर रही है। राजनांदगांव में हुई कार्रवाई को जांच की सबसे अहम कड़ी माना जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि कुछ ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जो डीएमएफ फंड के दुरुपयोग और अवैध लेन-देन से जुड़ी अहम जानकारियां उजागर कर सकते हैं। इस कार्रवाई के तहत रायपुर, दुर्ग और कुरूद में भी करीब एक दर्जन ठिकानों पर छापे मारे गए। रायपुर में वॉलफोर्ट कॉलोनी स्थित अमित कोठारी और अशोक कोठारी के फ्लैट पर, तथा सत्यम विहार में यश नाहटा और रोमिल नाहटा (सरकारी सप्लायर) के निवास पर कार्रवाई की गई। दुर्ग जिले में महावीर कॉलोनी स्थित मनीष पारख (भिलाई में डायग्नोस्टिक सेंटर संचालक) के घर पर दबिश दी गई। वहीं राजनांदगांव में नाहटा और भंसाली परिवार के ठिकानों पर कार्रवाई जारी है।

रायगढ़ के छाल रेंज का वीडियो वायरल, दिखी इंसान और वन्यजीवों के बीच अनोखी समझ

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छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में हाथियों की मौजूदगी लगातार बनी हुई है। ऐसे में इनकी निगरानी की जिम्मेदारी हाथी मित्र दल के सदस्यों पर है। बीते दिन छाल रेंज के बोजिया परिसर में 15 हाथियों का झुंड दिखाई दिया। सूचना मिलते ही हाथी मित्र दल के सदस्य मौके पर पहुंचे और सुरक्षित दूरी से निगरानी शुरू की। हाथियों का दल गड़ाईनबहरी-औरानारा कच्चे रास्ते में खड़ा था। इस दौरान हाथी मित्र दल के सदस्यों ने दूर से आवाज लगाई-जंगल अंदर जाओ, रास्ता छोड़ दो। आश्चर्यजनक रूप से हाथियों ने आवाज सुनते ही प्रतिक्रिया दी और धीरे-धीरे जंगल की ओर बढ़ने लगे।

कुछ देर रुकने के बाद बाकी हाथी भी चिंघाड़ते हुए जंगल के भीतर चले गए। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो आज वन विभाग ने जारी किया है जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि यदि हाथियों को उकसाया न जाए या परेशान न किया जाए, तो वे खुद ही अपने रास्ते चले जाते हैं। हाथियों के व्यवहार को समझने वाले जानकारों का कहना है कि हाथी मित्र दल वर्षों से इनके मूवमेंट, खाने और आराम करने की आदतों को समझ चुका है। जब दल के सदस्य निगरानी करते हैं, तो हाथी भी उन्हें पहचानने लगे हैं। वे जानते हैं कि ये लोग उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। यही कारण है कि रायगढ़ में पिछले कुछ समय से हाथियों के मूवमेंट के दौरान बड़े हादसे टल रहे हैं।

‘मोदी-नीतीश सरकार’ ने युवाओं की आकांक्षाओं का गला घोंटा, बिहार को गर्त में धकेला: राहुल

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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार में शिक्षा, रोजगार और मानव विकास की स्थिति का उल्लेख करते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि ‘मोदी-नीतीश सरकार’ ने युवाओं की आकांक्षाओं का गला घोंट दिया है तथा प्रदेश को हर पैमाने पर गर्त में धकेल दिया है। उन्होंने दिल्ली में पढ़ाई कर रहे बिहार के कुछ युवाओं के साथ संवाद का एक वीडियो सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किया। राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘कुछ दिनों पहले बिहार के युवाओं से बहुत दिलचस्प बातचीत हुई, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार हर मुद्दे पर। इन सबकी दुर्दशा के लिए सिर्फ एक गुनहगार है, भाजपा-जद(यू) सरकार।’ उन्होंने दावा किया, ‘बिहार के युवा बखूबी जानते हैं कि पिछले 20 वर्षों में किस तरह मोदी-नीतीश सरकार ने उनकी आकांक्षाओं का गला घोंटा है, प्रदेश को लावारिस छोड़ दिया है और हर पैमाने पर गर्त में धकेल दिया है।

