कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी का महाधिवेशन आरंभ होने के बाद शुक्रवार को कहा कि दलित, आदिवासी, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), अल्पसंख्यक समुदाय, महिला और युवाओं को प्रतिनिधित्व देना उनकी पार्टी का लक्ष्य है। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में कहा, कांग्रेस पार्टी का 85वां अधिवेशन हमारी साझी विरासत की एक झलक है। हमारे मूल्य और सबको सम्मान देने की हमारी संस्कृति ही हमारी असली शक्ति है। दलित, आदिवासी, ओबीसी, अल्पसंख्यक समुदाय, महिला और युवाओं को प्रतिनिधित्व देना हमारा लक्ष्य है।
राहुल गांधी ने कहा, देश में बने नफ़रत और कट्टरता के माहौल के ख़िलाफ हम लड़ते रहेंगे।
गरीबों, किसानों, मज़दूरों और वंचितों की आवाज़ हम उठाते रहेंगे। जन-जन तक हम कांग्रेस का ये संदेश पहुंचाएंगे। कांग्रेस का तीन दिवसीय महाधिवेशन बृहस्पतिवार को आरंभ हुआ। पार्टी की संचालन समिति ने सर्वसम्मति से फैसला किया कि पार्टी की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्यों का चुनाव नहीं होगा, बल्कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सदस्यों को नामित करने के लिए अधिकृत होंगे। कांग्रेस के संविधान में संशोधन का प्रस्ताव भी दिया गया जिसके तहत पार्टी के संगठन में सभी स्तर पर अनूसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी, महिलाओं, युवाओं और अल्पसंख्यक समुदाय के लिए 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व सुनिश्चित और सुरक्षित किया जाना है।