छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को राम सेतु पर अपने जवाब के बाद जनता को गुमराह करने के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह द्वारा संसद में राम सेतु पर दिए गए जवाब को लेकर शनिवार को कहा, जब यही बात कांग्रेस सरकार ने कही थी तब हम लोगों को राम विरोधी कहा गया था। अब यह तथाकथित रामभक्त हैं, उनकी सरकार है और सदन में यह कहते हैं कि पुख्ता सबूत नहीं है, अब इनको किस श्रेणी में रखा जाएगा। उन्होंने कहा, भारतीय जनता पार्टी को देश से माफी मांगनी चाहिए। किस प्रकार से देशवासियों को गुमराह किया गया, और आज इस प्रकार से बयान दे रहे हैं, खुद कटघरे में खड़े हो गए हैं।
बघेल ने कहा, जब बयान आया तब आरएसएस तथा अन्य संगठन कुछ नहीं बोल रहे। यदि सच में राम भक्त होते तब अपनी सरकार की आलोचना करते। लेकिन नहीं कर रहे हैं। इनका मूल चरित्र यह है कि कैसे भी सत्ता प्राप्त करना। राम नाम जपना, पराया माल अपना। यह इनका चरित्र है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब गांधी जी के नेतृत्व में देश की आजादी की लड़ाई लड़ी जा रही थी तब कुछ संगठन लगातार इसका विरोध कर रहे थे। अंग्रेजों की मदद कर रहे थे। आज भी उनका मूल चरित्र अफवाह फैलाना और लोगों को गुमराह करना है।
उन्होंने कोरोना को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा राहुल गांधी को पत्र लिखे जाने को लेकर कहा, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का बयान और राहुल गांधी जी को चिट्ठी लिखना यह बता रहा है कि यह राहुल जी की पदयात्रा से घबराए हुए हैं। इसे रोकने के लिए यह तमाम प्रकार के कवायद कर रहे हैं। बघेल ने कहा, मैं समझता हूं कि कोविड प्रोटोकॉल का सब पालन करेंगे। इसमें कहीं कोई दिक्कत नहीं होगी। जो भी निर्देश होगा उसका पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा, जहां चीन में है वहां से आवाजाही रोक नहीं रहे हैं। वहां से यात्री आ रहे हैं। इसका मतलब क्या है। आप कोरोना के बहाने राहुल गांधी को रोकना चाह रहे हैं। इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री बघेल ने रायपुर स्थित अपने आवास पर आयोजित समारोह में पुरुष हॉकी विश्व कप की ट्रॉफी का अनावरण किया। ओडिशा में 13 से 29 जनवरी 2023 तक विश्वकप का आयोजन किया जा रहा है।