राहुल गांधी ने बिहार में शिक्षा की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा, ”कक्षा 9-10 में ‘ड्रॉपआउट’ के मामले में बिहार का 29 राज्यों में 27वां स्थान है। कक्षा 11–12 में प्रवेश की दर के मामले में 28वां स्थान है तथा महिला साक्षरता के मामले में 28वां स्थान है।” कांग्रेस नेता ने रोजगार की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि सेवा क्षेत्र में रोजगार को लेकर बिहार का 29 राज्यों में 21वां स्थान है तथा उद्योग/उत्पादन क्षेत्र में रोजगार के मामले में 23वां स्थान है। राहुल गांधी ने दावा किया कि शिशु मृत्यु दर के मामले में बिहार का 27वां स्थान है, बीमा योजना से स्वास्थ्य सुरक्षा के मामले में 29वां स्थान है और घर में शौचालय की सुविधा के मामले में 29वां स्थान है।

कांग्रेस नेता ने बिहार में मानव विकास की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) के मामले में राज्य का 27वां स्थान है जबकि प्रति व्यक्ति आय के मामले में उसका स्थान 25वां है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ”ये सिर्फ आंकड़े नहीं, आईना हैं – ‘रियर व्यू मिरर’ दिखा रहा है कि ‘डबल इंजन’ (सरकार) बिहार को प्रगति से कितना पीछे खींच लाई है।” राहुल गांधी ने कहा, ”जितने भी बिहारी युवाओं से मिला हूं, सभी बेहद होनहार हैं, समझदार हैं। अपनी काबिलियत और मेहनत के बल पर हर जगह चमक सकते हैं, पर सरकार ने उन्हें अवसरों की जगह सिर्फ बेरोज़गारी और निराशा दी है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ”अब वक्त बदलाव का है, बिहार का स्वाभिमान फिर जगाने का वक्त है। महागठबंधन का न्याय संकल्प दोहराने का वक्त है।” बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में छह नवंबर और 11 नवंबर को मतदान होना है। मतगणना 14 नवंबर को होगी।

प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को जाएंगे मुंबई, समुद्री सप्ताह के प्रमुख कार्यक्रम को करेंगे संबोधित

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 29 अक्टूबर को मुंबई का दौरा करेंगे, जहां वह समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के प्रमुख हितधारकों के एक सम्मेलन को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से सोमवार को जारी आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है। बयान के मुताबिक, मोदी भारत समुद्री सप्ताह (आईएमडब्ल्यू) के प्रमुख कार्यक्रम ‘ग्लोबल मैरीटाइम सीईओ फोरम’ की भी अध्यक्षता करेंगे, जो वैश्विक समुद्री कंपनियों के नेतृत्व, प्रमुख निवेशकों, नीति निर्माताओं, नवप्रवर्तकों और अंतरराष्ट्रीय भागीदारों को वैश्विक समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के भविष्य पर विचार-विमर्श करने के लिए एक मंच पर लाता है।

बयान के अनुसार, यह फोरम सतत समुद्री विकास, लचीली आपूर्ति शृंखला, हरित नौवहन और समावेशी नीली अर्थव्यवस्था रणनीतियों पर बातचीत के लिए एक प्रमुख मंच के रूप में काम करेगा। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री की भागीदारी ‘समुद्री अमृत काल विजन 2047’ के अनुरूप महत्वाकांक्षी, भविष्योन्मुखी समुद्री परिवर्तन के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इसमें कहा गया है कि चार रणनीतिक स्तंभों-बंदरगाह आधारित विकास, नौवहन एवं जहाज निर्माण, निर्बाध आपूर्ति शृंखला और समुद्री कौशल निर्माण-पर आधारित इस दीर्घकालिक दृष्टिकोण का मकसद भारत को दुनिया की अग्रणी समुद्री शक्तियों में शुमार करना है।

छत्तीसगढ़ में करंट की चपेट में आने से गर्भवती बायसन की मौत, शिकारियों ने शव के टुकड़े किए

