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छत्तीसगढ़ के शासकीय विद्यालयों में ‘मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान’ का संचालन करने का फैसला

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रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार के लिए राज्य के शासकीय विद्यालयों में ‘मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान’ का संचालन करने का फैसला किया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज यहां ‘मंत्रालय’ में आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। उन्होंने बताया कि मंत्रिपरिषद ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार के लिए राज्य के शासकीय विद्यालयों में ‘मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान’ का संचालन करने का फैसला किया है।

अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने, पालक-शिक्षक (पैरेंट-टीचर) सहभागिता बढ़ाने और शैक्षणिक उपलब्धियों को उन्नत करने के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अभियान के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत विद्यालयों का सामाजिक अंकेक्षण कर गुणवत्ता के आधार पर ग्रेडिंग की जाएगी। कमजोर शालाओं (स्कूल) की नियमित निगरानी विभिन्न विभागों के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से सुनिश्चित की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि मंत्रिपरिषद ने साहित्य और कला के क्षेत्र में अर्थाभाव से जूझ रहे राज्य के कलाकारों और साहित्यकारों को राहत देने का फैसला किया है।

उन्होंने बताया कि विधानसभा के बजट सत्र में की गई घोषणा के परिपालन में अब कलाकारों को दी जाने वाली मासिक वित्तीय सहायता (पेंशन) को दो हजार रुपये से बढ़ाकर पांच हजार रुपये प्रति माह कर दिया गया है। उनके मुताबिक, इसके लिए संस्कृति विभाग के अंतर्गत संचालित वित्तीय सहायता योजना नियम-1986 में संशोधन के प्रस्ताव का मंत्रिपरिषद ने अनुमोदन कर दिया है। इससे उन कलाकारों और साहित्यकारों को आर्थिक संबल मिलेगा, जो आजीविका के लिए संघर्षरत हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह योजना वर्ष 1986 में शुरू की गई थी, तब न्यूनतम सहायता राशि 150 रुपये और अधिकतम 600 रुपये निर्धारित थी।

बाद में वर्ष 2007 में इसे बढ़ाकर 1500 रुपये और फिर 2012 में 2000 रुपये किया गया था, लेकिन पिछले 12 वर्षों में कोई वृद्धि नहीं हुई थी। वर्तमान में राज्य में कुल 162 कलाकारों को यह पेंशन दी जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रत्येक कलाकार को सालाना 24 हजार रुपये पेंशन की राशि मिल रही है, जो संशोधन के बाद बढ़कर 60 हजार रुपये हो जाएगी। इससे राज्य पर 58.32 लाख रुपये का अतिरिक्त वार्षिक भार आएगा। अधिकारियों ने बताया कि मंत्रिपरिषद ने राज्य में औद्योगिक विकास को और अधिक गति देने तथा भूमि आबंटन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ औद्योगिक भूमि एवं भवन प्रबंधन नियम, 2015 में संशोधन के प्रस्ताव का अनुमोदन किया है। उन्होंने बताया कि इस संशोधन से औद्योगिक क्षेत्रों, लैंड बैंक तथा अन्य भूमि खंडों के आबंटन की प्रक्रिया में और अधिक स्पष्टता तथा पारदर्शिता आएगी, इससे औद्योगिक निवेशकों को भूमि आबंटन प्रक्रिया को बेहतर ढंग से समझने और लाभ उठाने में सुविधा होगी।

अधिकारियों ने बताया कि मंत्रिपरिषद ने छत्तीसगढ़ राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने और निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य की औद्योगिक विकास नीति 2024-30 में कई महत्वपूर्ण संशोधनों को मंजूरी दी है। इससे राज्य की औद्योगिक नीति और अधिक रोजगारपरक, व्यापक और उद्यमों के लिए लाभकारी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित संशोधन से राज्य में रोजगार के नए अवसर बढ़ेंगे साथ ही आधुनिक खेती से लेकर खिलौना उद्योग तक को बढ़ावा मिलेगा। अधिकारियों ने बताया कि नई नीति के तहत जिन कंपनियों में छत्तीसगढ़ के लोगों को नौकरी मिलेगी, उन्हें सरकार की तरफ से अनुदान मिलेगा। उनके मुताबिक, अब ‘हाइड्रोपोनिक’ और ‘ऐयरोपोनिक’ जैसी आधुनिक खेती को बढ़ावा मिलेगा। किसानों को नई तकनीक, जैसे ‘ऑटोमेशन’ और ‘इंटरनेट ऑफ थिंग्स’ का फायदा मिलेगा। इसके तहत राज्य में खेल अकादमी और निजी प्रशिक्षण केंद्रों को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे युवाओं को बेहतर प्रशिक्षण और करियर के अवसर मिलेंगे। उन्होंने बताया कि नई नीति के तहत गुणवत्ता पूर्ण विश्वविद्यालयों की स्थापना को प्रोत्साहन मिलेगा तथा ऑटोमोबाइल रिपेयरिंग और सर्विस सेंटर को सभी विकासखण्ड समूहों में मान्य किया जाएगा।

