छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा हैं कि कोल ब्लाक आवंटन के मामले में राज्य सरकार की भूमिका महज डाकिया की हैं। राजस्थान सरकार को आवंटित कोल ब्लाक के लिए हसदेव जंगल में कटाई रोकने का निर्णय फिलहाल जनप्रतिनिधियों की मांग पर लिया गया हैं। सीएम बघेल ने पत्रकारों से बातचीत में स्वीकार किया कि हसदेव जंगल में कटाई रोकने का नर्णिय जनप्रतिनिधियों की मांग पर राज्य सरकार ने लिया हैं। उन्होने कहा कि..क्षेत्रीय विधायक एवं मंत्री टीएस सिंहदेव की मांग पर यह निर्णय हुआ है। उन्होने क्षेत्रीय जनता की मांग के मद्देनजर जिस दिन यह बात की थी, उसी दिन ही मैंने कह दिया था कि उनकी इच्छा के विपरीत पेड़ तो क्या डंगाल भी नही कटेंगा..। उन्होंने कहा कि कोल आवंटन की पूरी प्रक्रिया केन्द्र सरकार के अधीन है। उसे ही तय करना होता हैं कि कोल ब्लाक को निजी क्षेत्र को नीलाम करे या राज्य सरकारों को आवंटित करें।
उन्होने कहा कि वन अधिनियम, पर्यावरण अधिनियम केन्द्रीय कानून है और उनके गाइड लाइन के अनुसार ही राज्य सरकार प्रक्रिया पूरी करवाती हैं। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि पेड़ कटाई रुक गई इसका मतलब यह नही हैं कि आवंटन प्रक्रिया रूक गई। इससे उस पर कोई प्रभाव नही पड़ने वाला हैं। उन्होने कहा कि जो लोग आवंटन रद्द करने की मांग कर रहे हैं उन्हे केन्द्र सरकार के पास जाना चाहिए और यह मांग उससे करनी चाहिए। आवंटन करने एवं उसे रद्द करने का अधिकार केन्द्र को हैं।
सीएम बघेल ने पैगम्बर पर की गई टिप्पणियों को लेकर देश में कई स्थानों पर कल हुए प्रदर्शन एवं हिंसक घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं। भारत ऋषि मुनियों का देश हैं और सभी ने प्रेम एवं भाई चारे का संदेश दिया हैं। धुव्रीकरण की चल रही राजनीति से भाजपा को जरूर राजनीतिक फायदा हो रहा है पर इससे देश का बहुत नुकसान हो रहा हैं। इससे वैश्विक स्तर पर भी देश की छवि खराब हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुप्पी तोड़कर सामने आकर देश एवं दुनिया के सामने अपनी बात रखनी चाहिए और सभी से प्रेम एवं भाई चारे के साथ रहने की अपील करनी चाहिए। सीएम बघेल ने छत्तीसगढ़ के लोगो से भी शान्ति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि देश एवं राज्य में सभी पक्ष संयम बरते और मामले को तूल नही दे। उन्होने सोशल मीडिया पर आ रही प्रतिक्रियाओं से लोगों को सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि माहौल को खराब करना आसान है, फिर अमन एवं भाई चारा बहाल करना चुनौती हैं।