लोकसभा चुनाव: छत्तीसगढ़ में एक बजे तक 46.14 फीसदी मतदान, एक व्यक्ति की मौत

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रायपुर। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में छत्तीसगढ़ की शेष सात सीट पर मंगलवार अपराह्न एक बजे तक 46.14 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इस चरण में कुल 168 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन सीधा मुकाबला सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी कांग्रेस के बीच है। मतदान के दौरान रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के जशपुर जिले में मतदान करने पहुंचे बुजुर्ग की मतदान केंद्र में मौत हो गई। निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि तीसरे चरण के तहत रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर-चांपा (अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित), सरगुजा (अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित) और रायगढ़ (अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित) सीट पर सुबह सात बजे मतदान प्रारंभ हुआ। मतदान शाम छह बजे तक जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि राज्य की सात सीट पर जारी मतदान में दोपहर बाद एक बजे तक 46.14 फीसदी मतदाताओं ने मतदान किया है।

अधिकारियों ने बताया कि कोरबा सीट में 48.10 फीसदी, जांजगीर-चांपा में 43.14 फीसदी, दुर्ग में 46.68 फीसदी, बिलासपुर में 39.93 फीसदी, रायगढ़ में 55.87 फीसदी, रायपुर में 40.59 फीसदी और सरगुजा में 51.72 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। उन्होंने बताया कि राज्य में भीषण गर्मी के कारण सुबह मतदान प्रारंभ होने से पहले ही मतदाता मतदान केंद्र तक पहुंचने लगे। मतदान केंद्रों में लंबी कतारें देखी जा रही हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने गृह ग्राम बगिया के मतदान केंद्र में अपने परिवार के साथ मतदान किया। मतदान के बाद मुख्यमंत्री साय ने कहा, ”जन-जन में प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के प्रति उत्साह है। विकसित भारत-विकसित छत्तीसगढ़ के लिए लोग कमल छाप पर जम कर मतदान कर रहे हैं। आगामी चार जून को 400 पार होगा और हम प्रदेश की सभी 11 सीटें जीतेंगे।” राज्य के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने बिलासपुर शहर के एक मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन और उनकी पत्नी ने सिविल लाइंस रायपुर में अपना वोट डाला। संवाददाताओं से बात करते हुए राज्यपाल ने मतदाताओं से अपनी पसंद की सरकार चुनने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करने का अनुरोध किया। राज्य में मंत्री ओपी चौधरी ने रायगढ़ जिले में, कांग्रेस उम्मीदवार (सरगुजा सीट) शशि सिंह ने सूरजपुर जिले के शिवपुर गांव में अपना वोट डाला। वहीं कांग्रेस की रायगढ़ लोकसभा प्रत्याशी डॉक्टर मेनका देवी सिंह ने सारंगढ़ शहर में अपने परिवार के साथ मतदान किया।

मतदान के दौरान रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत जशपुर जिले के जामटोली गांव में एक मतदान केंद्र में मतदान करने पहुंचे जरतियूस टोप्पो (71) की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि टोप्पो अपने पुत्र के साथ मोटरसाइकिल पर सवार हो मतदान केंद्र पहुंचे थे। जब वह अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे थे तब अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े। उन्होंने बताया कि चुनाव ड्यूटी में तैनात जवानों और प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें उठाया लेकिन तब तक उनकी मौत हो गई। घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी वहां पहुंच गए थे। शव को अस्पताल भेजा जा रहा है। इस बीच, कोरबा लोकसभा सीट के तहत कोरिया के धुमाडांड गांव और सैला सेमरा गांव के निवासियों ने कहा कि उन्होंने मतदान केंद्र पर नहीं आने और मतदान का बहिष्कार करने का फैसला किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके गांव में सड़क का निर्माण नहीं किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि तीसरे चरण में 26 महिलाओं सहित कुल 168 उम्मीदवार मैदान में हैं। इन सीट पर कुल 1,39,01,285 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करने के लिए पात्र हैं, जिनमें 69,33,121 पुरुष, 69,67,544 महिलाएं और 620 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। उन्होंने बताया कि रायपुर सीट पर सबसे अधिक 38, बिलासपुर में 37, कोरबा में 27, दुर्ग में 25, जांजगीर-चांपा में 18, रायगढ़ में 13 और सरगुजा में 10 उम्मीदवार हैं।

सात निर्वाचन क्षेत्रों में 15,701 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें 25 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील और 1072 को संवेदनशील के रूप में वर्गीकृत किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि तीसरे चरण के लिए कुल 77,592 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि मतदान ड्यूटी के लिए केंद्रीय बलों की लगभग 202 कंपनियों और जिला पुलिस बल तथा जिला रिजर्व गार्ड के 60 हजार से अधिक जवानों को तैनात किया गया है। राज्य की 11 लोकसभा सीट पर तीन चरणों में चुनाव हो रहे हैं। नक्सल प्रभावित बस्तर निर्वाचन क्षेत्र (अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित) में 19 अप्रैल को तथा राज्य की तीन अन्य सीट- राजनांदगांव, कांकेर (एसटी) और महासमुंद में 26 अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान हुआ था। राज्य में महत्वपूर्ण रायपुर सीट पर भाजपा के प्रभावशाली नेता एवं मौजूदा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल तथा कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय के बीच मुकाबला है।

एक अन्य महत्वपूर्ण कोरबा सीट पर भाजपा ने अपनी प्रभावशाली महिला नेता एवं पूर्व सांसद सरोज पांडेय को कांग्रेस की निवर्तमान सांसद ज्योत्सना महंत के खिलाफ मैदान में उतारा है। दुर्ग में, कांग्रेस ने भाजपा के निवर्तमान सांसद विजय बघेल के खिलाफ एक नया चेहरा राजेंद्र साहू को मैदान में उतारा है। बिलासपुर सीट पर कांग्रेस ने विधायक देवेन्द्र यादव को मैदान में उतारा है जबकि भाजपा ने पूर्व विधायक तोखन साहू को प्रत्याशी बनाया है। अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित एकमात्र सीट जांजगीर-चांपा में राज्य के पूर्व मंत्री शिवकुमार डहरिया कांग्रेस के उम्मीदवार हैं तथा महिला नेता कमलेश जांगड़े भाजपा की उम्मीदवार हैं। सरगुजा सीट पर चिंतामणि महाराज का मुकाबला कांग्रेस के नए चेहरे शशि सिंह से है। आदिवासी बहुल रायगढ़ सीट पर भाजपा के राधेश्याम राठिया और कांग्रेस की डॉ. मेनका देवी सिंह के बीच मुकाबला होगा। छत्तीसगढ़ के गठन के बाद 2004, 2009 और 2014 में हुए तीन लोकसभा चुनावों में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए तीनों बार 11 में से 10 सीट जीती थी। 2019 में भाजपा ने नौ सीट और कांग्रेस ने दो सीट जीती थी।

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