उनके अनुसार, राज्य के बस्तर और सरगुजा संभाग में होटल और रिसॉर्ट बनाने के लिए निवेश की न्यूनतम सीमा घटा दी गई है, जिससे इन इलाकों में पर्यटन बढ़ेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने बताया कि वहीं वस्त्र क्षेत्र में निवेश करने पर अब 200 प्रतिशत तक का प्रोत्साहन मिलेगा जिससे सिलाई, कढ़ाई और बुनाई जैसे काम करने वालों को भी फायदा मिलेगा। अधिकारियों ने बताया कि राज्य के हर हिस्से में माल ढुलाई और व्यापार को आसान बनाने के लिए नई ‘लॉजिस्टिक’ नीति लाई जाएगी जिससे व्यापारियों को फायदा होगा तथा बाजारों तक पहुंच आसान होगी। उनके मुताबिक, दिव्यांगजनों की परिभाषा को नया रूप दिया गया है जिससे उन्हें ज्यादा योजनाओं का लाभ मिल सके।

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में ‘गोपनीय’ सैनिक ने की आत्महत्या

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Shadow of man with pistol gun turned on his head wants to commit suicide. light and shadow

सुकमा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में बुधवार को एक ‘गोपनीय सैनिक’ ने कथित तौर पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से यहां बताया कि जिले के भंडारीपारा पुलिस शिविर में आज सुबह करीब साढ़े नौ बजे एक गोपनीय सैनिक सोढ़ी सोमडा ने राइफल से खुद को गोली मार ली। गोपनीय सैनिक (गुप्तचर) इस शिविर में तैनात था।

अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार गोपनीय सैनिक ने एक पुलिसकर्मी से राइफल ली और खुद को गोली मार ली। उन्होंने बताया कि घटना के तत्काल बाद उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि गोपनीय सैनिक ने आत्महत्या क्यों की, इस संबंध में अधिक जानकारी नहीं मिली है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बस्तर क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियानों में सहायता के लिए पुलिस ने स्थानीय युवकों को गोपनीय सैनिक (गुप्तचर) के रूप में भर्ती किया है। बस्तर क्षेत्र में सुकमा समेत सात जिले हैं।

छत्तीसगढ़ के धमतरी में आभूषण दुकान में लूट की कोशिश, हमले में दुकान मालिक और बेटी घायल

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धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी शहर में आभूषण की दुकान में लूट के इरादे से पहुंचे दो नकाबपोशों ने दुकान के मालिक और उसकी बेटी पर हमला कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के पावर हाउस इलाके में मंगलवार रात लगभग 8.45 बजे नकाबपोश बदमाशों ने आभूषण की एक दुकान बरडिया ज्वेलर्स को लूटने की कोशिश। इस दौरान लुटेरों ने नैना बरडिया (25) पर गोली चलाई तथा उसके पिता भवरू बरडिया पर बंदूक की बट से हमला किया। इस घटना में नैना के पैर में तथा भवरू के सिर में चोट पहुंची है।

धमतरी जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मणिशंकर चंद्रा ने बताया कि मंगलवार रात दो नकाबपोश बदमाश दुकान में घुसे और दुकान मालिक के सिर पर बंदूक की बट से वार कर उसे घायल कर दिया तथा उनकी बेटी पर गोली चला दी। चंद्रा ने बताया कि गोली की आवाज सुनकर आस-पास के लोग वहां पहुंचे, जिसके बाद दोनों बदमाश वहां से भाग निकले। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, दुकान से कोई आभूषण नहीं लूटा गया है। अधिकारी ने बताया कि दोनों घायलों को उनके रिश्तेदारों और स्थानीय लोगों ने अस्पताल पहुंचाया। वहीं सूचना मिलने पर पुलिस दल भी घटनास्थल पहुंचा। उन्होंने बताया कि पुलिस ने हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है। शहर में चेक पोस्ट बनाकर वाहनों की तलाशी ली जा रही है तथा सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि हमलावरों ने लूटपाट के लिए एयर पिस्टल का इस्तेमाल किया था।

