छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार सुबह से मतदान जारी है। इस सीट के लिए सात उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। कांकेर जिले के अंतर्गत भानुप्रतापपुर क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक और विधानसभा के उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी का 16 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था, तब से यह सीट रिक्त है। निर्वाचन अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि इस सीट के लिए सुबह सात बजे मतदान की शुरुआत हुई और दोपहर तीन बजे तक मतदाता मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। वोटों की गिनती आठ दिसंबर को होगी।
उन्होंने बताया कि सुबह से ही मतदान केंद्र के सामने मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गई। क्षेत्र के तेलगरा मतदान केंद्र में कांग्रेस की प्रत्याशी सावित्री मंडावी ने सबसे पहले मतदान किया। अधिकारियों ने बताया कि इस उपचुनाव में क्षेत्र के 1,95,822 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। इनमें 95,266 पुरुष मतदाता, 1,555 महिला मतदाता और एक तृतीय लिंग मतदाता शामिल है। उन्होंने बताया कि भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए कुल 256 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। इनमें से 82 मतदान केन्द्र नक्सलियों से खतरे के मामले में संवेदनशील और 17 मतदान केंद्र अति संवेदनशील हैं।
राजनीतिक रूप से संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या 23 है। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी में रविवार सुबह मतदान दलों को उनके संबंधित मतदान केंद्रों पर भेजने का काम शुरू हो गया था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान के लिए अर्धसैनिक बलों सहित लगभग 2,500 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। उपचुनाव के लिए कुल सात उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, लेकिन सत्ताधारी दल कांग्रेस और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सीधी लड़ाई की संभावना है।
इस सीट से कांग्रेस ने दिवंगत विधायक की पत्नी सावित्री मंडावी को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा के उम्मीदवार पूर्व विधायक ब्रह्मानंद नेताम हैं। वहीं बस्तर में आदिवासियों की संस्था सर्व आदिवासी समाज ने भी अपने उम्मीदवार अकबर राम कोर्राम को चुनाव के लिए मैदान में उतारा है। कोर्राम निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। कोर्राम भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी हैं। वह 2020 में पुलिस उप महानिरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। इस उपचुनाव के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने अपनी पार्टी की ओर से प्रचार किया तथा भाजपा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अरुण साव ने प्रचार किया। राज्य में 2018 में बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद चार उप चुनाव हुए और सभी में कांग्रेस की जीत हुई है। राज्य विधानसभा की 90 सीट में से वर्तमान में कांग्रेस के 70, भारतीय जनता पार्टी के 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के तीन तथा बहुजन समाज पार्टी के दो विधायक हैं। वहीं एक सीट रिक्त है।