छत्तीसगढ़ के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने मंत्री टीएस सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने को उनका अपमान बताया और कहा कि यह फैसला कांग्रेस को आगामी विधानसभा चुनाव में हार से नहीं बचा पाएगा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने संवाददाताओं से कहा कि यह कदम राज्य में सत्ताधारी दल के भीतर मतभेदों को सुलझाने का एक प्रयास है। कांग्रेस ने एक बयान में कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने छत्तीसगढ़ में सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस संबंध में पूछे जाने पर साव ने बिलासपुर में संवाददाताओं से कहा, कांग्रेस पार्टी को उपमुख्यमंत्री नियुक्त करने का अधिकार नहीं है। यह मुख्यमंत्री और राज्यपाल का अधिकार है।
साव ने कहा, दूसरी बात यह है कि जिस कांग्रेस पार्टी ने सिंहदेव को ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था, उसने उन्हें सिर्फ चार महीने के लिए उपमुख्यमंत्री बनाकर उनके साथ अन्याय किया है। यह सिंहदेव जी का अपमान है। उन्होंने कहा कि यह फैसला कांग्रेस के भीतर अंदरूनी कलह से निपटने का एक प्रयास मात्र है। साव ने कहा, यह स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी और कांग्रेस पार्टी लोगों के आक्रोश से डरी हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ को भ्रष्टाचार और नशाखोरी का गढ़ बना दिया है, यहां कोई विकास कार्य नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस फैसले का चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि राज्य की जनता ने कांग्रेस को राज्य से उखाड़ फेंकने का फैसला कर लिया है और सत्ताधारी दल को इसका कोई फायदा नहीं होगा।