मोदी का विरोध करते-करते सेना, देश का विरोध ना करे विपक्ष : केंद्रीय मंत्री चौहान

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रायपुर। केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विरोध करते-करते विपक्ष देश और सेना का विरोध ना करे। चौहान ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में सेना द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में सशस्त्र बलों की बहादुरी की सराहना की। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने महिलाओं के ‘सिंदूर’ को उजाड़ा और हमने आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट कर दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार से जवाब मांगे जाने के बारे में पूछे जाने पर चौहान ने कहा, ”सारा देश (ऑपरेशन सिंदूर पर) गर्वित और गौरवान्वित है। पाकिस्तान ड्रोन छोड़ रहा था और वे तिनके की तरह उड़ गए।

मैं हमारे बहादुर सेना, उसके पराक्रम को सलाम करता हूं। उनकी वीरता और उनके सटीक निशाने को सलाम करता हूं। उन्होंने कहा, पाकिस्तान का कोई भी हिस्सा ऐसा नहीं था जो हमारे लक्ष्य से दूर रहा हो। उन्होंने सिंदूर उजाड़ा, हमने आतंकवाद के अड्डे ही समाप्त कर दिए। अगर इसके बाद भी रोना है तो मोदी जी का विरोध करते-करते सेना और देश का विरोध तो नहीं करिए।” केंद्रीय मंत्री चौहान सरगुजा जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राज्य सरकार के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ आए हैं। कार्यक्रम के दौरान वह राज्य के लोगों को तीन लाख से अधिक आवास आवंटित करेंगे। चौहान ने छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर भी निशाना साधा और उस पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों का घर छीनने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ”आपको याद होगा कि जब पिछली सरकार (कांग्रेस सरकार) थी, तब मोर आवास-मोर अधिकार आंदोलन चला था। पुरानी सरकार के मुखिया ने अपने पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री के कहने के बावजूद प्रधानमंत्री आवास की धनराशि आवंटित नहीं की। हमारे प्रधानमंत्री जी ने पीएम आवास योजना की राशि भेजी लेकिन वह राशि राज्य सरकार ने खर्च नहीं की और इसका परिणाम यह हुआ कि लाखों पात्र हितग्राही लाभ से वंचित रह गए।

गरीब को घर न देना एक पाप था।” केंद्रीय मंत्री ने कहा, ”उस समय भाजपा ने संघर्ष किया और वचन दिया था कि उसकी सरकार बनने पर वह सभी हितग्राहियों को आवास देगी। आज मेरे मन में संतोष है कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की जनता से किया वादा हमने निभाया। हमने 8.47 लाख आवास आवंटित किये। फिर और आवास की आवश्यकता पड़ी, तो 3.03 लाख आवास हमने दुर्ग के कार्यक्रम में आवंटित किया। 2018 की आवास प्लस की सूची में अब केवल तीन लाख 767 हितग्राही बचे थे। आज मैं मुख्यमंत्री जी को शेष आवास की स्वीकृति का पत्र सौंपूंगा। इसके बाद सभी हितग्राही के पास आवास उपलब्ध हो जाएगा।” उन्होंने कहा, ”हम जो कहते हैं वह करते हैं। मैं छत्तीसगढ़ की सरकार को इस बात की बधाई दूंगा कि तेजी से यहां मकान बनाए जा रहे हैं।” चौहान ने कहा, ”नक्सल प्रभावित परिवार और आत्मसर्मण कर चुके नक्सलियों, जिनका नाम सूची में नहीं है, उनके लिए भी हमने 15 हजार मकान आवंटित किये हैं, उनका निर्माण प्रारंभ हो गया है।

