रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में रविवार को सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का उप निरीक्षक शहीद हो गया और एक जवान घायल हो गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ की 165वीं बटालियन के उप निरीक्षक सुधाकर रेड्डी शहीद हो गए तथा आरक्षक रामू गोली लगने से घायल हो गये। बस्तर संभाग में इस माह अलग-अलग नक्सली घटनाओं में तीन सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं और सात अन्य घायल हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि रविवार सुबह सात बजे जगरगुंडा थाना अंतर्गत बेदरे शिविर से सीआरपीएफ की टीम उर्सांगल गांव की तरफ अभियान पर निकली थी। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान नक्सलियों ने गोलीबारी की। घटना में रेड्डी शहीद हो गए तथा आरक्षक रामू गोली लगने से घायल हो गये। अधिकारियों ने बताया कि घायल जवान को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि रेड्डी आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के निवासी थे। राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने घटना पर दुख व्यक्त किया है और शहीद को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को घायल जवान को उचित इलाज मुहैया कराने का भी निर्देश दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने घटना के बाद उच्च स्तरीय बैठक कर नक्सल विरोधी अभियान की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि बैठक में मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। अधिकारियों ने बताया कि साय ने अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि हिंसा नक्सलियों की बौखलाहट को दर्शाता है। उन्होंने कहा, ”विकास से लोगों का विश्वास जीतेंगे तथा केंद्र सरकार के सहयोग से नक्सलवाद का ख़ात्मा करेंगे। राज्य के बस्तर क्षेत्र, जिसमें कांकेर, कोंडगांव, नारायणपुर, बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर जिले शामिल हैं, में दो दिसंबर से अब तक अलग-अलग नक्सली घटनाओं में तीन सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं तथा सात अन्य घायल हुए हैं। कांकेर जिले में 14 दिसंबर को नक्सलियों द्वारा किए गए विस्फोट में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान शहीद हो गया था। वहीं, 13 दिसंबर को नारायणपुर जिले में नक्सली हमले में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) का एक जवान शहीद हो गया था।