छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एक व्यक्ति को पेड़ से उलटा लटका कर पिटाई करने के मामले में गिरफ्तार चार लोगों को 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि मामले के पांचवे नाबालिग आरोपी को किशोर गृह में भेजा गया है। पुलिस ने बताया कि इन पांचों को 30 अप्रैल को वायरल हुए एक वीडियो के आधार पर पकड़ा गया जिसमें वे कथित तौर पर व्यक्ति को पेड़ से उल्टा लटका कर पिटाई करते दिख रहे हैं। उन्होंने बताया कि पीड़ित की पहचान 26 वर्षीय महावीर सूर्यवंशी के तौर पर की गई। अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान मनीष खरे (30), युवराज खरे (25), जानू भार्गव उर्फ विश्वजीत(20) और भीम केशरवानी (21) के तौर पर की गई है और सभी उच्चभाटी गांव के निवासी हैं। उन्होंने बताया कि चारों को रविवार को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 15 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया जबकि 15 वर्षीय नाबालिग आरोपी को किशोर न्याय बोर्ड ने किशोर हिरासत गृह में भेज दिया।
अधिकारी ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर आरोपियों को भारतीय दंड संहिता की धारा-307 (हत्या का प्रयास), 342(अवैध तरीके से बंधक बनाना) और 147 (दंगा करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने बताया कि सूर्यवंशी 28 अप्रैल को उच्चभाटी के नजदीक हुई पिटाई की घटना के बाद से लापता था और बाद में वह अपनी बहन के घर प्रसादा गांव मिला जहां से उसे पूरे शरीर में सूजन के साथ छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सीआईएमएस) में भर्ती कराया गया। उन्होंने बताया, सूर्यवंशी के बयान के मुताबिक वह नशे का आदि है और उसके प्रभाव की वजह से मनीष के घर में अप्रैल् 25-26 की दरमियानी रात पानी के लिए दाखिल हुआ। लेकिन मनीष ने चोर समझ उसे अगले दिन पुलिस के हवाले कर दिया।
उन्होंने बताया, मनीष ने सूर्यवंशी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई जिसके बाद पुलिस ने उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया। सूर्यवंशी ने बताया कि 27 अप्रैल की रात वह दोबारा मनीष के घर नशीला पदार्थ लेने गया जो उसने उसके सब्जी के खेत में छिपाया था लेकिन पकड़ा गया। अधिकारी ने बताया कि 28 अप्रैल को मनीष सूर्यवंशी को मोटरसाइकिल पर बैठाकर झालमाला गांव ले गया और अन्य चार आरोपियों को बुलाया, जिन्होंने उसे पेड़ से सूर्यवंशी को उल्टा लटकाकर पिटाई की और लोगों के जमा होने पर भाग गए।