युवाओं को 50 फीसदी पद देने के कांग्रेस के फैसले का कार्यान्वयन छत्तीसगढ़ में हुआ शुरू : सीएम बघेल

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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बृहस्पतिवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान 50 वर्ष से कम उम्र वालों को पार्टी में आधे पद देने के फैसले का कार्यान्वयन 42 वर्षीय सांसद दीपक बैज की प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति के साथ छत्तीसगढ़ से शुरू हो गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को बस्तर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले बैज को विधायक मोहन मरकाम की जगह पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया। राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बारे में पूछे जाने पर बघेल ने यहां संवाददाताओं से कहा, संगठन में अलग-अलग लोगों को अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई हैं। मोहन जी ने दो कार्यकाल पूरे कर लिए हैं और सभी राज्यों में (कांग्रेस संगठनों में) बदलाव किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा, रायपुर में आयोजित कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में 50 वर्ष से कम उम्र वालों को 50 प्रतिशत सीटें देने का प्रस्ताव पारित किया गया था। इसकी शुरुआत छत्तीसगढ़ से हो गई है। दीपक जी की उम्र 42 साल है। बघेल ने बैज को बधाई दी और कहा कि इससे राज्य में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा। राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, देखते रहिए और इंतजार करिए। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी दल कांग्रेस ने बुधवार को अपने प्रदेश अध्यक्ष को बदल दिया। बस्तर क्षेत्र के युवा नेता और सांसद दीपक बैज, मोहन मरकाम की जगह नए प्रदेश बनाए गए हैं।

बस्तर क्षेत्र के ही कोंडागांव विधानसभा सीट से विधायक मोहन मरकाम पिछले चार वर्षों से पार्टी की राज्य इकाई के मुखिया थे। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पिछले कुछ समय से सत्ता और संगठन के बीच तालमेल की कमी के कारण मरकाम का हटना तय माना जा रहा था। कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष बैज बस्तर जिले के चित्रकोट विधानसभा क्षेत्र (अनुसूचित जनजाति आरक्षित) से दो बार विधायक रहे हैं। 2019 के संसदीय चुनावों में बस्तर लोकसभा सीट से सांसद चुने जाने के बाद उन्होंने विधायक पद छोड़ दिया था। बैज पहली बार 2013 में और फिर 2018 में लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए थे। देश और राज्य में मोदी लहर के बीच संसदीय चुनावों में जीत ने बैज को सुर्खियों में ला दिया था। राज्य की 11 लोकसभा सीटों में से जिन दो सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी उसमें बस्तर लोकसभा सीट भी है।

राज्य में कांग्रेस पार्टी में सत्ता और संगठन के बीच तालमेल की कमी और हाल ही में पार्टी महामंत्री समेत कुछ पदों को लेकर मरकाम का आदेश तथा कुछ ही दिनों बाद उस आदेश को राज्य प्रभारी कुमारी सैलजा द्वारा रद्द किए जाने के बाद यह माना जा रहा था कि जल्द ही कांग्रेस में नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति होगी। कांग्रेस नेताओं के मुताबिक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मरकाम के कामकाज को लेकर बहुत खुश नहीं थे। राज्य में राजनीतिक मामलों के जानकारों का मानना है कि बैज की नियुक्ति के साथ कांग्रेस ने साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री बघेल की ताकत में इजाफा किया है तथा जाति और क्षेत्रीय समीकरण को भी बनाए रखा है। कांग्रेस में नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि मोहन मरकाम लगातार कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार के विरुद्ध मुखर रहे तथा उन्होंने डीएमएफ समेत भूपेश सरकार के अनेक भ्रष्टाचार का खुलासा किया था, इसलिए उन्हें पद से हटाया गया है।

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