रायपुर। छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव में मंगलवार सात नवंबर को पहले चरण का मतदान होगा। राज्य के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग और राजनांदगांव सहित चार अन्य जिलों के 20 सीटों में होने वाले मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। पहले चरण के मतदान में राज्य के 40,78,681 मतदाता 223 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इन उम्मीदवरों में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और बस्तर के सांसद दीपक बैज, कांग्रेस सरकार के तीन मंत्री, भाजपा की ओर से चार पूर्व मंत्री और एक पूर्व आईएएस अधिकारी शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण के 20 विधानसभा क्षेत्रों में से 10 विधानसभा क्षेत्रों मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक तथा दस विधानसभा क्षेत्रों पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट विधानसभा क्षेत्रों में सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा। पहले चरण में जिन 20 सीटों पर मतदान होना है उनमें से 12 अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए जबकि एक अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग के लिए आरक्षित है। 2018 के चुनाव में भाजपा को इन 20 सीटों में से 18 पर हार का सामना करना पड़ा था।
पहले चरण में सबसे अधिक उम्मीदवार राजनांदगांव निर्वाचन क्षेत्र (29) में हैं, जबकि सबसे कम उम्मीदवार चित्रकोट और दंतेवाड़ा सीटों पर सात-सात उम्मीदवार हैं। पहले चरण में कांग्रेस से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और सांसद दीपक बैज (चित्रकोट सीट), मंत्री कवासी लखमा (कोंटा), मोहन मरकाम (कोंडागांव), मोहम्मद अकबर :कवर्धा: और दिवंगत कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के बेटे छविंद्र कर्मा (दंतेवाड़ा) प्रमुख उम्मीदवारों में से हैं। वहीं भाजपा से पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (राजनांदगांव), राज्य के चार पूर्व मंत्री केदार कश्यप (नारायणपुर), लता उसेंडी (कोंडागांव), विक्रम उसेंडी (अंतागढ़) और महेश गागड़ा (बीजापुर) तथा पूर्व आईएएस अधिकारी नीलकंठ टेकाम (केशकाल) प्रमुख उम्मीदवार हैं। कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ ओबीसी नेता और छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन को राजनांदगांव से रमन सिंह के खिलाफ मैदान में उतारा है।
राज्य में चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी को भानुप्रतापपुर सीट से मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस विधायक अनूप नाग, जिन्हें पार्टी ने टिकट देने से इनकार कर दिया था, अपनी मौजूदा अंतागढ़ सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि प्रथम चरण के 20 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 223 उम्मीदवार हैं जिनमें 198 पुरुष तथा 25 महिला हैं। प्रथम चरण के लिए 40 लाख 78 हजार 681 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 19 लाख 93 हजार 937 पुरुष मतदाता, 20 लाख 84 हजार 675 महिला मतदाता तथा 69 तृतीय लिंग मतदाता शामिल हैं। प्रथम चरण में निर्वाचन के लिए कुल 5304 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि पहले चरण के मतदान के लिए 25,429 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि पांच जिलों सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, कांकेर और नारायणपुर में कुल 156 मतदान दलों को हेलीकॉप्टरों का उपयोग करके उनके गंतव्यों के लिए रवाना किया गया है, जबकि 5148 मतदान दलों को बसों से संबंधित केंद्रों पर भेजा गया है। राज्य में शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं। कुल मतदान केंद्रों में से 2431 में वेब कास्टिंग सुविधा उपलब्ध होगी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के 12 निर्वाचन क्षेत्रों में शांतिपूर्ण मतदान के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के 40 हजार जवान समेत 60 हजार सुरक्षाबल के जवान तैनात किए गए हैं। प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने इन निर्वाचन क्षेत्रों में 17 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को दो और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) को एक सीट मिली थी। बाद में कांग्रेस ने उपचुनावों में शेष तीन में से दो सीटें और जीत ली थी।
पहले चरण की सीटों में प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कथित महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर हमला बोला। वहीं भाजपा के अन्य नेताओं ने धर्मांतरण, बिगड़ती कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार पर राज्य सरकार को घेरा। भाजपा नेताओं ने बड़े पैमाने पर रैलियां की और दावा किया कि पार्टी के चुनावी वादे मोदी की गारंटी हैं। इधर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को लेकर प्रचार किया तथा दावा किया कि उन्होंने 2018 में किसानों, आदिवासियों, युवाओं और महिलाओं से किए गए वादों को पूरा किया है। छत्तीसगढ़ में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 68 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी। इस चुनाव में भाजपा को 15 सीटों पर तथा जेसीसी (जे) और बसपा को क्रमशः पांच और दो सीटें मिली थी। कांग्रेस के विधायकों की संख्या वर्तमान में 71 है।