पुरानी सरकार ने मुख्यमंत्री आवास योजना बनाई थी, जिसके तहत आवास के निर्माण पूरे नहीं हुए। वे भी अब पूरे हो रहे हैं।” उन्होंने कहा कि सरकार ने नया सर्वेक्षण फिर से शुरू कर दिया है। जो पात्र लोग वंचित रह गए उन्हें वंचित नहीं रहने दिया जाएगा। भौतिक सत्यापन कर उन्हें भी मकान दिया जाएगा। चौहान ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ बहुत उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है। यहां कृषि उत्पादन और फल-सब्जी का उत्पादन बढ़ रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ”मैं चाहता हूं कि छत्तीसगढ़ के किसान और आगे बढ़ें। विकसित भारत के निर्माण के लिए विकसित छत्तीसगढ़ का होना आवश्यक है। मेरी कोशिश है कि विकसित छत्तीसगढ़ के लिए विकसित खेती, समृद्ध किसान और गरीबी मुक्त ग्रामीण भाई-बहन हों।

पहलगाम हमले की जवाबदेही तय होनी चाहिए, क्या गृह मंत्री इस्तीफा देंगे : बघेल

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कांग्रेस ने भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिका की ”मध्यस्थता” को लेकर सोमवार को एक बार फिर सवाल खड़े किए और कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि क्या उसने द्विपक्षीय मामले में तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप स्वीकार कर लिया है? पार्टी महासचिव भूपेश बघेल ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सरकार एवं प्रशासन के स्तर पर जवाबदेही तय करने की मांग भी की तथा सवाल किया कि क्या गृह मंत्री अमित शाह इस्तीफा देंगे? उन्होंने कहा कि सरकार को पूरे घटनाक्रम पर सर्वदलीय बैठक और संसद का विशेष सत्र बुलाकर स्थिति साफ करनी चाहिए तथा सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अवश्य शामिल होना चाहिए। बघेल ने कहा, ”पहलगाम आतंकी हमले के बाद हमारी वीर सेना ने संकल्प और साहस के साथ दुश्मनों को जिस तरह से मुंहतोड़ जवाब दिया, वह पूरे राष्ट्र के लिए गर्व का पल था। हमारे जवानों ने अनेक युद्धों में भारत की अखंडता की रक्षा की। 1971 के बाद इंदिरा गांधी ने दुनिया को दिखा दिया था कि भारत किसी के सामने झुकने वाला नहीं है।

आज भी हमारी सेना उसी जज़्बे के साथ सीमा पर डटी हुई है। कांग्रेस पार्टी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।” उन्होंने कहा, ”जब भी देश पर संकट आया, कांग्रेस पार्टी ने राजनीति को पीछे रखा और देशहित को प्रथम स्थान दिया। 1965 में लाल बहादुर शास्त्री ने ‘जय जवान-जय किसान’ का नारा देकर देश को एक सूत्र में बांधा। 1971 में इंदिरा गांधी ने अमेरिका के दबाव को ठुकराकर पाकिस्तान को धूल चटा दी।” बघेल ने कहा, ”आज भी हमारा वही संकल्प है। आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में राजनीति नहीं, राष्ट्रवाद चाहिए। हमने उनसे सीखा है कि दुश्मन के साथ बातचीत की मेज पर बैठें तो कमजोरी नहीं, ताकत दिखाएं।” उन्होंने कहा, ”इस संकट की घड़ी में कांग्रेस ने अपने राजनीतिक कार्यक्रम रद्द किए। ‘संविधान बचाओ रैली’ जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम को स्थगित किया गया ताकि देश में एकजुटता का संदेश जाए। हमने ‘जय हिंद यात्रा’ निकाली ताकि सेना का मनोबल बढ़े और जनता आतंकवाद के ख़िलाफ़ एकजुट हो। हमने सरकार से कहा कि कितना भी बड़ा संकट आए, कांग्रेस आपके साथ है।” बघेल ने दावा किया कि लेकिन जब पूरा देश सेना के साथ खड़ा था तो भाजपा के नेता ट्विटर पर भाजपा और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की तुलना कर इसे राजनीतिक रंग दे रहे थे।

