छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धर्मान्तरण को रोकने के लिए कानून को लेकर भाजपा पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसे बताना चाहिए कि उसके सत्ता में रहते 2006 में विधानसभा में पारित धर्मान्तरण कानून को राष्ट्रपति ने अभी तक क्यों मंजूरी नही दी। सीएम बघेल ने पत्रकारों के कर्नाटक में धर्मान्तरण कानून को रद्द करने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उन्हे इस बारे में ज्यादा जानकारी नही हैं लेकिन जहां तक छत्तीसगढ़ का सवाल है तो यहां पर भाजपा धर्मान्तरण और इसको लेकर कानून को लेकर लोगों को गुमराह करने में जुटी है।
उन्होंने कहा कि धर्मान्तरण को लेकर अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से कानून था जिसे राज्य गठन के बाद अंगीकृत किया गया। इसके बाद 2006 में भाजपा की रमन सरकार ने एक कानून बनाकर विधानसभा में पेश किया, जिसे राष्ट्रपति के पास हस्ताक्षर के लिए भेजा गया लेकिन आज तक उस पर हस्ताक्षर नही हुए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति की ओर से इस पर कई बार जानकारी मांगी और राज्य सरकार की से उत्तर भी गया, इसमें कुछ संशोधन भी किए गए लेकिन इसके बाद भी मंजूरी नही मिली। उन्होंने कहा कि धर्मान्तरण किसी एक राज्य की समस्या नही है, और इसको लेकर राजनीति करने की बजाय मोदी सरकार को संसद में बिल लाकर कानून बनाना चाहिए। केवल चुनावी लाभ के लिए लोगो को गुमराह करने से भाजपा को बाज आना चाहिए। राजनीति के लिए बहुत सारे विषय हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में नेहरू जी के नाम से चल रहे संग्रहालय एवं पुस्तकालय का नाम परिवर्तित किए जाने तथा राजधानी रायपुर में वीआईपी रोड़ का नामकरण स्वं राजीव गांधी के नाम पर करने पर भाजपा की आपत्ति के बारे में पूछे जाने पर उन्होने कहा कि मोदी जी और भाजपा को गांधी परिवार से बहुत एलर्जी है। कोई नया संग्रहालय और पुस्तकालय बना नही सकते तो नाम ही परिवर्तित कर खुश हो रहे है। रोड़ के नामकरण का जिक्र करते हुए उनहेंने कहा कि बहुत सारे नामकरण उनकी सरकार ने किए तब यह लोग चुप थे जैसे ही गांधी परिवार का नाम आता है तो इनके शरीर में आग लग जाती है।
उन्होंने इसी सिलसिले में राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि पहले उऩकी सांसदी छीन ली फिर उनका मकान छीन लिया और जब आम आदमी की हैसियत से अमरीका जाकर अपनी बात और देश के हालात पर चर्चा करते है तो पूरी मोदी सरकार और भाजपा के नेता उनके पीछे लग जाते है।यह क्या है। उन्होंने मणिपुर में हिंसा लगातार जारी रहने पर सवाल उठाते हुए कहा कि मीडिया में आ रही खबरों में जिनसे उन पर सत्ता में आने के लिए समझौते करने की बात है उन पर यह सरकार कार्यवाही कैसे करेंगी। सीएम बघेल ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल धर्मलाल कौशिक और अजय चन्द्राकर जैसे नेताओं की कोई पूछपरख हो नही रही है और पूरी की पूरी कमान प्रभारी ओम माथुर जी के हाथ में है, वहीं दौरे रहे है, वहीं इन्टरव्यू दे रहे है, और राज्य के ये नेता केवल ट्वीटर ट्वीटर कर रहे है।