छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना के तहत पशुपालक ग्रामीणों, गौठानों से जुड़ी महिला समूहों और गौठान समितियों को 07 करोड़ चार लाख रुपये की राशि का ऑनलाइन भुगतान किया। सीएम बघेल ने विधानसभा स्थित अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में आनलाइन भुगतान करते हुए कहा कि हर महीने की 5 से 15 तारीख किसानों के लिए खास होती है, क्योंकि इस दिन उन्हें गोधन न्याय योजना की राशि प्रदान की जाती है। खुशी की बात है कि बड़ी संख्या में गौठान स्वावलंबी हो रहे हैं। स्वावलंबी गौठानों को प्रोत्साहित करने के लिए गौठानों की संचालन समिति के अध्यक्ष और सदस्य को मानदेय प्रदान करने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य में अब गोबर से अन्य उत्पादों के बनाने के अलावा बिजली बनाने का काम शुरू हो गया है। बस्तर के डोमरपाल में गोबर से बिजली बनाने के संयंत्र को ग्रिड से सक्रिंनोइज किया जा चुका है। इससे बनने वाली बिजली की दर 9 रूपए प्रति यूनिट तय कर दी गई है। ज्ञातव्य हैं कि राज्य में 20 जुलाई 20 से गोधन न्याय योजना के तहत दो रूपए किलो में गोबर की खरीद की जा रही है। राज्य में गत 28 फरवरी 23 तक गौठानों में 107.75 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है। गोबर वक्रिेताओं से क्रय किए गए गोबर के एवज में 215 करोड़ 50 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को अब तक 185 करोड़ 77 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है।