उन्होंने सवाल किया कि क्या सेना के बलिदान को चुनावी बयानबाजी में इस्तेमाल करना उचित है? बघेल ने यह भी कहा, ”अमेरिका के राष्ट्रपति ने अचानक संघर्षविराम की घोषणा की, क्या यह भारत सरकार की कूटनीतिक नाकामी नहीं है? क्या भारत ने तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप को स्वीकार कर लिया है? क्या शिमला समझौता अब रद्द हो गया है? हमने संघर्षविराम में पाकिस्तान से क्या वादे लिए हैं, देश के लोगों को यह भी जानने का हक है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संसद के विशेष सत्र की मांग की है, जिसमें सभी दलों को बताया जाए कि युद्ध विराम की क्या शर्ते हैं। बघेल ने कहा कि सरकार एक सर्वदलीय बैठक और संसद का विशेष सत्र बुलाए ताकि सारी स्थिति साफ हो सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुई दो सर्वदलीय बैठकों में नहीं पहुंचे। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”जब सरकार ने चूक मान ली है तो किसकी जिम्मेदारी तय की जा रही है? क्या गृह मंत्री इस्तीफा दे रहे हैं?” उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ”26 लोगों की जान गई है। अगर आप कार्रवाई नहीं करेंगे तो आने वाले समय में ऐसी घटनाओं के लिए किसी को जवाबदेह ठहराया नहीं जाएगा।” बघेल ने एक सवाल के जवाब में कहा, ”आतंकवाद को समाप्त करने के लिए यह जंग छिड़ी थी। पीओके पर हमें कब्जा करना चाहिए, देश का मूड यही था। सब चाहते थे कि बदला लेने का यह अच्छा अवसर है। 1994 में संसद से प्रस्ताव पारित हुआ है और देश ने माना है कि पीओके हमारा है… यह (मध्यस्थता) हम लोगों के लिए दुखद है।

रायपुर सड़क हादसे पर मोदी ने की पीड़ितों को सहायता राशि देने की घोषणा

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के रायपुर के सारागांव सड़क हादसे पर सोमवार को दुःख जताया और मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देने की भी घोषणा की है। प्रधानमंत्री की ओर से एक ट्वीट में कहा गया है, छत्तीसगढ़ में रायपुर के सारागांव के पास सड़क दुर्घटना में 13 लोगों की मौत से बहुत दुःखी हूँ। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। ह्व श्री मोदी ने कहा, ह्ल प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50-50 हजार रुपये दिये जायेंगे। ह्व गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सारागांव के पास खरोरा क्षेत्र में रविवार रात सड़क हादसा हुआ, जिसमें 13 लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी और 14 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने की कांग्रेस कार्यकर्ता समेत चार लोगों की हत्या

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जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर क्षेत्र में रविवार रात नक्सलियों ने एक कांग्रेस कार्यकर्ता वारकर नागा भंडारी सहित चार लोगों की हत्या कर दी। पुलिस द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार बीजापुर जिले के बासागुड थाना क्षेत्र के लिंगापुर गांव में कांग्रेसी कार्यकर्ता भंडारी के घर कल रात नक्सली आये और उनको घर से बाहर ले जाने के बाद तेजधार हथियार हत्या कर दी। पुलिस सोमवार सबेरे घटना स्थल पर पहुंचकर शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इलाके में सर्चिंग जारी। गौरतलब है कि इसके पूर्व नक्सलियों ने भंडारी के बड़े भाई की भी हत्या कर दी थी।

पुलिस ने जारी अपने विज्ञप्ति में बताया कि सूचना मिली है कि थाना पामेड़ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कंचाल एवं मिनागट्टा के कुछ ग्रामीणों की माओवादियों ने हत्या कर दी है। सूचना की तश्दीक कराई जा रही है। इस बीच पुलिस ने अपने विज्ञप्ति में बताया कि बीजापुर के सीमावर्ती क्षेत्रान्तर्गत विगत दिनो में हुई पुलिस नक्सली मुठभेड़ में बरामद नक्सलियों के शवों में से अब तक कुल 20 नक्सलियों के शवों की पहचान कर ली गई है। पहचाने गए 20 नक्सलियों के शवों में से 11 शवों को पोस्टमार्टम और अन्य कानूनी औपचारिकताओं के पूरा होने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। मुठभेड़ में मारे गये शेष 11 नक्सलियों के शवों की पहचान की प्रक्रिया जारी है। पहचान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, उनके शव भी परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।

