कांग्रेस ने चरण दास महंत को बनाया नेता प्रतिपक्ष, विधानसभा में सरकार से करेंगे सवाल-जवाब

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में हार के कुछ दिनों बाद कांग्रेस ने शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता चरण दास महंत को विधायक दल का नेता चुन लिया है। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 90 में से 54 सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बना ली है। वहीं कांग्रेस को 35 सीटों पर जीत मिली है। शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा साझा की गई एक विज्ञप्ति के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पांच बार के विधायक महंत को छत्तीसगढ़ में पार्टी के विधायक दल के नेता के रूप में नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार दीपक बैज छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने रहेंगे।
महंत (69) राज्य में कांग्रेस के सबसे अनुभवी नेताओं में से एक हैं।

उन्होंने पिछली सरकार में विधानसभा अध्यक्ष के रूप में कार्य किया था। हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव में महंत ने भाजपा के खिलावन साहू को 12,395 मतों के अंतर से हराकर सक्ती सीट को बरकरार रखा है। 2018 में जब 15 वर्ष बाद राज्य में कांग्रेस को बड़ी जीत मिली थी तब अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय से आने वाले महंत, भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू के साथ मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे प्रबल दावेदारों में से एक थे। महंत अविभाजित मध्य प्रदेश में तीन बार विधायक चुने गए थे और उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार में गृह और जनसंपर्क विभाग मंत्री (1995-1998) के रूप में कार्य किया है। वह छत्तीसगढ़ विधानसभा में दो बार 2018 और 2023 में चुने गए हैं।

महंत 1998, 1999 और 2009 में तीन बार लोकसभा के सदस्य के रूप में चुने गए तथा 2011 में उन्होंने मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संपग्र) सरकार में कृषि और खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया था। उन्होंने 2013 में लगभग छह महीने के लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया था। वह 2004 और 2013 के बीच कई बार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष रहे लेकिन 2008 और 2013 में हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी को सत्ता में नहीं ला सके। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और बस्तर से पार्टी के सांसद बैज ने इस विधानसभा चुनाव में चित्रकोट सीट पर चुनाव लड़ा था लेकिन वह भाजपा के विनायक गोयल से 8370 मतों के अंतर से हार गए।

इस वर्ष जुलाई माह में आदिवासी विधायक मोहन मरकाम को हटाकर दीपक बैज को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा ने राज्य की 90 में से 54 सीटों पर जीत हासिल कर सत्ता में वापसी की है। वहीं राज्य में 2018 में 68 सीटें जीतने वाली कांग्रेस 35 सीटों पर सिमट गई। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) एक सीट जीतने में कामयाब रही। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों की बुधवार को हुई एक बैठक में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया था कि उन्होंने राज्य में विधायक दल के नेता के चुनाव का अधिकार पार्टी अध्यक्ष खरगे को दिया है।

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