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छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में शिकारियों द्वारा जंगल में बिछाए गए बिजली के तार के संपर्क में आने से एक गर्भवती बायसन की मौत हो गई। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि शिकारियों ने जानवर का सिर व पैर काट दिए और उसके पेट से पूरी तरह से विकसित भ्रूण निकाल लिया। उन्होंने बताया कि गर्भवती बायसन का क्षत-विक्षत शव शनिवार को बलौदाबाजार वन प्रभाग के तहत अर्जुनी वन क्षेत्र में मिला, जिसके बाद वन कर्मियों ने मामले की जांच शुरू की। अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती जांच से पता चला कि शिकारियों ने बिजली के तार का जाल बिछाया था और उसके संपर्क में आने से बायसन की मौत हो गई।

उन्होंने बताया कि आशंका है कि शिकारियों ने शव को ठिकाने लगाने के लिए उसके टुकड़े किए। अधिकारियों ने बताया कि कुछ संदिग्धों की पहचान कर ली गई है और उन्हें पकड़ने की कोशिशें जारी हैं। रायपुर के वन्यजीव कार्यकर्ता नितिन सिंघवी ने इस घटना के लिए वन विभाग की कथित लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि त्योहारी के दौरान शिकार बढ़ने की पहले से चेतावनी के बावजूद विभाग कार्रवाई करने में विफल रहा। सिंघवी ने राज्य के वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को सोमवार को लिखे एक पत्र में घटना पर दुख व्यक्त किया और वन विभाग से पर्यटन को बढ़ावा देने के बजाय विशेष रूप से वन्यजीव संरक्षण व शिकार विरोधी उपायों पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा कि बायसन एक लुप्तप्राय प्रजाति है और इतने क्रूर तरीके से उसे मरना एक चेतावनी से कम नहीं है। सिंघवी ने आरोप लगाया कि रायगढ़ वन प्रभाग में दिवाली के एक दिन बाद भी ऐसी ही एक घटना हुई, जहां जंगली सूअरों को फंसाने के लिए लगाए गए बिजली के तार से एक हाथी की मौत हो गई। उन्होंने वन्यजीव अभयारण्यों, राष्ट्रीय उद्यानों और बाघ अभयारण्यों में प्रशिक्षित ‘स्निफर डॉग स्क्वॉड’ तैनात करने की मांग की।

छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में हादसा: कार ने मालवाहक वाहन को टक्कर मारी, एक की मौत, सात घायल

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छत्तीसगढ़ के बेमेतरा शहर में तेज रफ्तार एसयूवी ने एक मालवाहक गाड़ी को टक्कर मार दी जिससे एक आदमी की मौत हो गई और सात अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि यह हादसा रविवार रात सिटी कोतवाली पुलिस थाना इलाके के सिंघौरी वार्ड में हुआ। उन्होंने बताया कि बोरिया-बगोद गांव के करीब 17 लोग बेमेतरा के पास बैजलपुर गांव में एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद मालवाहक वाहन में सवार होकर लौट रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि जब वे रास्ते में थे तभी एक एसयूवी कार ने उनके वाहन को पीछे से टक्कर मार दी जिससे कई यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए।

उन्होंने बताया कि उनमें से जीवन साहू (27) की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई और घायलों को इलाज के लिए रायपुर भेजा गया है। उन्होंने बताया कि घटना के बाद आरोपी वाहन चालक मौके से फरार हो गया और बाद में उसकी कार यहां उसके घर के बाहर खड़ी मिली। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी वाहन चालक का पता लगाने की कोशिश की जा रही है और उसके पिता बलमीत सिंह सलूजा, जो एक व्यवसायी हैं, से इस संबंध में पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया गया है तथा जांच की जा रही है। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आरोपी कार चालक के घर में और कार एवं मोटरसाइकिल समेत वहां खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। लोगों की भीड़ स्थानीय पुलिस थाने के बाहर भी जमा हो गई और उसने नारे लगाए।

उन्होंने अधिकारियों पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। बाद में प्रदर्शनकारियों ने युवक का शव राष्ट्रीय राजमार्ग-30 पर रख दिया, जिससे घंटों तक यातायात बाधित रहा। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने वाहन चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। स्थानीय लोगों ने मंगलवार को शहर में बंद का भी आह्वान किया है। बेमेतरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने कहा कि इस घटना को गंभीरता से लिया जा रहा है और आरोपी कार चालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा, ”हम जनता से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं। अधिकारी ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए शहर में पुलिस बल तैनात किया गया है।