छत्तीसगढ़ में हादसा: रायपुर में 13 लोगों की मौत, 14 घायल

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रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा थाना क्षेत्र अंतर्गत सारागांव के पास खरोरा क्षेत्र में रविवार रात सड़क हादसा हुआ, जिसमें 13 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 14 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा बंगोली गांव के पास उस वक्त हुआ जब माजदा वाहन और ट्रेलर की आमने-सामने जोरदार भिड़ंत हो गई। मृतकों में चार बच्चे और नौ महिलाएं शामिल हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी लोग बाना गांव में एक छठी कार्यक्रम में शामिल होकर अपने गांव आरंग के चटौद लौट रहे थे। माजदा वाहन में करीब 50 लोग सवार थे। जब वाहन बंगोली गांव के पास पहुंचा, तभी सामने से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रेलर ने टक्कर मार दी।

टक्कर इतनी जोरदार थी कि माजदा के परखच्चे उड़ गए और कई लोग वाहन में ही फंस गए। अब तक इस हादसे में जान गंवाने वाले 13 लोगों की पहचान हो चुकी है। मृतकों के नाम टिकेश्वरी साहू (45), मनहोरा, धरसीवा कुमारी महिमा साहू (18), गोंदवारा एकलव्य साहू (6), मोहंदी, धरसीवा प्रभा साहू (34), मोहंदी, धरसीवा नंदिनी साहू (53), मोहंदी, धरसीवा उमंग साहू (5 माह), आनंदगांव, बेमेतरा वर्षा साहू (28), आनंदगांव, बेमेतरा गीता साहू (54), मोहंदी, धरसीवा राजवती साहू (60), नगपुरा मंदिर, हसौद कृति साहू (50), चटौद, विधानसभा थाना कुंती साहू (55), चटौद, विधानसभा थाना टिकेश्वर साहू (35), चटौद, विधानसभा थाना भूमि साहू (4) वर्ष के तौर पर हुयी है।

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में रेत माफिया ने आरक्षक को ट्रैक्टर से कुचला, मौत

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बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में अवैध रेत खनन की शिकायत पर कार्रवाई के लिए पहुंचे आरक्षक को रेत माफिया ने कथित तौर पर ट्रैक्टर से कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के बाद कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया जिले के सनावल थाना क्षेत्र के अंतर्गत झारखंड की सीमा से लगे लिब्रा गांव में अवैध रेत खनन की शिकायत पर कार्रवाई करने गए आरक्षक शिव भजन सिंह को रेत माफिया ने कथित तौर पर ट्रैक्टर से कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि सनावल थाना क्षेत्र में अतिक्रमण की सूचना पर पुलिस दल को रवाना किया गया था और जब दल क्षेत्र में था तब पुलिस को सूचना मिली कि लिब्रा गांव से होकर बहने वाली कनहर नदी में कुछ लोग रेत का अवैध खनन कर रहे हैं।

अधिकारियों के मुताबिक, इस पर जब पुलिस दल वहां पहुंचा और उन्हें रोकने का प्रयास किया तो रेत माफियाओं ने आरक्षक शिव भजन को कथित तौर पर ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि इस घटना में शिव भजन गंभीर रूप से घायल हो गया। अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद पुलिस दल ने घायल शिव भजन को अस्पताल पहुंचाया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। सरगुजा क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) दीपक कुमार झा ने बताया कि मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में सनावल थाने के प्रभारी दिव्यकांत पांडेय को निलंबित कर दिया गया है और ट्रैक्टर चालक व मालिक की पहचान की जा रही है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल छत्तीसगढ़ और झारखंड की सीमा से लगा हुआ है तथा जानकारी ली जा रही है कि आरोपी झारखंड से थे या छत्तीसगढ़ से। झा के मुताबिक, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है छत्तीसगढ़ सरकार : सीएम साय

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रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ते तनाव के बीच बड़ा बयान देते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार पूरी तरह सतर्क है और हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है। राज्य में मॉक ड्रिल भी की गई हैं। सीएम साय ने शनिवार को कहा कि जैसे-जैसे केंद्र से निर्देश मिल रहे हैं, हम उनका सख्ती से पालन कर रहे हैं।

उन्होंने स्पष्ट किया कि छत्तीसगढ़ सरकार केंद्र सरकार से मिले सभी दिशा-निर्देशों के अनुरूप काम कर रही है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासनिक तथा सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने हाल ही में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आपातकालीन तैयारी से जुड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिनमें सिविल डिफेंस एक्ट के तहत आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा गया है। सीएम साय ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा की घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन सतर्क रहना ज़रूरी है। राज्य सरकार नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठा रही है।