छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो/आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (एसीबी/ईओडब्ल्यू) ने बृहस्पतिवार को कथित शराब घोटाले के आरोपी और रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर के बड़े भाई के परिसर से नकली होलोग्राम का अधजला जखीरा जब्त किया। एसीबी के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि होलोग्राम को नष्ट करने के आरोप में एसीबी ने ढेबर के धनेली गांव स्थित परिसर से तीन लोगों अनुराग द्विवेदी, अमित सिंह और दीपक दुआरी को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार लोगों पर आरोप है कि उन्होंने कथित शराब घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी के डर से अनवर ढेबर और अरविंद सिंह के निर्देश पर 2022 में बचे हुए नकली होलोग्राम को जलाकर दफना दिया था।
राज्य में ईओडब्ल्यू तत्कालीन कांग्रेस सरकार के दौरान 2019 से 2022 के बीच हुए कथित शराब घोटाले की जांच कर रहा है। कथित शराब घोटाले मामले की जांच रही ईडी द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के बाद ईओडब्ल्यू ने जनवरी 2024 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। इसमें कांग्रेस के कई नेताओं और कंपनियों सहित 70 लोगों को आरोपी बनाया गया है। पिछले साल जुलाई में उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश के आरोप में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के दो अधिकारियों समेत तीन सरकारी अधिकारियों और अनवर ढेबर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उत्तर प्रदेश पुलिस ने पिछले महीने ढेबर और अरुण पति त्रिपाठी को गिरफ्तार किया था। दोनों इस समय जेल में हैं।